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Friday, January 18, 2013

सहयोग करें सफलता आपके कदम चूमेंगी-भावना त्यागी

भारत को ब्रह्माण्ड़ गुरु की गरिमा वापस दिलाने का प्रयास 
दामिनी की जान हम नहीं बचा पाए उसके बाद इस तरह की घटनायों की मुक्कमल रोकथाम भी नहीं कर पाए लेकिन इस के बावजूद महिला सम्मान को लेकर एक आन्दोलन अवश्य खड़ा हुआ जो लगातार मजबूत हो रहा है। जहाँ एक और महिलायों और उनकी पौशाक को लेकर बहुत ज़िम्मेदार समझे जाने वाले लोग तरह तरह की बातें कर रहे हैं वहीँ इस नाज़ुक समय में महिलायों के समान को लेकर एक विशेष आयोजन भी हो रहा है। महिला रत्नों के सम्मान में आप अपने क्षेत्र की महिलायों के नामांकन भी भेज सकते हैं साथ ही आलेख, सुझाव, सहयोग और विज्ञापन भी। इस विशेष आयोजन में कर्मठसत्यानिष्ठ,  कर्तव्यनिष्ठ,  संघर्षशीलप्रतिभाशालीसमाजसेवीराष्ट्रहित  में कार्य करने वाली सभी कार्यक्षेत्रों की महिलाओ का सम्मान किया जायेगा। आयोजकों का कहना है कि विश्व सभ्यता की रक्षासुरक्षा एवं वसुधैव कुटुम्बकम् की संस्कृति के विकास व विस्तार हेतु संकल्प के साथ इस हाभियान मे सहयोग करों सफलता आपके कदम चूमेंगी। आपका छोटा सा प्रयास भारत को विश्वगुरु ही नही वरन्
ब्रह्माण्ड़ गुरु की प्राचीन गरिमा वापस दिलाएगा। सम्पर्क   : भावना त्यागी भारतीय (011 22528272, 9013666652) और भू त्यागी भारतीय (विश्व चिंतक) (09999466822, 9013666651) आप अपने सुझाव यहाँ भी भेज सकते हैं जिन्हें आयोजकों तक पहुंचा दिया जायेगा।-- रेक्टर कथूरिया 
*महिला रत्नों का सम्मान                                         *सभी कार्यक्षेत्रों की महिलाओ का सम्मान


*महाभियान मे सहयोग करों--भावना त्यागी भारतीय



नामांकन आमन्त्रण महिला और मीडिया 2013 FFF.pdf
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Thursday, January 12, 2012

नई दिल्ली में एक प्रेस वार्ता

मीडिया का सामना आसान नहीं होता 
ज़िन्दगी में यूं तो कुछ भी सहज और आसान नहीं होता पर  मीडिया का सामना बहुत ही कठिन काम है. इसकी मुश्किलें वही जानते हैं जिनका सामना अक्सर मीडिया से होता है. जितना बड़ा पद उतनी बड़ी मुश्किलें. यहाँ फ़िल्मी दुनिया की तरह कोई रिटेक भी नहीं होता. जरा सी चूक और खड़ा हो सकता है तूफ़ान. एक ऐसा बवंडर जिसे सम्भालना कभी कभी बहुत ही मुश्किल हो जाता है. लेकिन इसके बावजूद कुछ ऐसे लोग हैं जो इस कला में पारंगत हो जाते हैं. इसका अहसास एक बार फिर होता है इस तस्वीर को देख कर. लगता है प्रेस कान्फरंस में किसी पत्रकार ने कैमरे के सामने कुछ टेड़ा  सवाल पूछ लिया है. पर महिला व बाल कल्याण विभाग की स्वतंत्र प्रभारों वाली राज्य मंत्री सुश्री कृष्ण तीर्थ ने बहुत ही संतुलित रहते हुए बात को सुना भी और उसका उत्तर भी दिया. पत्र सूचना कत्याला के कैमरामैन ने इन यादगारी पलों को  हमेशां के लिया अपने कैमरे में कैद कर लिया. गौर तलब है की ये प्रेस वार्ता 11 जनवरी, 2012 को नई दिल्ली में हुई थी. गर्व की बात है की भारत की राजनीती में अब इस तरह  के आत्म विश्वासी स्वभाव की महिला नेता लगातार बढ़ रही हैं.. -रेक्टर कथूरिया 

Tuesday, October 12, 2010

चर्चा महिला शक्ति की

तस्वीर में आप देख रहे हैं कि बांयें से केबल न्यूज़ नेटवर्क (सी एन एन) की एक न्यूज़ एंकर Kyra Phillips अपने टीवी चैनल के लिए मुलाकात कर रही है कुछ ख़ास लोगों के साथ. इनमें से एक तो हैं अमेरिकी सेना के जनरल Ann Dunwoody,अमेरिकन मैटीरियल कमांड के कमांडिंग जनरल भी हैं. दूसरे हैं Chairman of the Joint Chiefs of Staff Navy Adm. Mike Mullen और तीसरे हैं Navy Vice Adm. Ann Rondeau जो कि राष्ट्रीय रक्षा विश्ववविद्यालय प्रमुख प्रधान भी हैं.ये सभी जाने माने उच्च अधिकारी वाशिन्ग्त्न में आयोजित सर्वाधक शक्तिशाली महिला शिखर सम्मेलन के अवसर पर हुए विचार विमर्श में भाग ले रहे थे. इस शिखर सम्मेलन का आयोजन 6 अक्टूबर 2010 को हुआ. तीन दिन तक चले इस शिखर सम्मेलन में शासकीय क्षेत्रों के साथ साथ व्यापार, कारोबार, शिक्षा और कला जैसे बहुत से अन्य वर्गों की प्रमुख महिलायों ने भी भाग लिया.इस सम्बन्ध में हुए इस प्रसारण की रिकार्डिंग के पलों को अमेरिकी रक्षा विभाग के पर्थ दर्जे के मॉस मीडिया विशेषज्ञ Chad J. McNeeley ने तुरंत अपने कैमरे में कैद कर लिया. आपको यह तस्वीर कैसी लगी..?     

Wednesday, August 11, 2010

प्रेम की गंगा बहाते चलो

जंग कोई भी हो, जंग का मैदान कोई भी हो...हर बार सब से  ज्यादा नुक्सान और पीड़ा झेलनी पढ़ती है औरतों को. इस पीड़ा को अगर कोई सब से ज्यादा समझ सकता है तो वह औरत ही है जो दूसरी औरत का दुःख दर्द समझ सकती है. शायद इसी भावना से कुछ महिलाएं भी फौजी वर्दी में वहां पहुंच गयीं हैं जहां गोली और बम अब एक आम बात बन चुकी है. अफगानिस्तान की जंग के मैदान में कुछ बहादुर औरतें भी हैं. सेना की वर्दी पहने हुए ये औरतें जहां गोलियों और बमों का सामना करने को तैयार हैं वहीँ पर ये औरतें वहां के लोगों ख़ास तौर पर वहां की महिलायों के दिलों में भी स्थान बना रहीं हैं. दायें खड़ी  U.S. Marine Corps Cpl. Mary Walls अपनी नियमत गश्त के दौरान कुछ महिलायों से उनके दुःख दर्द जानने की कोशिश कर रही है. फीमेल इंगेजमेंट टीम को वहां की स्थानय महिलायों से अच्छे अन्तरंग सम्बन्ध बनाने के लिए विशेष तौर पर नियुक्त किया गया है. फीमेल इंगेजमेंट टीम इन औरतों को स्वास्थय के गुर भी सिखाती हैं और उन्हें आवश्यक साधन भी सप्लाई करती हैं. इसी तरह की एक मीटिंग में जब दोनों तरफ की महिलायों में दोस्ती के लिए कुछ वार्तालाप शुरू हुआ तो अमेरिकी रक्षा विभाग के Cpl. Lindsay L. Sayres ने तुरंत इन पलों को अपने कैमरे में कैद कर लिया. प्रथम बटालियन, दूसरी मैरीन रेजिमेंट के सदस्यों की यह तस्वीर 2 अगस्त 2010 को अफगानिस्तान के Musa Qa'leh, इलाके में खींची गयी.अगर आप ने भी अपने आसपास ऐसा ही कुछ देखा है तो उन पलों की तस्वीर हमें भेजिए हम उसे आपके नाम के साथ प्रकाशित करेंगे. आपको यह तस्वीर कैसी लगी. यह भी अवश्य बताएं.  --रेक्टर कथूरिया