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Friday, May 10, 2024

श्री आनंदपुर साहिब की सीट पर लगातार छा रही है भाजपा

Thursday 9th May 2024 at 3:45 PM

पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर भाजपा की आंखें 


चंडीगढ़
//श्री आनंदपुर साहिब: 09 मई 2024: (पंजाब स्क्रीन डेस्क)::

पिछली बार किसान आंदोलन के समय जब किसान कार्यकर्ताओं ने कुछ वरिष्ठ भाजपा नेताओं के घरों के सामने गोबर फेंका था व कुछ अन्य उग्र कदम उठाए थे उस समय लगता था कि भाजपा अब किसी भी तरह पंजाब में सर नहीं उठा सकेगी। जब प्रधानमंत्री मोदी ने तीनों कृषि कानून वापिस लेने का एलान किया तो भाजपा के लिए पंजाब में एक बार फिर से सुखद माहौल बनने लगा। 

इसके बाद जब किसान आंदोलन ने शम्भु पर नया मोर्चा शुरू किया और खनौरी पर शुभकरण डीप सिंह की शहीदी हुई तो एक बार फिर से भाजपा के लिए पंजाब के माहौल में मुश्किलें बढ़ने लगीं। इन मुश्किलों को आसान किया पंजाब के सियासी नेताओं में भाजपा के लिए उमड़े सियासी प्रेम ने। पंजाब में आतंकवाद का शहीद कह कर परचारे जाते मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते रवनीत बिटु  ने जब भाजपा में शामिल होने का एलान किया तो यह  कांग्रेस और कांग्रेस के समर्थकों पर बहुत बड़ा आघात था। निकट भविष्य में भाजपा को राष्ट्रवाद की निधि में बहुत फायदा मिलने की भी संभावना है। 

पंजाब में ब्लू स्टार ऑपरेशन कर के राष्ट्रवाद की दौड़ में सबसे आगे रहने की इच्छुक रही कांग्रेस ने दल बदली के ऐसे घटनाक्रम की तो कभी कल्पना भी नहीं की थी। कांग्रेस को लगता था उसका राष्ट्रवाद अजेय है लेकिन भाजपा ने अपने अंदाज़ में साबित किया कि उसका राष्ट्रवाद ज्यादा प्रभावी है। 

ऐसे माहौल में भाजपा की टीम पंजाब में कमाल की रणनीति से चुनाव के मैदान में है। उसने किसान आंदोलन और किसान संगठनों का डर पूरी तरह से उतार फेंका है। भाजपा के इस राजनीतिक रणकौशल के चलते हर रोज़ महत्वपूर्ण रणनीति का कदम उठाए जा रहे हैं। सिख चेहरे और किसान लगते चेहरे इन आयोजनों में काफी सक्रिय दीखते हैं। 

इसी सिलसिले में तख्त श्री केसगढ़ साहिब और माता नैना देवी मंदिर में नतमस्तक हो कर डा. सुभाष शर्मा ने अपना चुनावी अभियान शुरू किया। चंडीगढ़, लुधियाना, अमृतसर और अन्य कई स्थानों से भाजपा का चुनावी अभियान तेज़ी से जारी है। 

डा. सुभाष शर्मा ने अपना चुनावी अभियान शुरू  करते हुए श्री आनंदपुर साहिब को विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल और मोहाली को आईटी हब बनाने के वायदे का एलान भी किया है। उन्होंने अपने वायदे में इस इस मकसद के लिए  हर सम्भव प्रयास करने की बात कही है। गुरु घर में नतमस्तक होते हुए उन्होंने कहा कि गुरु की कृपा और बख्शीश से ही उन्हें श्री आनंदपुर साहिब का प्रतिनिधित्व करने का अवसर पार्टी ने प्रदान किया है। पार्टी ने जितना विश्वास किया है उस पर पूरी तरह से खरे उतरने की कोशिशें पूरी क्षमता और संकल्प से होंगीं। 

श्री आनंदपुर साहिब में पार्टी के सभी कार्यकर्ता पूरी तरह से सक्रिय हैं। श्री आनंदपुर साहिब लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. सुभाष शर्मा ने आज तख्त श्री केसगढ़ साहिब और माता नैना देवी के मंदिर में नतमस्तक हो कर अपने चुनाव प्रचार अभियान का शुभारम्भ किया। 

आनंदपुर साहिब के इस ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह धरती भक्ति और शक्ति के सिद्धान्त की जननी है और वह इससे प्रेरणा ले कर अपनी पूरी ताकत के साथ इलाके के लोगों की सेवा करेंगे। गुरु की बख्शीश से गुरु नगरी की सेवा करने का अवसर भी अवश्य मिलेगा।उनके इस कथन से संगत में भी भरी उत्साह दिखा। 

डा. सुभाष शर्मा ने बहुत ही स्कपष्हाट शब्दों में खुल कर कहा कि लोकतंत्र में फैसला जनता के हाथ में होता है। हम मोदी सरकार की नीतियों का प्रचार कर रहे हैं और भविष्य में भी करते रहेंगे। हमें पूरा विश्वास है कि पंजाब में रिकॉर्ड तोड़ बहुमत से सभी 13 सीटें भाजपा जीतेगी। उन्होंने कहा कि वह खुद को बहुत भाग्यशाली मानते हैं जिन्हें गुरु की नगरी की सेवा करने के लिए पार्टी ने प्रतिनिधित्व करने का अवसर दिया है। 

इस मौके पर डा. सुभाष ने कहा कि आज मैंने गुरु नगरी के विकास और पंजाब की खुशहाली के लिए अरदास की और गुरु महाराज की कृपा से ही मैं यहां से चुनाव लड़ने जा रहा हूं। श्री आनंदपुर साहिब के विकास पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह हलका विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होना चाहिए। बेंगलुरु की तरह मोहाली भी आईटी हब के रूप में आगे बढ़े और इसके लिए मैं अवश्य प्रयास करूंगा। 

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पौराणिक और सिखों के गौरवशाली इतिहास की साक्षी श्री आनंदपुर साहिब की धरती का वातावरण कमल खिलने के सर्वथा अनुकूल है। इस अवसर पर भारी मात्रा में पार्टी के कार्यकर्ता स्थानीय लोग उपस्थित थे। 

Friday, March 04, 2022

यूक्रेन में मेडिकल छात्रों की पढ़ाई और डिग्री अधूरी ना रहे--चन्नी

4th March 2022 at 5:36 PM

भारत सरकार और आई एम ए से पंजाब सरकार की बातचीत जारी 


अमृतसर
//चंडीगढ़: 4 मार्च 2022: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो)::

हमारे देश में डाक्टरी की पढ़ाई बेहद महंगी है।  इतनी महंगी कि माध्यम परिवारों के बस की बात नहीं है इतने खर्चे उठा पाना। इस लिए किसी न किसी तरह बहुत से परिवारों ने अपने बच्चे मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन भेज दिए। इन्होने इस पढ़ाई के बाद दुनिया के साथ साथ देश की सेवा भी करनी थी। इनका रूस या अमेरिका से कुछ भी लेना देना नहीं था। लेकिन जंग की आग तो सभी को अपनी चपेट में लिए जा रही है। गोलियों, मिज़ाइलों और बमों की बरसात में रह रहे छात्र हर पल मौत का सामना कर रहे हैं। उन्हें वापिस लाने के लिए हमारी एयर इंडिया भी कई कई गुना ज़्यादा पैसे मांग रही है। उनके लिए इन छात्रों की जान बचना भी व्यपारा का एक सुनहरी मौका हो गया है। ऐसे में छात्रों की पढ़ाई पूरी होने का सपना कैसे पूरा होगा? इस बात पर गहन चिंता व्यक्त की मुख्य मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने।  इस संबंध में एक विशेष मीटिंग भी की गई जिसमें श्री चन्नी के साथी और सहयोगी शामिल हुए। 

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक की गयी। जिसमें पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, उप मुख्यमंत्री ओम प्रकाश सोनी, कैबिनेट मंत्री डॉ राजकुमार वेरका, कैबिनेट मंत्री सुखबिंदर सिंह सुख सरकारिया, कैबिनेट मंत्री त्रिपत राजिंदर सिंह बाजवा, विधायक बरिंदरमित सिंह पाहडा, विधायक हरमिंदर सिंह गिल तथा विधायक कुलबीर सिंह जीरा मौजूद रहे ।

कैबिनेट मंत्री डॉ राजकुमार वेरका ने बताया कि बैठक में यूक्रेन में फंसे पंजाब के विद्यार्थियों को लेकर पंजाब सरकार लगातार केंद्र सरकार के संपर्क में बनी हुई है। डॉ वेरका ने बताया कि यूक्रेन में एक हज़ार से अधिक विद्यार्थी फंसे हुए थे जिसमें से 75 प्रतिशत विद्यार्थियों को पंजाब वापिस लाया जा चूका है और अब करीब 300 के आसपास छात्र वहां हैं जो एक दो दिन में वापिस भारत आ जायेंगे। डॉ वेरका ने बताया कि यूक्रेन में पंजाब के बच्चे का देहांत हो गया था,  उसकी बॉडी वापिस लाने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री को चिठ्ठी लिखी गयी है और पंजाब सरकार को उम्मीद है कि भारत सरकार इसपर गंभीरता से गौर करेगी और उसके शव को जल्दी से जल्दी भारत पे लाया जायेगा। 

डॉ वेरका ने बताया कि मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च मंत्री होने के नाते मुख्यमंत्री ने उनकी ड्यूटी लगाई है कि यूक्रेन में पंजाब से सम्बंधित मेडिकल छात्रों की पढ़ाई और डिग्री अधूरी ना रहे इसके लिए जरूरी कदम उठाये जाएं। इसके चलते वह केंद्र सरकार के मंत्रियों के समपर्क में हैं  पंजाब सरकार द्वारा इन पीड़ित छात्रों के लिए विशेष प्रावधान बनाये जाने के लिए भारत सरकार और आई एम ए से वह बात कर रहे हैं। 

डॉ वेरका ने बताया कि इस बैठक में उन ख़बरों की भी निंदा की गयी जिसमें कहा गया था कि यूक्रेन में पंजाब के विद्यार्थियों के मामले में पंजाब सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही जबकि पंजाब के मुख्यमंत्री से लेकर पूरी कैबिनेट इस मुद्दे पर गंभीरता से कदम बढ़ा रही है। 

डॉ वेरका ने बताया कि इस बैठक में भाखड़ा-ब्यास प्रबंधन बोर्ड में पंजाब एवं हरियाणा की स्थायी सदस्यता केंद्र द्वारा कथित तौर पर समाप्त करने पर कड़ी आपत्ति जताई गयी। बीबीएमबी में हरियाणा और पंजाब का प्रतिनिधित्व समाप्त कर नरेंद्र मोदी नीत केन्द्र सरकार ने फिर से हरियाणा और पंजाब के अधिकारों को कुचला है। लेकिन पंजाब सरकार इसका कड़ा विरोध करती है और पंजाब को बचाने के लिए हर कदम उठाएगी। 

Friday, May 14, 2021

ईद उल फितर की शुरूआत हुई थी जंग-ए-बद्र के बाद

14th May 2021 at 7:05 PM

युद्ध जीतने की खुशी में लोगों ने ईद का पर्व मनाया था

चंडीगढ़: 14 मई 2021: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 

बहुजन समाज पार्टी, चंडीगढ़ यूनिट के अध्यक्ष सुखदेव सिंह द्वारा  देश वासियों को ईद उल फितर की मुबारकबाद दी गई । इसके बाद आज  बहुजन समाज पार्टी, चंडीगढ़ यूनिट अध्यक्ष सुखदेव सिंह और  उपाध्यक्ष जी एस कंबोज द्वारा पार्टी के महासचिव एस ए खान को  उनके घर पर ईद उल फितर की मुबारकबाद देने पहुंचे। पार्टी महासचिव एस ए खान ने बताया कि  इस्लामिक मान्यताओं अनुसार ईद उल फितर की शुरूआत जंग-ए-बद्र के बाद हुई थी। दरअसल इस जंग में पैगंबर मुहम्मद साहब के नेतृत्व में मुसलमानों को जीत हासिल हुई थी। युद्ध जीतने की खुशी जाहिर करने के लिए लोगों ने ईद का पर्व मनाया था।  

ईद उल-फितर का सबसे अहम मक्सद ग़रीबों को फितरा देना भी होता है। जिससे गरीब और मजबूर लोग भी ईद मना सकें । ईद-उल-फितर इस्लाम का पावन त्योहार है। इसे मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है।  ईद मनाने की तारीख चांद को देखकर निश्चित होती है। इस साल 14 मई 2021 को ईद मनाई गई । ईद-उल-फितर पर खासतौर पर सेंवई बनती हैं। लोग एक-दूसरे के गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते हैं। यह त्योहार भाईचारे का संदेश देता है। पार्टी उपाध्यक्ष जी एस कंबोज द्वारा कहा गया कि इस दिन मुस्लिम लोग सुबह नए कपड़े पहनकर नमाज अदा करते हुए सुख- चैन की दुआ मांगते हैं। इस मौके पर खुदा का शुक्रिया किया जाता है क्योंकि उन्होंने रमजाने के पूरे महीने रोजा रखने की ताकत दी। ईद पर जकात यानी अपनी कमाई की एक खास रकम गरीबों या जरूरतमंदों के लिए निकाली जाती है। 

Friday, January 29, 2021

केंद्रीय जेल में सहायक सुप्रिटेंडेंट इंदरप्रीत सिंह का सम्मान

29th January 2021 at 7:42 PM

  गणतंत्र दिवस पर 9 अधिकारीयों को किया गया सम्मानित 


लुधियाना
  29 जनवरी 2021:(पंजाब स्क्रीन ब्यूरो)::

जब हालात नाज़ुक किस्म के चल रहे हों तो पुलिस की डयूटी निभाना आसान बात नहीं होती। इसके बावजूद पुलिस के जो अधिकारी अपने कर्तव्यों को पूरी ज़िम्मेदारी से निभाते हैं उनमें से कई खुशकिस्मत ऐसे भी होते हैं जिनको उनका विभाग सम्मानित भी करता है। सम्मानित करने वाले विभाग और सरकार बेशक संसारिक ही होती हैं लेकिन इस मकसद की कृपा भगवान की ही होती है। केंद्रीय जेल में कार्यरत सहायक अधीक्षक इंदरप्रीत सिंह का सम्मान हुआ तो उस पल यही महसूस हुआ कि भगवान् ने इस गुरमुख परिवार के इस होनहार सपूत पर अपनी कृपा दॄष्टि की है। जेल अधीक्षक राजीव कुमार अरोड़ा ने भी उनको अपने अच्छे कार्यों के लिए शाबाश दी। इसी तरह लग्न के साथ अपनी डयूटी निभाते रहने की प्रेरणा भी दी।

स्थानीय केंद्रीय जेल में गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर आयोजित हुए कार्यक्रम में अच्छी लकारगुज़ारी दिखने वाले जिन अधिकारीयों और मुलाज़िमों को सम्मानित किया गया उनमें अधीक्षक राजीव अरोड़ा ने जिन अधिकारीयों को सम्मानित किया उनमें सहायक अधीक्षक इंजीनियर इंदरप्रीत सिंह, शिव कुमार, कश्मीरी लाल, हरबंस सिंह, हैड वार्डन-जगदेव सिंह, वार्डन-हरदेव सिंह, परगट सिंह, गुलाब सिंह और अब्दुल हमीद को उनकी बढ़िया कारगुज़ारी के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डिप्टी  सुपरिटेंडेंट जेल-सतनाम सिंह, डिप्टी सुपरिंटेंडें जेल-अश्वनी कुमार और सहायक जेल अधीक्षक- हरजिंदर सिंह भी मौजूद थे। 

कुल मिलकर यह आयोजन यादगारी रहा इस आयोजन से सभी कर्मचारियों और दर्शकों को कर्तव्य परायणता की प्रेरणा भी मिली। गौरतलब है कि ज़िंदगी में कर्तव्य का पालन ही सबसे कठिन और आवश्यक होता है। 

Saturday, January 02, 2021

घटिया हरकतों पर उतरी भाजपा:अश्वनी शर्मा

 कांग्रेस के ज़िला प्रधान अश्वनी शर्मा ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया 

दिल्ली की दहलीज़ पर जलते पंजाबी किसानों के चूल्हे बता रहे हैं संघर्ष की संकल्प शक्ति और
इस तस्वीर को  लिए क्लिक  किया किसान मोर्चे में डटे हुए जनाब  ने 

*बीजेपी की हालत खसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी 

*निकाय चुनाव में संभावी हार को देख बौखलाहट में 

*देश में सबसे बेहतर कानून व्यवस्था का नमूना पंजाब  

लुधियाना: 2 जनवरी 2020: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो)::

ज़िला कांग्रेस कमेटी लुधियाना शहरी के प्रधान अश्वनी शर्मा ने भाजपा विरोध प्रदर्शन को सियासी नौंटकी कहते हुए इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा  कि भाजपा की हालत खसियानी बिल्ली जैसी हो चुकी है तथा अपनी बची-खुची सियासी ज़मीन को तलाशने के लिए हाथ-पांव मार रही है। यही नहीं उसे आगामी निकाय चुनाव में अपनी हार भी साफ दिख रही है तथा पंजाब भर में इनका जगह-जगह विरोध हो रहा है। इसलिए पंजाब भाजपा लीडरशिप केंद्रीय नेतृत्व मोदी-शाह के गुस्से के प्रकोप से बचने के लिए पहले ही संभावी शर्मनाक हार का बहाना गढऩे में जुटे हुए है। जबकि भाजपा को चाहिए कि वह ऐसी घटिया हरकतें करने की बजाये शीत लहर के बावजूद दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हुए लाखों किसानों की सुध ले तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह को किसान के मर्म बारे असली स्थिति से अवगत करवाते हुए उन्हें सही रिपोर्ट देें और तीनों कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए दबाव डालें।

ज़िला प्रधान शर्मा ने पंजाब की कानून व्यवस्था पर प्रश्न उठाने पर भाजपा को बुरी तरह लताड़ते हुए कहा कि पूरे देश में यदि सबसे बेहतर कानून व्यस्था का कोई उदाहरण है तो वो पंजाब है। जहां इतने बड़े आंदोलन के बावजूद कोई हिंसा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि यहां तक मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाने की कुछ घटनाओं पर भी सीएम अमरेंद्र सिंह ने तुरंत एक्शन लिया है। उन्होंने किसानों को भी पूरी तरह संयम बरतने की अपील की। 

शर्मा ने कहा कि पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ की अगुवाई तले पूरी पार्टी व सरकार  ने हमेशा ही किसानों के कल्याण के लिए कदम उठाए है  लेकिन मोदी सरकर ने हमेशा किसानों को दबाने वाला काम किया है। कांग्रेस के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू व अन्य सांसद लगातार किसानों के हक में जंतर मंतर पर धरना देकर बैठे हुए है लेकिन भाजपा कभी गोदी मीडिया कभी दूसरे हथकंडे  अपना किसाना आंदोलन को कमजोर करने की साजिशें रच रही है। आज लुधियाना में भाजपा की कार्यवाही भी इसी साजिश की कड़ी का हिस्सा है लेकिन जनता इनके असली चेहरे को पहचान चुकी है। क्योंकि यह लोग किसानों की मांगों को पूरा करने की बजाये अपनी घटिया चालें चलने में ही लगे हुए है। जिसमें यह कभी सफल नहीं होंगे। कांग्रेस पार्टी हमेशा किसानों के साथ डटकर खड़ी रहेगी तथा मोदी सरकार को तीनों काले कानून वापस लेने ही होंगे

Tuesday, December 29, 2020

संत लोंगोवाल के जन्मदिन को भाजपा करेगी विशाल रैली

   29th December 2020 at 7:44 PM   

  पंजाब और सिख सियासत में पकड़ बढ़ाने की कवायद तेज़  


लुधियाना: 29 दिसम्बर 2020: (पंजाब स्क्रीन डेस्क)::

सत्ता में आने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी के अधिकतर  नेता और कार्यकर्ता  प्रमाद और आलस्य में नहीं पड़े। पार्टी के एजंडे और मकसद को आत्मसात करने कराने की लम्बी और अनुशासित परीक्षण भरी साधना बहुत गंभीरता से चलती रही जिसकी चर्चा मीडिया में करने से गुरेज़ किया जाता रहा। दूसरी तरफ बहुत से अन्य दलों के लोग एजंडे की तरफ न तो गंभीर हुए और न ही मीडिया में अपनी चमक दिखने का लोभ संवरण कर सके। परिणाम यह  हुआ कि भाजपा  के नेता परेड के पीछे रेक कर एजंडे को पूरा करने मं दिन रात एक करने वाले योद्धा बन गए।  भाजपा से सबंधित परिवार का बच्चा बच्चा पार्टी नीतियों पर विरोधभरी तीखी बहस करने के भी काबिल हुआ।  यह बात अलग कि यह बहस तर्क और तथ्यों से हटती हटती अक्सर आक्रामक भी हो जाती। दुसरे को हर हाल में अपनी बात ही मनवाना सबसे ज़रुरी लगने लगा। 

इस सारी तैयारी के बाद पार्टी अपने एजंडे को लेकर पहले से भी ज़्यादा मुखर भी हुई और सक्रिय भी। यही कारण है कि किसानों  को लेकर तकरीबन सारा देश एक तरफ और भाजपा एक तरफ। एनडीए में आ रही दरारें भी इस हठधर्मी को नहीं रोक सकीं। अकालीदल का गठबंधन से अलग होना भी बीजेपी के एजंडे को नहीं रोक पाया। बीजेपी का एक के बाद एक घोषित एजंडा भी पूरा होता चला गया गया और अन्य अघोषित एजंडों पर भी काम जारी रहा। 

कश्मीर में धारा 370 हटाना और राम मंदिर इनमें बीजेपी की मुख्य उपलब्धियां रहे लेकिन किसानों के मुद्दे पर अकालीदल और कांग्रेस पर लगे दोगलेपन के आरोपों के बावजूद बीजेपी की सियासत पूरी दबाव वाली नीति बना कर चलती चली जा रही है। दिल्ली में किसान और सरकार  क्या फैसला करते हैं इस तरफ भी पार्टी पूरी तरह से सतर्क है। प्रचार अभियान में किसानों की आलोचना से कभी नहीं चुके भाजपा नेता चाहे वे पार्टी के राष्ट्रिय नेता हों या फिर पंजाब या हरियाणा के नेता रहे हों। हड्डीओं को कंपा देने वाली शीत लहर में  बाहर सड़कों पर बैठे किसानों पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद ने यहां तक कह दिया कि ये किसान नहीं पिकनिक मनाते लोग हैं। इस तरह के कड़वे और झूठे भाषणों से भाजपा नेताओं की जो दूरी पंजाब  के किसानों और आम जनता के साथ लगातार बढ़ रही है वह शायद किसान धरने का  बाद भी दूर नहीं होने वाली। नेताओं को शायद बुरा कहा सुना  भूलने की आदतें रहीं हों लेकिन किसान और जाट इन्हें याद रखेंगे। 

खेती कानूनों को पारित किये जाने के बाद के बाद पैदा हुए तनाव भरे इस दौर में भी भारतीय जनता पार्टी ने किसानों के तीखे विरोध और विपक्ष के उस तरफ झुकाव के बावजूद अपने  कड़े  रुख को कभी भी नरम करने का संकेत नहीं दिया। ऐसे हालात में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से लुधियाना में एक विशाल रैली  के आयोजन  का ऐलान बहुत ही महत्वपूर्ण है। 

यह रैली दो जनवरी को की जानी है। गौरतलब है कि जून-84 के हालात की आहट अब भी जब कभी कभार सुनाई देने लगती है तो तो रौंगटे खड़े होने लगते हैं। उस बेहद संवेनदशील कार्यकाल के वक़्त चला सिख आंदोलन दो संत शख्सियतों पर केंद्रित था। इनमें से एक थे संत हरचंद सिंह लोंगोवाल जिन्हें खालिस्तान समर्थक लोग पंथ का गद्दार कहते भी हैं और मानते भी हैं।  संत  लोंगोवाल की हत्या  करने वाले हत्यारे समर्थक  इस हत्या का ज़िक्र करते वक़्त हमेशां इसे खुल कर और बहुत ही उपलब्धि के स्वर में  इसकी चर्चा करते। पंजाब समझौते पर तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ हस्ताक्षर करने के एक महीने के अंदर अंदर ही संत लोंगोवाल हत्या कर दी गई थी। समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे 24 जुलाई 1985 और संत लोंगोवाल की हत्या की गई थी 20 अगस्त 1985 को। 

दूसरी तरफ बहुसंख्यिक लोग संत लोंगोवाल को राष्ट्रिय शहीद कहते हैं।  पंथ दो प्रमुख खेमों में विभाजित सा  हो कर दिया गया।  एक देश भक्त गिना जाने लगा और इस तरह के दावे भी करने लगा दूसरा खुद को असली और संत समर्थकों को गद्दार कहने लगा।  यह सोच अभी तक भी जारी है। उनके संगठन, उनके अन्य मंच,  उनके चैनल सब अलग अलग हैं। 

उल्लेखनीय है कि संत लोंगोवाल की हत्या उसी दिन की गई थी जिस दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीवगांधी का जन्मदिन आता है अर्थात 20 अगस्त का दिन। अब यह हत्या इत्तफ़ाक़न उसी दिन की गयी या कोई विशेष योजना या कोई ऐसी सोच थी इस पर कुछ कहना अभी उचित न होगा। संत लोंगोवाल की हत्या के बाद अकालीदल मज़बूती से राष्ट्रिय छवि बनाकर उभरा। अकालीदल की सरकार भी बनी।  संत लोंगोवाल की बरसी पर आने वालों में रामकृष्ण हेगड़े, चंद्रबाबू नायडू और  मेनका गांधी सरीखे वरिष्ठ नेता भी शामिल रहते। यह सब एक राष्ट्रिय आयोजन बन कर स्थापित हुआ। इन पंक्तियों के लेखक ने बहुत बार इस आयोजन को मीडिया कवरेज के मकसद से बेहद नज़दीक हो कर देखा सुना। 

यह सब याद आया बीजेपी का एक  प्रेस ब्यान देख कर।  भारतीय जनता पार्टी जिला लुधियाना के जिला प्रधान पुष्पेंद्र सिंगल की अध्यक्षता में एक बैठक सर्किट हाउस लुधियाना मै सम्पन्न हुई। भाजपा जिला अध्यक्ष  पुष्पेन्द्र सिंगल ने बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि पंजाब भाजपा के अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के दिशा निर्देशों के मुताबिक 2 जनवरी 2021 दिन शनिवार को भाजपा एक रैली करने जा रही है जो लुधियाना में होगी। उस दिन की तारीख  ऐलान बहुत अर्थ रखता है। 

उसी दिन अर्थात संत लोंगोवाल के जन्मदिन की तारीख लुधियाना में भाजपा रैली करने की घोषणा अभी हाल ही में सामने आई है। भाजपा जिला अध्यक्ष पुष्पेन्द्र सिंगल ने कहा कि कांग्रेस के लुधियाना से सांसद रवनीत बिट्टू द्वारा की गई गलत बयानबाजी की लाशों के डेर लग जाएंगे के विरोध में भाजपा ने मांग की है कि सांसद रवनीत बिट्टू के खिलाफ FIR दर्ज की जाए ताकि पंजाब का माहौल खराब न हो। किसान आंदोलन के चलते हालात तो पहले से ही बेहद संवेदनशील बने हुए हैं।  ऐसे में इस रैली का आयोजन हालात को और गरमा देगा। 

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी भाजपा नेताओं नेअपनी आलोचना का निशाना बनाया। भाजपा जिला अध्यक्ष पुष्पेन्द्र सिंगल ने कहा कि कुछ रोज़ पहले  बठिंडा में भाजपा कार्यकर्ताओ पर कैप्टन सरकार की शह पर जबरन कार्यक्रम में घुसकर तोड़ फोड़ व पथराव कर भाजपा कार्यकर्ताओ पर जानलेवा हमला किया जाना ओर पुलिस को हमलावरों क साथ देते हुए देखा जाना यह साफ जाहिर करता है कि यह सब कैप्टन सरकार द्वारा प्रायोजित किया गया है। दो जनवरी को रैली का आयोजन भाजपा की तरफ से सियासी तौर पर मुनाफे का सौदा रहता लगता है। 

इस मौके पर भाजपा के ज़िला महामंत्री राम गुप्ता, कांतेंदु शर्मा, जिला उपाध्यक्ष सुनील मोदगिल, योगेंदर मकोल,अश्वनी बहल, महेश शर्मा, आर डी शर्मा, यशपाल जमोत्रा, हर्ष शर्मा, जिला सचिव नवल जैन, कैलाश चौधरी,अमित डोगरा, भूषण गोयल, मनमीत सिंह चावला, संजय गोसाई, पंकज जैन, सुमन वर्मा, तरनजीत सिंह ,  सह कशियर सुमित टंडन, प्रवक्ता नीरज वर्मा, धर्मेंद्र शर्मा, अंकित बतरा, डिंपी मक्कड़, महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष मनिंदर कौर घुम्मन, एस सी मोर्चा के जिला प्रधान कुलविंदर सिंह, ज़िला प्रैस सचिव-डॉ सतीश कुमार,  युवा मोर्चा के प्रधान कुशाग्र कश्यप, मंडल प्रधानों में जसदेव तिवारी, प्रिंस भंडारी, रोमी मल्होत्रा, तीर्थ तनेजा ,भूपिंदर राय, गुरदीप सिंह सोढ़ी,पंकज शर्मा, सुरेश अग्रवाल, केवल गर्ग क्रांति डोगरा, शिव राम गुप्ता, गुरप्रीत सिंह राजू , राजीव शर्मा, हरविंदर जॉली, हरीश शर्मा, हरीश सग्गड़, विनय मित्तल, गौरव अरोड़ा, दमन कपूर, यशपाल वर्मा, संदीप वधव, राकेश जग्गी, संजीव सचदेवा आदि प्रमुख कार्यकर्त्ता मौजूद थे।
 

Monday, December 28, 2020

कई लोग कांग्रेस पार्टी को छोड़ कर भाजपा में आने का दावा

28th December 2020 at 6:47 PM

 पवन सुरी ,गौरव भारद्वाज,गौरव वर्मा साथियों सहित BJP में शामिल 

कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में आए लोगों का स्वागत 

लुधियाना
: 28 दिसम्बर 2020: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 
किसान मोर्चा से पैदा हुई दिन प्रतिदन बढ़ती जा रही है लेकिन इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी का संगठन लगातार सक्रिय है और अन्य दलों के कार्यकर्ताओं को निरंतर आकर्षित  है। नई खबर के मुताबिक   कर अब भाजपा में शामिल हुए हैं। यह दवा बीजेपी ने बाकायदा एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके किया। 
भारतीय जनता पार्टी जिला क़े पूर्व जिला प्रधान डा.सुभाष वर्मा व जिला भाजपा के  सचिव कैलाश चौधरी के प्रयासों से  पवन सुरी,गौरव भारद्वाज,गौरव वर्मा कांग्रेस को अलविदा कह कर अपने साथियों सहित भाजपा में शामिल करवाया । भाजपा के जिला प्रधान पुष्पेंद्र सिंगल, जिला उपाध्यक्ष हर्ष शर्मा,महेश दत्त शर्मा ने सर्किट हाउस में पवन सुरी,गौरव भारद्वाज,गौरव वर्मा को  डालकर पार्टी में शामिल किया उन्होंने कहा कि आने वाले 2022 के विधासनसभा चुनावों में वह भाजपा के साथ डट कर खड़े रहेंगे। और जो जिम्मेदारी भाजपा की लीडरशिप देगी उसे पूरी तनदेही से निभाउंगा। पवन सुरी ने बताया कि वो पहले कांग्रेस के पूर्वी विधान सभा युवा कांग्रेस के उपप्रधान थे।
             भाजपा जिला प्रधान पुष्पेंद्र सिंगल ने स्वागत करते हुए कहा कि हम साफ सुथरी एवं ईमानदार राजनीति में विश्वास रखते हैं उन्होंने  कहा कि भाजपा देश की एकमात्र ऐसी पार्टी हैं जिसने सत्ता पाने के लिए अपनी प्रखर राष्ट्रवाद की नीति से कभी समझौता नहीं किया। इस मौके पर लुधियाना भाजपा क़े ताजपुर रोड मंडल के प्रधान गुरदीप सिंह सोढी,महामंत्री हरभनस सिंह सलूजा,भाजपा युवा मोर्चा के प्रधान कुशाग्र कश्यप, एस सी मोर्चा के प्रधान कुलविंदर सिंह और प्रैस सचिव डा. सतीश कुमार मौजूद थे।

Friday, December 25, 2020

श्री बाजपेयी की न ही तस्वीर बड़ी लगी न ही शायरी की चर्चा हुई

25th  December 2020 at 7:01 PM

 भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मदिन पर हुए कई आयोजन 

                     भारतीय जनता युवा मोर्चा ने स्वच्छ भारत अभियान चलाया                              

यह चित्र जनहित में जानकारी से साभार

लुधियाना: 25 दिसम्बर 2020: (पंजाब स्क्रीन डेस्क)::
अपने कार्यकाल में कई बार हार  कर भी बुलंदी पर रहे अटल बिहारी वाजपेयी सचमुच अटल रहे।  अटल थे और आज भी अटल हैं। उनके प्रतिद्धंदी उन्हें कभी भी आम जन के दिल और दिमाग से हटा नहीं पाएंगे। उनकी  पारदर्शिता और स्पष्टवादिता हमेशां सबसे आगे रखेगी। उनकी सत्यनिष्ठा सदैव प्रशंसित रहेगी। उनके भाषणों और उनके अंदाज़ की गरिमा कभी धुंधली न हो पायेगी। उनकी शायरी उन्हें सबसे अलग रखेगी ही। 
शायरी भी स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की शख्सियत का एक पहलु  था। अपने स्वभाव और विनम्रता भरे जादूई अंदाज़ से विरोधियों को भी अपना बना लेने वाले वाजपेयी सचमुच विलक्षण थे।  
मौत के जिन क्षणों की कल्पना करके भी कोई डर जाए उनसे मैत्री और मधुरता का सम्बोधन हर कोई कैसे कर सकता है-- इस मधुरता निडरता  वाजपेयी साहिब का अंदाज़ देखिए ज़रा:
ठन गई
मौत से ठन गई

जूझने का मेरा इरादा न था
मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था

रास्ता रोक कर वह खड़ी हो गई
यों लगा ज़िन्दगी से बड़ी हो गई

मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं
ज़िन्दगी सिलसिला, आज कल की नहीं

मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूँ
लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूँ? 

तू दबे पाँव, चोरी-छिपे से न आ
सामने वार कर फिर मुझे आज़मा
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मन में संशय भी आते उन्होंने कभी इन्हें छुपाया भी नहीं। बहुत ही मधुरताऔर सलीके से इनकी बात भी की। अपनी एक और काव्य रचना "गीत नहीं गाता हूँ" में उन्होने  कहा:
गीत नहीं गाता हूँ

बेनक़ाब चेहरे हैं,
दाग़ बड़े गहरे हैं 
टूटता तिलिस्म आज सच से भय खाता हूँ
गीत नहीं गाता हूँ
लगी कुछ ऐसी नज़र
बिखरा शीशे सा शहर

अपनों के मेले में मीत नहीं पाता हूँ
गीत नहीं गाता हूँ

पीठ मे छुरी सा चांद
राहू गया रेखा फांद
मुक्ति के क्षणों में बार बार बंध जाता हूँ
गीत नहीं गाता हूँ
इतने बड़े शायर  उसीकी पार्टी के सदस्य मनाएं और शायरी  तक न हो यह बेहद दुखद है। भारतीय जनता  पार्टी ने बेशक बहुत बड़ा आईटी सेल खड़ा कर लिया होगा लेकिन शायरी सांस्कृतिक क्षेत्र और साहित्य के मामले में लगातार कमज़ोरी जारी है।  

अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन के मौके पर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने शायरी को भूलते हुए स्वच्छ भारत अभियान चलाया। इस अभियान को केसर गंज मंडी के महाराजा अग्रसेन पार्क में चलाया गया। इस अभियान की अध्यक्षता भाजयुमो लुधियाना के  प्रधान कुशाग्र कश्यप ने की। इस मौके पर जिला भाजपा लुधियाना प्रधान पुष्पिंद्र सिंगल ने जहां अटल जी को याद किया वहीं इस मौके पर पंजाब प्रधान भानु प्रताप ने विशेष रूप से स्वच्छता में अपना योगदान दिया। कार्यकर्ताओं ने अटल जी को श्रद्धांजलि दी व उनकी कविताओं को भी सुनाया। स्वछता के संदेश को घर घर पहुंचाने के लिए युवा मोर्चा के सभी कार्यकर्ताओं का उतसाह देखने लायक था। इस मौके पर जिला भाजपा महासचिव कंतेंदु शर्मा, उप प्रधान महेश शर्मा, उप प्रधान हर्ष शर्मा, राजू बेरी, युवा मोर्चा पंजाब से नीरज जिंदल, अरुण गोयल, रवि बत्रा, हिमांशु जिंदल, अंकित सैनी युवा मोर्चा लुधियाना से ललित चौहान, दीपक जोहर, रोबिन चुघ, रोहित बत्रा, साहिल दुग्गल, नमन बंसल, अभिषेक सिंघल, करण जोशी, लव कक्कर, कन्हैया, सूरज रुद्र, दीपक गुप्ता, अमित सचदेवा, नवीन सैनी, आशीष सपरा अपने साथियों सहित स्वछता में अपना अपना योगदान देते नज़र आये। उम्मीद है भाजपा के प्रबंधक जल्द ही श्री वाजपेयी के इस  स्वरूप की भी करेंगे। भविष्य में इसी चेहरे 

अड़ियलपन में वाजपेयी के जन्मदिन का सुअवसर भी गंवाया

25th December 2020 at 4:41 PM

जन्मदिन भारत रत्न श्री वाजपेयी का-गुणगान मोदी साहिब का 

              भाजपा के सभी 25 मंडलों में हुए विशेष आयोजन:पुष्पेंद्र सिंगल              

लुधियाना: 25 दिसम्बर 2020: (पंजाब स्क्रीन डेस्क):: 


एनडीए गठबंधन के चलते पंजाब में संकट का एक ऐसा समय भी आया जब पंजाब भाजपा के कई वरिष्ठ नेता अपनी किसी विशेष मांग पर दबाव डालने के लिए अपना अपना इस्तीफा अकालीदल के वयोवृद्ध नेता मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के पास पहुँच गए। माहौल ऐसा बन गया महसूस होता था जैसे कि  कम से कम पंजाब में तो आज जह गठबंधन टूट ही जायेगा और इसका असर भी देश भर में बहुत जल्नद नज़र आने लगेगा। लेकिन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल तीखे आक्रामक रुख में आए उन भाजपा नेताओं से बहुत ही भरे मन से बोले लो मेरा इस्तीफ़ा ले जाओ और श्री वाजपेयी जी को दे दो। वह जो कहेंगे मैं मान लूंगा।  सब आक्रोश ठंडा हो गया बात आई गई हो गई। बहुत बड़ा दिख रहा संकट पलों क्षणों में ही दूर हो गया।  आज की तरह अकाली दल के अलग होने की नौबत उस आक्रामक माहौल में भी नहीं आई।  अब तो अकालीदल हर रोज़ किसान मुद्दे पर मोदी सरकार और भाजपा को खरी खोटी सुना रहा है।

यह तस्वीर हिस्ट्री इन  कलर्ज़  से साभार 
आज किसान आंदोलन के चलते जो दरारें बढ़ती जा रही हैं उन्हें रोकने के लिए स्वर्गीय प्रधानमंत्रीअटल बिहारी वाजपेयी जैसा कोई करिश्मा भी नज़र नहीं आ रहा और वयोवृद्ध अकाली नेता प्रकाश सिंह बादल भी केंद्र सरकार के राज हठ के सामने बेबस से नज़र आ रहे हैं।  किसान आंदोलन लगातार गंभीर होता जा रहा है लेकिन सत्ता उदासीन सी लगती है। क्या अम्बानी अडाणी के पैसे का जादू करोड़ों लोगों के दिमाग को बदलेगा?

इस नाज़ुक स्थिति में स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटलबिहारीबादल को उनके जन्मदिन पर हुए अकालीदल के तेज़तर्रार नेता सुखबीर बादल ने भी पते की बात कही है। उन्होंने दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जयंती पर याद करते हुए कहा कि मौजूदा एनडीए सरकार को श्री वाजपेयी के निर्धारित समावेशी शासन के उदाहरण सीखने की ज़रूरत इस नाज़ुक दौर में बेहद ज़्यादा है। सभी को अपने साथ लेकर चलने की जरूरत इस मौजूदा हालात में पहल्रे से कहीं ज़्यादा है। केंद्र सरकार को अपने दरवाजे पर असहनीय परिस्थिति में डेरा डाले हजारों पुरूषों, महिलाओं तथा बच्चों की पीड़ा को समाप्त करने के लिए संवेदना से काम लेते हुए कोई ठोस कार्य करना चाहिए और इसमें झूठी प्रतिष्ठा तथा अंहकार पर नहीं अड़ना चाहिए।

 आज वाजपेयी जी की छवि ज़रूरी हो गई है भाजपा को बचाने के लिए। मौजूदा दौर बेहद गंभीर है। इसे भाजपा नेता भी अंदर ही अंदर समझते हैं लेकिन खुल कर कोई बोल नहीं पा रहा है। जन्मदिन मनाया शायरी और संवेदना के महांरथी वाजपेयी  का लेकिन उस सुअवसर को भी केवल मोदी मोदी के गुणगान में बलि चढ़ा दिया। चाहिए था वाजपेयी की शायरी की चर्चा  होती। हर विचारधारा के शायर बुलाए जाते और शायरी को सहारा बना कर आम जनता और किसानों के साथ भाईचारा मज़बूत किया जाता लेकिन वह सब हर मंडल में एल ई डी की बड़ी बड़ी स्क्रीनें लगा कर दिखाई गई सियासी भाषणबाज़ी के शोर में निरथर्क कर दिया गया। न जाने भाजपा का थिंक थैंक क्या कर रहा या वह भी इतना बेबस हो गया है?

  यह तस्वीर इंडियन हिस्ट्री पिक्स से साभार
भारतीय जनता पार्टी जिला लुधियाना के जिला प्रधान पुष्पेंद्र सिंगल के दिशा निर्देशा अनुसार 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न श्री अटल बिहारी बाजपेयी का जन्मदिन लुधियाना भाजपा के सभी 25 मंडलों में मनाया गया व भाजपा के सभी 25 मंडलों में भाजपा लुधियाना के सीनियर नेताओं ने हर मंडल में श्री अटल बिहारी बाजपेयी के जीवन के बारे में प्रकाश डाला।  सभी ने श्री अटल बिहारी बाजपेयी जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पण कर उन्हें अपने अपने श्रद्धा सुमन भेट किये। इन मंडलों में भाजपा के सीनियर नेताओ जिनमे भाजपा पंजाब के महामंत्री जीवन गुप्ता, टिब्बा रोड मंडल में जिसके प्रधान जसदेव तिवारी, प्रभारी अमित डोगरा, भाजपा ज़िला सचिव नवल जैन, श्याम लाल फौजी, अमित रॉय कृष्ण कुमार तिवारी आदि उपस्थित रहे।

ऋषि नगर मंडल में जिला प्रधान पुष्पेंद्र सिंगल, मंडल के प्रधान प्रिंस भंडारी, प्रभारी अश्वनी बहल, जिला उपाध्यक्ष सुनील मौदगिल, किसान मोर्चा के पंजाब उपाध्यक्ष दविंदर सिंह घुम्मन, महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष मनिंदर कौर घुम्मन, एस सी मोर्चा के ज़िला प्रधान कुलविंदर सिंह, एस सी मोर्चा पंजाब के उपाध्यक्ष रवि बाली, कैलाश नगर में योगेंद्र मकोल जिसके प्रधान रोमी मल्होत्रा, ज़िला प्रेस सचिव डा.सतीश कुमार, फोकल पॉइंट मंडल में कुशाग्र कश्यप जिसके प्रधान तीर्थ तनेजा, प्रभारी नवल जैन, जमाल पुर मंडल में पवन शर्मा जिसके प्रधान भूपिंदर राय, कैलाश चौधरी मंडल प्रभारी, ताजपुरमंडल में बलबीर कमांडों जिसके प्रधान गुरदीप सिंह सोढ़ी, प्रभारी सुमित टंडन, ढाबा लोहारा मंडल में सुश्री रेनू थापर जिसके प्रधान पंकज शर्मा, प्रभारी तरनजीत सिंह, गयासपुर मंडल में नीरज वर्मा जिसके प्रधान सुरेश अग्रवाल, ढोलेवाल मंडल में सुनील मेहरा जिसके प्रधान केवल गर्ग प्रभारी आर डी शर्मा, जनता नगर मंडल में कांतेदु शर्मा जिसके मंडल प्रधान क्रांति डोगरा, प्रभारी किरण शर्मा,आतम नगर मंडल में रवि बाली जिसके प्रधान बलबीर सिंह बंटी, प्रभारी राजेश्वरी गोसाई, दुगरी नगर मंडल में अरुणेश मिश्रा जिसके प्रधान शिव राम गुप्ता, प्रभारी संदीप पूरी, किदवई नगर में यशपाल चौधरी जिसके प्रधान गुरप्रीत सिंह राजू, प्रभारी धर्मेंदर शर्मा, शिवजी नगर मंडल में सुभाष भाटिया जिसके प्रधान राजीव शर्मा, प्रभारी सुमन वर्मा, सुभानी बिल्डिंग मंडल में भाजपा पंजाब के खजांची गुरदेव शर्मा देबी जिसके प्रधान हरविंदर जॉली प्रभारी अंकित बत्रा, माधो पूरी मंडल में दिनेश सरपाल जिसके प्रधान हरीश शर्मा, प्रभारी मनमीत चावला, गुरुनानक पूरा मंडल में डिम्पी मक्कड़ जिसके प्रधान हरीश सग्गड़ प्रभारी पंकज जैन, दरेसी  मंडल में अशोक जुनेजा जिसके प्रधान विनय मित्तल प्रभारी यशपाल जनोत्रा,हैबोवाल मंडल में भूषण गयल जिसके प्रधान गौरव अरोड़ा, सलेम टाबरी मंडल में परवीन बंसल जिसके प्रधान दमन कपूर, प्रभारी महेश शर्मा, शिव पुरी मंडल में इन्दर अग्रवाल प्रधान यशपाल वर्मा, प्रभारी लकी शर्मा, एस बी एस नगर में अशोक लूम्बा जिसके प्रधान संजीव पूरी प्रभारी दीपक गोयल, घुमार मंडी में कमल चेतली जिसके प्रधान संदीप वधवा, प्रभारी हर्ष शर्मा,भारत नगर मंडल में एडवोकेट बिक्रम सिंह सिद्धू जिसके मंडल प्रधान राकेश जग्गी प्रभारी सुनील मौदगिल,अगर नगर मंडल में मदन मोहन व्यास जिसके प्रधान संजीव सचदेवा प्रभारी संजय गोसाई इसके इलावा हर मंडलों में प्रमुख कार्यकर्ताओं ने अपने अपने मंडलों में जाकर भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंदर मोदी जी के विचारों को सुना।

                         सभी मंडलों के समस्त कार्यकर्ताओं ने उनको अपने भाव प्रेषित किए और उसके उपरांत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र को संबोधित करते हुए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता किसानों के प्रति दोहराई और  क्रमवार एक एक शंका निवारण किया। वह "राजनीतिक विरोधियों" द्वारा किए जा रहे "दुष्प्रचार" की पोल भी खोली और हर मंडलों में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री जी का संबोधन LED टी वी व् बड़ी स्क्रीनों पर सुना और "किसानों के हित के लिए काम करने वाले प्रधानमंत्री" का कोटी कोटी धन्यवाद भी किया। भाजपा जिला अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंगल ने कहा कि आज का दिन  25 दिसम्बर सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया।  उन्होंने कहा की पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। वे तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने। वे साल 1996 में पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने। वाजपेयी उन चुनिंदा नेताओं में से एक थे, जो बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे, साथ ही उनकी दोस्ती पक्ष हो या विपक्ष हर किसी से हुई। उन्हें कभी भी नहीं भुलाया जा सकता। उन्होंने भारतीय राजनीति में स्थायी गठबंधन की राजनीति की शुरुआत करने के लिए भी जाना जाता है! अफ़सोस कि राजहठ, अहंकार और अड़ियलपन में भाजपा ने वाजपेयी के जन्मदिन का सुअवसर भी गंवा दिया। 

Friday, November 20, 2020

महामारी लम्बी खिंचने से एक पूरी पीढ़ी के भविष्य पर जोखिम

 19 नवंबर 2020//स्वास्थ्य

UNICEF//तुर्की की राजधानी इस्ताम्बूल में कोविड-19 महामारी के दौरान एक 7 वर्षीय बच्चा खिड़की से बाहर देखते हुए. स्कूल बन्द होने, स्वास्थ्य व पोषण सेवाओं में व्यवधान होने के कारण दुनिया भर में करोड़ों बच्चे प्रभावित हुए हैं.

यूनीसेफ़ ने 20 नवम्बर को मनाए जाने वाले विश्व बाल दिवस के अवसर पर गुरूवार को जारी एक रिपोर्ट में दर्शाया है कि कोरोनावायरस महामारी के बच्चों पर कितने घातक व बढ़ते प्रभाव हो रहे हैं जबकि महामारी दूसरे वर्ष में भी दाख़िल होने के कगार पर है.

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष यूनीसेफ़ ने कहा है कि कोविड-19 महामारी से संक्रमित होने वाले बच्चों में लक्षण तो मामूली ही नज़र आ रहे हैं, लेकिन संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, साथ ही उनकी शिक्षा और पोषण पर भी दीर्घकालीन प्रभाव बढ़ रहा है, और युवाओं की एक पूरी पीढ़ी का स्वास्थ्य व रहन-सहन उनके पूरे जीवन को ही बदल देने वाला होने की आशंका है. 

यूनीसेफ़ की कार्यकारी निदेशक हेनरिएटा फ़ोर ने कहा है, “कोविड-19 के दौरान पूरे समय ये ग़लत सोच बनी रही कि बच्चे इस महामारी से बहुत कम प्रभावित होंगे. ये सोच या ख़याल, कोरा झूठ होने के सिवाय कुछ नहीं हो सकता.”

“बच्चे भी बीमार हो सकते हैं, और उनसे भी बीमारी फैल सकती है, ये महामारी के विशालकाय आकार का केवल एक पक्ष है.

बुनियादी सेवाओं में व्यवधान और बढ़ती ग़रीबी के कारण बच्चों के लिये सबसे ज़्यादा जोखिम पैदा हो रहा है. जितने लम्बे समय तक ये महामारी रहेगी, उतना ही ज़्यादा असर बच्चों कि शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण और उनके रहन सहन पर पड़ेगा. एक पूरी पीढ़ी के भविष्य पर ख़तरा मंडरा रहा है.”

पीढ़ी को बचाना होगा  

यूनीसेफ़ ने अपनी इस रिपोर्ट में कहा है कि 3 नवम्बर तक उपलब्ध आँकड़ों के अनुसार 87 देशों में, 20 वर्ष से कम उम्र के युवाओं व किशोरों में हर 9 में से 1 को कोविड का संक्रमण था. या यूँ कहें कि उन देशों में ये संक्रमण 11 प्रतिशत था. 

यूनीसेफ़ का कहना है कि वैसे तो कोरोनावायरस बच्चों से एक दूसरे में और ज़्यादा उम्र वाले लोगों में भी फैल सकता है, लेकिन ऐसे मज़बूत सबूत भी हैं कि अगर पुख़्ता सुरक्षा और ऐहतियाती उपायों के साथ स्कूल खुले रखे जाएँ तो बन्द रखने के मुक़ाबले ज़्यादा लाभ हैं.

संगठन ने ध्यान दिलाते हुए कहा कि सामुदायिक संक्रमण के फैलाव के मुख्य कारण स्कूल नहीं है, और बच्चों में संक्रमण स्कूलों से बाहर के स्थानों से वायरस फैलने की ज़्यादा सम्भावना है.

चिन्ताजनक तथ्य

साथ ही, 140 देशों में किये गए सर्वेक्षण से मिले आँकड़ों का इस्तेमाल करके रिपोर्ट में दर्शाया गया है कि बच्चों के लिये ज़रूरी स्वास्थ्य सेवाओं और सामाजिक सेवाओं में आए व्यवधान के कारण बच्चों के लिये सर्वाधिक गम्भीर जोखिम पैदा हो गया है.

कम से कम एक तिहाई देशों में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता व दायरे में 10 प्रतिशत तक की गिरावट आई है, इनमें टीकाकरण और मरीज़ों को दैनिक स्तर पर मिलने वाली बाहरकी स्वास्थ्य सेवाएँ भी शामिल हैं.

महिलाओं व बच्चों के लिये पोषण सेवाओं का दायरा भी कम हुआ है, जिनमें स्कूलों में मिलने वाला भोजन व विटामिन और अन्य पोषक पदार्थ भी शामिल हैं क्योंकि सामाजिक सेवाएँ मुहैया कराने वाले अधिकारियों की बच्चों के घरों के दौरे कम हुए हैं.

© UNICEF/Everett//केनया के नैरोबी शहर में 11 साल का बच्चा अपनी कक्षा 6 की पाठ्यपुस्तकों का अध्ययन करते हुए, घर पर पढ़ाई कर रहा है. वह ऑनलाइन शिक्षा नहीं ले सकता क्योंकि उसके परिवार के पास कोई मोबाइल फोन नहीं है

वैश्विक स्तर पर, लगभग 57 करोड़ बच्चे, यानि दुनिया भर में स्कूली शिक्षा के लिये पंजीकृत बच्चें की लगभग 33 प्रतिशत संख्या, 30 देशों में स्कूल बन्द होने से प्रभावित हुए हैं.

ये आँकड़े नवम्बर 2020 के हैं. बहुपक्षीय ग़रीबी में रहने वाले बच्चों की संख्या अनुमानतः 15 प्रतिशत बढ़ गई है.

बच्चों की ज़रूरतों को प्राथमिकता

रिपोर्ट में चिन्ताजनक जानकारी सामने आने के सन्दर्भ में यूनीसेफ़ ने तमाम देशों की सरकारों और साझीदारों का आहवान किया है कि वो कोविड-19 संकट का सामना करने के लिये ठोस कार्रवाई करें.

यूएन एजेंसी ने ऐसे हालात सुनिश्चित किये जाने का आहवान किया है जिसमें सभी बच्चों की शिक्षा जारी रह सके, और डिजिटल खाई भी पाटने का आहवान किया गया है. संगठन ने देशों से बच्चों व परिवारों को पोषण, पीने का साफ़ व सुरक्षित पानी के साथ-साथ, स्वास्थ, स्वच्छता और साफ़-सफ़ाई सेवाएँ भी सुनिश्चित करने की पुकार लगाई है. टीकाकरण भी हर बच्चे को किफ़ायती बनाने के साथ-साथ आसानी से उपलब्ध कराने का भी आहवान किया गया है.

इन सबके साथ, सभी बच्चों व किशोरों को मानसिक स्वास्थ्य सुविधा, और हिंसा व नज़रअन्दाज़ किये जाने के माहौल से बचाने की भी माँग की गई है. संघर्षों, आपदाओं व विस्थापन के हालात में जीने वाले परिवारों और बच्चों को भी सहायता में बढ़ोत्तरी किये जाने का आहवान किया गया है.

यूनीसेफ़ ने बच्चों में ग़रीबी को पलटने की ज़रूरत पर ध्यान दिलाते हुए, महामारी से उबरने में सभी को साथ लेकर चलने का आहवान किया गया है.

यूनीसेफ़ की कार्यकारी निदेशक हैनरिएटा फ़ोर ने कहा है, “इस वर्ष विश्व बाल दिवस पर, हमने देशों की सरकारों और साझीदारों के साथ-साथ निजी सैक्टर से बच्चों और उनकी ज़रूरतों को प्राथमिकताओं पर रखने को कहा है.”

“ऐसे में जबकि हम सभी अपने भविष्य के बारे में फिर से सोच-विचार कर रहे हैं और महामारी से मुक्त विश्व की तरफ़ देख रहे हैं, बच्चे सर्वोच्च प्राथमिकता पर होने चाहिये.




Saturday, October 24, 2020

मनदीप मदान कभी BJP के थे ही नहीं-कांतेन्दु शर्मा

 सुधा खन्ना ने कहा ये लोग कभी भी BJP के सक्रिय कार्यकर्त्ता नहीं थे 

लुधियाना: 24 अक्टूबर 2020: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 

कांतेन्दु शर्मा
चुनाव नज़दीक आ  रहे हैं तो सियासी चालबाज़ियाँ भी तेज़ी से शुरू हैं। दल बदलियां और खेमा बदलियां भी तेज़  हैं। किसान आंदोलन के चलते अचानक ही भाजपा सबंधित गठबंधन का साथ छोड़ने वाले अकालीदल के सुर बीजेपी के  खिलाफ तेज़ हो गए हैं।  हाल ही में ऐसी खबरें भी आती रही हैं कि फलां फलां लोग फलां फलां पार्टी छोड़ कर फलां फलां पार्टी में शामिल हो गए हैं। 

एक खबर ऐसी भी आई कि कुछ रोज पहले मनदीप मदान अपने सैकड़ो साथियों सहित अकाली दल बादल में शामिल गए हैं। इस खबर का भी भाजपा नेताओं गंभीर नोटिस लिया है। भाजपा महासचिव कांतेंदु शर्मा ने स्पष्ट किया कि ये लोग तो कभी हमारे थे ही नहीं। भाजपा   सिद्धांतप्रिय पार्टी  है और इसके सभी सदस्य भी पूरी तरह से पार्टी और इसके आदर्शों को समर्पित होते हैं। हमारे लोग कभी भी अवसरवादिता को सामने रख कर पार्टी नहीं छोड़ा करते। अकाली नेताओं को इस तरह की ओछी राजनीति से बचना चाहिए। इन हल्की किस्म की बातों से अकाली दल के वरिष्ठ नेताओं की गरिमा भी कम होती है। भाजपा का कद अब इतना बढ़ चुका है कि भाजपा पर इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। हमने देश को बदलने  का संकल्प किया हैऔर बदल कर रहेंगे। कोई भी कठिनाई हमारा रास्ता नहीं रोक सकती। तूफानी विरोधों के बावजूद  हम आगे  बढ़ते रहेंगे। 

सुधा खन्ना 
उन्होंने कहा था कि ये जो भी कार्यकर्ता अकालीदल में शामिल हुए है ये कभी भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता थे ही नहीं।  भाजपा जिला महामंत्री कांतेन्दु शर्मा ने कहा की अकाली नेता अपनी ही पार्टी के अंदर जारी आपसी घमासान के कारण पार्टी नेतृत्व के सामने अपने आपको चमकाने के लिए ऐसी ओछी राजनीती कर रहे है। उन्होंने कहा कि कुछ नेता अपना वर्चस्व कायम करने के लिए ये सब कर रहे है। 

इसी बीच भाजपा की सक्रिय महिला नेता सुधा खन्ना ने भी इस तरह की तथाकथित दलबदलियों को हल्की सियासत कहते हुए स्पष्ट कहा है कि भाजपा से सबंधित लोग  सिद्धांतों पर आधारित  हैं और अकालीदल  की तरह अवसरवादी और क्षेत्रवादी नहीं हैं।  हम लोग विश्व बन्धुत्त्व को समर्पित हैं और राष्ट्रवाद हमारे लिए सर्वोप्रिय है।  हम और हमारे लोग कभी अपनी पार्टी नहीं छोड़ा करते। लाठी चले या गोली हम लोग आखिरी सांस तक पार्टी को समर्पित रहते हैं। देश की जनता के दबे कुचले वर्ग की सार लेना हमारा प्रथम कर्तव्य है। देश के सभी वर्गों को इस नेक मकसद की पूर्ती के लिए भाजपा  का साथ देना चाहिए। 

Friday, October 09, 2020

GCG लुधियाना में लगाया गया विशेष कोविड-19 स्वास्थ्य कैंप

Friday: 9th October 2020 at 3:23 PM

 डाक्टर सीमा कौशल ने बताये बचाव के बहुत भी महत्वपूर्ण गुर 


लुधियाना
: 9 अक्टूबर 2020: (कार्तिका सिंह//पंजाब स्क्रीन)::

कोरोना की मार को रोकने में पंजाब सरकार लगातार सक्रिय है। मिशन फ़तिह के अंतर्गत इस मकसद के लिया हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है। इसी अभियान के अंतर्गत पंजाब स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों की एक विशेष टीम ने लुधियाना स्थित लड़कियों के राजकीय कालेज में एक कैंप का  आयोजन आयोजन किया। इस कैंप के दौरान कोविड-19 के निशुल्क टैस्ट करवाए गए तांकि इसे रोकने में सभी आवश्यक कदम उठाये जा सकें। गौरतलब है की ऐसे कदम उठा कर ही रिकवरी दर को बढ़ाया जा सकता है और मृत्यु डर को कम किया जा सकता है। इसी मकसद के लिए जागरूकता अभियान भी चलाये जा रहे हैं। समाजिक और शिक्षण संस्थान भी काम में सहयोग दे रहे हैं। यू सी एच सी जवद्दी की मेडिकल अफसर डाक्टर सीमा कौशल ने कालेज के स्टाफ  छात्राओं को कोरोना से बचाव के लिए सभी सावधानियां और अन्य बातें बतायीं। रोग प्रतिरोधक शक्ति को मज़बूत रखने के लिए क्या क्या खाना पीना है इस बात के भी गुर बतलाये। डाक्टर मैडम ने बताया कि इन नियमों और सावधानियों का पालन करके ही हम कोरोना पर मुकम्मल विजय प्राप्त कर सकेंगे। स्वास्थ्य की रक्षा, स्वास्थ्यवर्द्धक खानपान और आवश्यक व्यायाम इस मामले में बहुत ही आवश्यक है। कार्यवाहक प्रिंसिपल डाक्टर गुरप्रीत कौर और स्टूडेंट्स काउन्सिल की इंचार्ज डाक्टर सुखविंदर कौर की देखरेख में लगाए गए इस स्वास्थ्य कैंप का फायदा कालेज की बहुत सी छात्राओं ने उठाया। इस तरह के स्वास्थ्य कैंपों का आयोजन तेज़ी से किया जा रहा है तांकि सभी क्षेत्रों के लोगों को इसका फायदा पहुंच सके। 

Friday, October 02, 2020

भाजपाइयों का कांग्रेस दफ्तर के बाहर विशाल जवाबी धरना

 कैप्टेन की फ़ोटो पर बूट पोलिश से किया मुँह काला 


लुधियाना
: 2 अक्टूबर 2020:(पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 
अगर गांधी जयंती से एक दिन पूर्व कांग्रेसी वर्करों ने लुधियाना के घंटा घर चौंक में स्थित भाजपा कार्यालय में घुसकर हंगामा किया था तो आज भाजपा वर्करों ने भी बहुत बड़ी संख्या में नज़दीक ही स्थित कांग्रेस पार्टी के दफ्तर के सामने विशाल धरना दिया। कांग्रेसी वर्करों ने अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला भाजपा दफ्तर के बाहर  लटका कर उसे जलाने की नाकाम कोशिश की थी तो भाजपा वालों ने भी कैप्टेन की फोटो पर पोलिश लगा कर उस फोटो का मुंह काला किया। अगर कांग्रेस ने यह दिखाया कि पंजाब में हमारी सरकार है तो भाजपा ने इसका जवाब देते हुए याद दिलाया की हिन्दोस्तान में हमारी सरकार है। कांग्रेस ने अपना यह "एक्शन" अगर गाँधी जयंती से ें एक दिन पूर्व किया तह भाजपा ने गाँधी गांधी जयंती के दिन पर ही इसका कड़ा दिया।  अमन कानून को ठेंगा दिखाने का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है। यानि कोई किसी से कम नहीं। 
भाजपा नेताओं ने अपने प्रेस वक्तव्य में कांग्रेसी वर्करों को गुंडा बताया और ज़ाहिर किया कि हमने तो इनका जवाब ही दिया है। भाजपा ने इस बात का शिकवा भी किया कि गांधी जयंती से एक दिन पूर्व कांग्रेसी गुंडों द्वारा भाजपा लुधियाना की इमारत में घुसकर जो हंगामा किया गया  निंदनीय है।  व्यक्त किया कि पुलिस को शिकायत किये जाने के बावजूद कोई कारवाई नहीं की गई।  पुलिस के इसी रवैये के विरोधस्वरूप भाजपा ने  दफ्तर  के सामने धरना दिया। 
ज़िला भाजपा द्वारा जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंगल की अध्यक्षता में  भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के जिला मुख्यालय के सामने पहुंच क्र ज़ोरदार नारेबाजी की और धरना प्रदर्शन किया। पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय को जाने वाली हर गली को बैरिकेड लगाकर बन्द कर दिया। इस पर भाजपाइयों ने बाहर सड़क पर ही धरना लगा मुख्यमंत्री कैप्टन और कांग्रेसियों पर कारवाई न करने वाली पुलिस के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। भाजपा नेताओं ने कैप्टन  की फ़ोटो को धरनास्थल पर टांगकर बूट पोलिश से मुंह काला कर दिया। इस दौरान भाजपाइयों की पुलिस से जमकर झड़प भी हुई।
भाजपा के जिला अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंगल ने कहा कि प्रदेश में शराब माफिया,लूट,डकैती, हत्या और दुष्कर्म शरेआम डुंडा गर्दी की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। कानून व्यवस्था को संभालने में विफल रहने वाला प्रशासन कांग्रेस नेताओं के इर्द-गिर्द घूमने पर व्यस्त है। भाजपा द्वारा पोस्टर लगाने पर कांग्रेसियो के इशारे पर पुलिस रात के अंधेरे में पोस्टर उतारती है। ऐसा प्रतीत होता है के प्रशासन सरकार से तन्खाह लेकर कांग्रेसियो के काम मे व्यस्त है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में लूट, डकैती, हत्या और दुष्कर्म जैसी वारदातों से आमजन में डर का माहौल है और अब कांग्रेसी अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए विरोधी पार्टी के कार्यकर्ताओं को डराने की रणनीति पर काम कर रही है। एक ही समय पर लुधियाना और अमृतसर भाजपा कार्यालयों पर कांग्रेसी गुंडो द्वारा हमला होना ये दर्शाता है कि सब कुछ पहले से ही निश्चित था।
भाजपा जिला अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा का नेता न दबने वाला है और न ही डरने वाला है। कोई भी सरकार या पार्टी भाजपा को कमज़ोर समझने की गलतफहमी में न रहे। 
इस माैके पर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रो.राजेंद्र भंडारी, प्रदेश महामंत्री जीवन गुप्ता, प्रदेश के उपाध्यक्ष प्रवीण बंसल, प्रदेश प्रवक्ता अनिल सरीन,कोषाध्यक्ष गुरुदेव शर्मा देवी,एस सी मोर्चा पंजाब के अध्यक्ष राज कुमार अटवाल,कमल चेतली,जतिंदर मित्तल,हरबंसलाल फैंटा,सुभाष डावर,राजिंदर खैत्री, महासचिव कांतेंदु शर्मा,राम गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष सुनील मौदगिल, राजेश्वरी गोसाई ,योगेंद्र मकोल, महेश शर्मा, हर्ष शर्मा, अश्वनी बहल, यशपाल जनोत्रा, आर डी शर्मा, जिला सचिव संजय गोसाई, पंकज जैन, कैलाश चौधरी, सुमन वर्मा, विक्की सहोता, अमित डोगरा, लकी चोपड़ा, सीमा शर्मा, पार्षद दल की नेता सुनीता शर्मा,पार्षद सुरिंदर अटवाल, यशपाल चौधरी, इंद्र अग्रवाल,रोहित सिक्का,पंकज शर्मा, लुधियाना किसान मोर्चा के प्रभारी नरिंदर सिंह मल्ही, किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष प्रताप सिंह सिंधु,एस सी मोर्चा के अध्यक्ष कुलविंदर सिंह,सुमित टंडन, दीपक गोयल, भूषण गोयल, प्रेस सचिव मनमीत चावला,डॉक्टर सतीश कुमार, मंडल अध्यक्ष आकाश गुप्ता,दीपक गुप्ता,रोमी मल्होत्रा,जसदेव तिवारी,सुरेश अग्रवाल,केवल गर्ग,तीर्थ तनेजा,भूपिंदर राय,केवल गर्ग,सुधा खन्ना,मनीषा सैनी,हरमन कौर,मनोज कुमार चौहान,डॉक्टर परमजीत सिंह,रोहित बत्रा, दमन कपूर, अभिषेक सिंगल, सिमर चंडोक,ललित चौहान,राकेश नागपाल, दमनजीत अनमोल, सिमर चंडोक, नमन बंसल, माणिक वर्मा समेत भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। 
आज के इस धरने के चलते भारी जाम भी लगा रहा। लोग üपरेशान होते रहे लेकिन पुलिस वालों का सारा ध्यान घंटाघर स्थित कांग्रेस के धरने को भाजपा वर्करों के कोप और आक्रोश से बचाने पर केंद्रित रहा। भाजपा की और कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा है। जाम के कारण वाहन चालकाें काे परेशानियाें का सामना करना पड़ा। ऐसे में विश्वकर्मा चौक से घंटाघर को जाने वाली रोड जाम है। एम्बुलेंस भी जाम में फंसी रही। ऐसे में वाहन चालक जमकर राजनीतिक पार्टियों को कोसते नज़र आये। 
कांग्रेस और भाजपा की इस धरना सियासत के बीच किसान संगठनों और उनके हमदर्दों ने इस बात पर अपनी तीखी नज़र रखी हुई है कि कहीं इस तरह के  "टकराव" लगातार मज़बूत हो रहे किसान आंदोलन को पैंचर करने की कोई साज़िश तो नहीं?

 

Sunday, August 30, 2020

यौमे आशूरा अवसर पर ऑनलाइन कांफ्रेंस का आयोजन

 हजरत इमाम हुसैन की शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा 
                                                         -शाही इमाम पंजाब 
जामा मजिस्द लुधियाना में ऑनलाइन शहीद ए करबला कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी के साथ गुलाम हसन कैसर,मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी
लुधियाना 30 अगस्त 2020 (पंजाब  स्क्रीन ब्यूरो
कोविड-19 के मद्देनजर आज यहां एतिहासिक जामा मजिस्द में यौमे आशूरा के अवसर पर हजरत इमाम हुसैन रजि. अल्लाह अनहू की याद में ऑन लाइन शहीद ऐ करबला कांफ्रेंस का आयोजन मजलिस अहरार इस्लाम द्वारा किया गया। जिसकी प्रधानगी शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने की। इस अवसर पर पावन कुरान शरीफ की तलावत कारी मुहम्मद मुहतरम द्वारा की गई और प्रसिद्व शायर गुलाम हसन कैसर,कारी मुहम्मद मुस्तकीम करीमी ने नातिया कलाम पेश किया।
कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने कहा कि आज का दिन विश्व के एतिहास मेें बहुत विशेष  है,इस दिन अल्लाह ताआला ने बड़ी रहमत व बरकत वाला बताया है और इस्लाम धर्म में मुहर्रम की 9 व 10 तारीख को रोजा रखने को कहा गया है। शाही इमाम ने कहा कि आज से 1400 वर्ष पहले आज के दिन करबला के मैदान में पैंगबर इस्लाम हजरत मुहम्मद सलल्लाहु अलैही वस्लम के नवासे हजरत इमाम हुसैन रजि. अल्लाह अनहू ने अपने पूरे परिवार व साथियों के साथ वक्त के जालिम हुक्मरानो के खिलाफ सच्चाई की आवाज बुलंद करने के कारण शहीद कर दिए गए। उन्होंने कहा कि विश्व भर में सरकारों के खिलाफ सच्चाई की आवाज उठाने का पहला संदेश मैदान ए करबला से हजरत इमाम हुसैन रजि. अल्लाह अनहू ने दिया,जो कि हमेशा याद रखा जाएगा। शाही इमाम ने कहा कि इस शहादत को कभी भुलाया नही जा सकता और जो कौमे अपने शहीदो को भूल जाती है,उनका वजूद खत्म हो जाता है। शाही इमाम ने कहा कि हजरत इमाम हुसैन ने उस समय के जालिम बादशाह से कौम व धर्म को बचाने के लिए कुर्बानी दीं थी। शाही इमाम ने कहा कि यौमे आशूरा के दिन ही अल्लाह पाक ने जमीन,आसमान,हवा,पानी,इंसान व हर चीज को बनाया और 10 मुहर्रम यौमे आशूरा के दिन ही कयामत आएगी। शाही इमाम ने कहा कि आज के दिन हमे अपने घर वालो पर दिल खोल कर खर्च करना चाहिए और इस दिन गरीबो की मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी मुसलमान किसी यतीम को खाना खिलाता है,अच्छे कपड़े पहनाता है और बाद में उस यतीम के सिर पर प्यार से हाथ फेरता है और जितने वाल उसके हाथों के नीचे से निकलेगे,अल्लाह पाक उसको हर वाल के बदले में नेकियां देते है। कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद रहमानी लुधियानवी ने मैदाने करबला का किस्सा बयान करते हुए हजरत इमाम हुसैन रजि. अल्लाह अनहू की बहादुरी की दास्तान बयां की। उन्होंने कहा कि कयामत तक आने वाले लोगो के लिए करबला का मैदान सच्चाई व इमानदारी देने का संदेश देता रहेगा।



Sunday, August 16, 2020

अटल जी थे देश के सर्वमान्य नेता--पुष्पेन्द्र सिंगल

Sunday:16th August 2020 at 6:07 PM
 दूसरी पुण्यतिथि पर लुधियाना में भी हुआ विशेष आयोजन 
लुधियाना: 16  अगस्त 2020: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 
अपने विरोधियों को भी मोह लेने वाले दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जो इतिहास रचा उसकी पुनरावती शायद अब कभी न हो सके। उन जैसा अब कोई नहीं रहा। की दूसरी पुण्य तिथि पर आज ज़िला भाजपा कार्यालय में हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय जनता पार्टी ज़िला लुधियाना के अध्यक्ष पुष्पेन्द्र सिंगल ने की।  
भारत रत्न ,पूर्व प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता रहे अटल बिहारी वाजपेयी की आज दूसरी पुण्यतिथि पर लुधियाना  व पंजाब भाजपा के  कई बड़े नेताओ ने  उन्हें श्रद्धांजलि  दी। इस मौके पर  पंजाब भाजपा के कोषाध्यक्ष गुरदेव शर्मा देबी, सह कोषाध्यक्ष रविंदर अरोड़ा, भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव सुखमिंदर पाल सिंह ग्रेवाल और अन्य नेता विशेष रूप से शामिल हुए। 
भाजपा के ज़िला प्रधान पुष्पेन्द्र सिंगल ने कहा की अटल जी भारतीय लोकतंत्र की उत्कृष्टतम परंपराओं  के प्रेरणा पुंज थे, लोकतंत्र की सात्विक मर्यादाओं के मूर्तरूप थे। देश अपने मानवतावादी युगदृष्टा नेता, सहृदय और ओजस्वी शब्दशिल्पी को कृतज्ञतापूर्वक स्मरण करता रहेगा। श्री सिंगल ने कहा की स्वर्णिम चतुर्भुज और ग्राम सड़क योजना अटल बिहारी वाजपेयी की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक थी। 
स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना और ग्राम सड़क योजना. स्वर्णिम चतुर्भुज के अंतर्गत जहां उन्होंने चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली और मुंबई को हाईवे से कनेक्ट कर व्यापार और यातायात के क्षेत्र में अद्वितीय काम किया वहीं उन्होंने ग्राम सड़क योजना के तहत गांवों को पक्की सड़कों के जरिए शहरों से जोड़ा और देश के आर्थिक विकास का एक सफल मॉडल दिया। 
उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को 2014 में देश के सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था। वह पहली बार 1996 में प्रधानमंत्री बने और उनकी सरकार सिर्फ 13 दिनों तक ही चल पाई थी। सन 1998 में वह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने, तब उनकी सरकार 13 महीने तक चली थी। 
इसी तरह  1999 में वह तीसरी बार प्रधानमंत्री बने और 5 सालों का कार्यकाल पूरा किया। भाजपा नेताओ ने कहा देश के विकास में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। वाजपेयी भारत के उन प्रधानमंत्रियों में शामिल हैं, जिन्होंने न केवल देश को प्रशासन और रक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाया, बल्कि आर्थिक विकास के स्तर पर भी दुनिया में पैर जमाने में मदद की। 
भाजपा नेताओं ने कहा कि अटल जी लोकसभा में खुलकर बात रखते थे। उन्होंने अपने भाषण से सभी को हिलाकर रख दिया। उन्होंने एक बार सदन में न सिर्फ विरोधियों को जवाब दिया, बल्कि भगवान राम का दिया हुआ श्लोक पढ़ते हुए कहा था-भगवान राम ने कहा था कि 'मैं मरने से नहीं डरता, डरता हूं तो सिर्फ बदनामी से डरता हूं...'जिसके बाद विरोधियों ने कभी उन पर ऐसा आरोप नहीं लगाया।  आजकल तो सियासी लोग इसकी भी परवाह नहीं करते। 
इस मौके पर भाजपा पंजाब के उद्योग प्रकोष्ठ के प्रधान दिनेश सरपाल, सीनियर नेता रमेश शर्मा, अशोक लूम्बा, भाजपा उपाध्यक्ष योगेंद्र मकोल, महामंत्री सुनील मौदगिल, ज़िला सचिव कांटेंदु शर्मा, संजय गोसाई, यशपाल जनोत्रा, सुखजीव बेदी, संजीव धीमान, पंकज जैन, अश्वनी बहल, युवा मोर्चा पंजाब के उपाध्यक्ष हर्ष शर्मा, पूर्व पार्षद इन्द्र अग्रवाल,नीरज वर्मा, डा.सतीश कुमार, अंकित बतरा, कुलविंदर सिंह बिरदी, दविंदर सिंह, कुशाग्र कश्यप मौजूद थे। 
यह बात अखरती रही कि जहाँ यह आयोजन हुआ वहां पृष्ठभूमि में लगी मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्यों की तस्वीरें इतनी बड़ी थीं की अटल जी की तस्वीर भी बहुत ही छोटी पड़ गई और उन्हें श्रद्धा सुमन देने वालों की तस्वीर भी छोटी हो गई। इस खबर के साथ लगाई गई तस्वीर भी हमने क्रॉप करकइ कुछ संतुलित करने का परस किया है। अवसर पर अटल जी की तस्वीर सबसे बड़ी होनी चाहिए थी। जाने अनजाने यह अटल जी का अपमान जैसा ही हो गया।