बेअदबी की हर तरफ से निंदा-हिंसा के कारण माहौल में चिंता
लुधियाना: 25 जून 2016: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):
लुधियाना-संगरूर मार्ग पर स्थित मलेरकोटला में शुक्रवार देर रात को पवित्र ग्रंथ की बेअदबी पर शहर का मुस्लिम समुदाय बुरी तरह भड़क उठा। गुस्से में आये लोगों ने लुधियाना-संगरूर हाईवे जाम कर टायर फूंके। शनिवार की दोपहर तक यह खबर हर तरफ आग की तरह फ़ैल गयी।
घटना के बाद उत्तेजित भीड़ ने अकाली विधायक बेगम फरजाना आलम और उनके पति पूर्व डीजीपी इजहार आलम के घर पर पथराव कर सात गाड़ियां तोड़ दीं और कोठी के बाहर पुलिस चौकी को आग लगा दी। सुरक्षा कर्मियों ने भी बचाव करते हुए हवाई फायरिंग की। बात यहीं खत्म नहीं हुयी। इसके बाद गुस्साई भीड़ बस स्टैंड पहुंची और दो बसों को आग लगा दी। देखते ही देखते पूरा माहौल सुलग उठा।
घटना के बाद उत्तेजित भीड़ ने अकाली विधायक बेगम फरजाना आलम और उनके पति पूर्व डीजीपी इजहार आलम के घर पर पथराव कर सात गाड़ियां तोड़ दीं और कोठी के बाहर पुलिस चौकी को आग लगा दी। सुरक्षा कर्मियों ने भी बचाव करते हुए हवाई फायरिंग की। बात यहीं खत्म नहीं हुयी। इसके बाद गुस्साई भीड़ बस स्टैंड पहुंची और दो बसों को आग लगा दी। देखते ही देखते पूरा माहौल सुलग उठा।
शुक्रवार देर रात को हुई इस निंदनीय और साज़िशी घटना के बाद शहर में दहशत का माहौल बना हुआ है। पंजाब के डीजीपी (कानून और व्यवस्था) हरदीप सिंह ढिल्लों ने पूरी टीम के साथ घटनास्थल का मुआयना किया। डीजीपी ने बताया कि मालेरकोटला की स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस ने बेअदबी, आगजनी और पुलिस पर हमले की तीन एफआईआर दर्ज की हैं। कुल मिला कर हालात नाज़ुक बने हुए हैं।
इस पूरे घटनाक्रम में पूर्व डीजीपी इजहार आलम के तीन सुरक्षाकर्मी सुरिंदर सिंह, बलविंदर राय, दर्शन सिंह, मोहम्मद याकूब व शफीक चौहान सहित आठ लोग जख्मी भी हुए हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए मालेरकोटला में जगह-जगह पुलिस भी तैनात कर दी गई है।
इसी बीच लुधियाना में इस घटना का सख्त नोटिस लिया गया। शाही इमाम ने इस पर विशेष बयान भी जारी किया। बीती रात मालेरकोटला शहर में कुछ अज्ञात शरारती तत्वों की तरफ से पवित्र कुरआन शरीफ के साथ की गई बेअदबी और फिर वहां हुई हिंसक घटना की आज यहां लुधियाना जामा मस्जिद में सख्त निंदा की गई, मजलिस अहरार इस्लाम हिंद द्वारा अमन व आपसी भाईचारे की अपील करते हुए शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने कहा कि पवित्र कुरआन शरीफ की बेअदबी हरगिज सहन नहीं की जाएगी। उन्होनें कहा कि अगर जल्दी दोषी गिरफ्तार नहीं किए गए तो रमजान शरीफ का आखिरी जुम्मा पंजाब भर के मुस्लमान काला दिवस (ब्लैक-डे) के तौर पर मनाएगेें। उन्होनें कहा कि इस नापाक हरकत की जितनी भी निंदा की जाए वो कम है। शाही इमाम ने कहा कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें और अमन और भाईचारे को टूटने न दें। शांति बनाए रखने में ही ऐकता है। उन्होनें कहा कि सरकार को चाहिए कि जल्दी ही दोषियों को गिरफ्तार करके सख्त सजा दें। शाही इमाम ने कहा कि मालेरकोटला में बीते पांच वर्षो से लगातार साजिश के तहत हालात को खराब करने की कोशिशे चल रही है और प्रशासन आंख मूंदे हुए बैठा है। हर 5-6 महीने में धार्मिक भावनाओं को भडक़ाने वाली घटना होती है और फिर अमन की अपीले करके प्रशासन पल्ला झाड़ लेता है। किसी भी साजिश का आज तक पर्दाफाश नहीं किया गया। शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान ने कहा कि पंजाब अमन और आपसी भाईचारे में देश के लिए एक मिसाल रहा है। जिसे अब सियासतदानों ने अपनी चालों से तोडऩा शुरू कर दिया है। उन्होनें कहा कि प्रशासन का सियासी दबाब के तहत चलना बदकिस्मती की बात है। इस मौके पर अब्दुल सुभान, शाहजेब खान, शाह नवाज खान, कारी मुहम्मद इब्राहिम, मुहम्मद नवाब, अजाद अली अहरारी व शाही इमाम के मुख्य सचिव मुहम्मद मुस्तकीम भी मौजूद थे।
बस्सी पठाना में पंजाब कांग्रेस प्रधान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मालेरकोटला में पावन ग्रंथ की बेअदबी की सख्त निंदा की। कैप्टन ने कहा कि जब लोग ग्रंथ की बेअदबी की सूचना एमएलए को देने उनके घर गए तो वहां उन लोगों पर 90 गोलियां दागीं गई। कुछ लोगों ने गोलियों की संख्या १०० से भी अधिक बताई है।कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने अपने मोबाइल से उन जख्मी लोगों की फोटो भी दिखाई जो कथित रूप से इस गोलीबारी में घायल हुए। कैप्टन ने कहा कि बरगाड़ी और बहिबल कलां गोलीकांड भी बादलों की देन हैं। पंजाब का माहौल खराब करने में गहरी साजिश की जा रही है। राज्य सरकार को मामले की बारीकी से जांच कर जल्द रिपोर्ट पेश करनी चाहिए।
इसी बीच आम आदमी पार्टी के संगरूर से सांसद भगवंत मान ने इस घटना को ेहद दुर्भागयपूर्ण बताया और इसे लेकर पंजाब सरकार की निंदा की।
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