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Wednesday, January 11, 2023

पंजाब में पराली जलाने का जवाब है बाजरा:उमेंद्र दत्त

Wednesday 11th January 2023 at 04:43 PM

वेस्टर्न फास्ट फूड कल्चर से आगाह किया एडीजी राजेंद्र चौधरी ने 

*कहा कि बाजरा ग्लूटेन मुक्त, प्रोटीन में उच्च और स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है


चंडीगढ़//लुधियाना:11 जनवरी 2023:  (कार्तिका सिंह//पंजाब स्क्रीन)::

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने आज खेती विरासत मिशन के सहयोग से लुधियाना क्लब में मीडिया से इंटरेक्शन और मिलेट लंच का आयोजन किया। आज के दौर में हमारा समाज अनाज और कृषि से सबंधित जिन संकटों का सामना कर रहा है उनके समाधान तलाशने में यह एक ऐतिहासिक आयोजन था जिसमें बहुत ही पते की और गहरी बातें चर्चा का विषय बनीं। 

भारत सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष (आईवाईएम) 2023 के प्रस्ताव को प्रायोजित किया, जिसे संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) द्वारा अनुमोदित किया गया था। भारतीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी आईवाईएम 2023 को "जन आंदोलन" और भारत के लिए "बाजरा के लिए वैश्विक केंद्र" बनने की इच्छा व्यक्त की है। पीआईबी चंडीगढ़ द्वारा इस क्षेत्र में इस आंदोलन (मूवमेंट) की अगुवाई की जा रही है। उन्होंने स्थानीय मीडिया के लिए तरनतारन और चंडीगढ़ में भी मिलेट लंच का आयोजन किया है, ताकि मीडिया को बाजरा और इसके प्रचार के लिए अधिक मीडिया स्थान देने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

मौजूदा दौर में पैदा हुईं स्वास्थ्य समस्यायों की चर्चा करते हुए बहुत ही पते की बातों का खुलासा किया  पीआईबी  चंडीगढ़  के एडीजी श्री राजेंद्र चौधरी ने।  उन्होंने बातचीत के दौरान कहा कि “वेस्टर्न फास्ट फूड कल्चर अपनाने के कारण आज की युवा पीढ़ी कम उम्र से ही स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की समस्याओं का सामना कर रही है। बाजरा विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के खिलाफ लड़ाई में सहायता कर सकता है। बाजरा लस (ग्लूटेन) मुक्त, प्रोटीन में उच्च, और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला होता है।इस प्रकार, वे वजन घटाने में भी मदद कर सकते हैं।”

उन्होंने कहा, "बाजरा उपभोक्ताओं और किसानों के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है।" उन्होंने अपनी बात को जारी रखा “बाजरा को उगाने के लिए कम पानी और बिजली की आवश्यकता होती है। बाजरा मोटापे, मधुमेह, एनीमिया, हार्मोनल असंतुलन, उच्च कोलेस्ट्रॉल आदि जैसी कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है, जिससे उपभोक्ता स्वस्थ जीवन जी सकेंगे। फलस्वरूप, यह संतुलित पोषक तत्वों का एक उत्कृष्ट स्रोत है।”आज के आयोजन का उद्देश्य मीडिया को बाजरा के बारे में जागरूक करना है। नतीजतन, खपत भी बढ़ेगी, जिससे मांग बढ़ेगी।”

कार्यक्रम के विशेष वक्ता, खेती विरासत मिशन के कार्यकारी निदेशक, श्री उमेंद्र दत्त ने कहा: "बाजरा को अब फ्रिंज फसल नहीं माना जाता है। वे चावल और गेहूं की चक्रीय कृषि के साथ प्रतिस्पर्धा में हैं। इसके अतिरिक्त, वे हमारे कार्बन फुटप्रिंट को कम कर सकते हैं।" उन्होंने पराली जलाने पर चर्चा करते हुए कहा "बाजरे का डंठल मवेशियों के लिए बहुत अच्छा भोजन है।” उन्होंने कहा “पशुओं के चारे के रूप में उपयोग किए जाने के कारण किसान बाजरे के डंठल को नहीं जलाते हैं। यह पंजाब में पराली जलाने के मुद्दे का भी जवाब हो सकता है।”

जगराओं के बाजरा उगाने वाले किसान श्री रसिंदर सिंह ने भी इस अवसर पर अपने अनुभवों की बात की और कहा कि बाजरा भी जी-20 बैठकों का एक अभिन्न हिस्सा है और प्रतिनिधियों को इसे चखने, किसानों से मिलने और बाजरा से जुड़े हुए स्टार्ट-अप के साथ इंटरैक्टिव सत्र के माध्यम से बाजरा का सच्चा अनुभव दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा, "अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष 2023 के उपलक्ष्य में, बाजरा पर उचित ध्यान देने के लिए सरकार के प्रयासों को सही मायने में देखा जा रहा है, और वर्तमान बैठक का भी ऐसा ही करने का इरादा है।"

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Thursday, January 05, 2023

शिव सेना हिन्द निकालेगी एंटी खालिस्तान तिरंगा यात्रा

Thursday 5th January 2023 at 02:45 PM

एक इंच धरती पर नही बनने देंगे खालिस्तान: निशांत शर्मा


हिन्दू नव वर्ष से होगी दिल्ली से कश्मीर तक एंटी खालिस्तान तिरंगा यात्रा

मोहाली: 5 जनवरी 2022: (कार्तिका सिंह//पंजाब स्क्रीन डेस्क)::

आज शीत लहर और सघन कोहरे के दरम्यान शिव सेना हिन्द ने खालिस्तान के खिलाफ तिरंगा यात्रा की घोषणा की। सन्नी एन्क्लेव में स्थित अपने कार्यालय में एक पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने तीखे शब्दों में सिख फार जस्टिस के गुरपतवंत सिंह पन्नू को भी अपनी आलोचना का निशाना  बनाया। 

शिव सेना हिन्द के प्रमुख निशांत शर्मा ने कहा कि शिव सेना हिन्द देश विरोधी कट्टरपंथी ताकतों को मुँह तोड़ जवाब देने के लिए मार्च महीने में हिन्दू नव वर्ष व चैत्र मास के प्रथम नवरात्रि 22 मार्च को एंटी खालिस्तान तिरंगा यात्रा का शुभारंभ किया जाएगा। 

यह यात्रा भारत की राजधानी दिल्ली से लेकर हरियाणा पंजाब से होते हुए अमर शहीद श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की शाहदत वाली वीर भूमि जम्मू/कश्मीर तक की निकाली जाएगी। 

उन्होंने कहा कि पंजाब की एकता और अखंडता को तोड़ने के लिए एवं हिन्दू सिख भाईचारे के आपसी भाईचारे में नफरत का जहर घोलने के लिए गुरपतवन्त सिंह पन्नू , आईएसआई, खालिस्तान लिबरेशन फ़ोर्स, भिंडरावाला टाइगर फ़ोर्स, हिजबुल मुजाहिदीन, सिख फ़ॉर जस्टिस जैसे देश विरोधी संगठन लागातार प्रयासरत है।

ऐसे में यह एंटी खालिस्तान तिरंगा यात्रा कट्टरपंथी ताकतों को यह एहसास करवा देगी कि देश व पंजाब की एकता अखंडता व भाईचारे के लिए और देशवासियों की आन बान शान हर भारतीय की पहचान तिरंगा के लिए मरने मिटने वालो की कोई कमी नही है। देश भक्तों के होते हुए देश विरोधी ताकतों की एक भी साजिश सफल नही हो सकती।

उन्होंने कहा कि एंटी खालिस्तान तिरंगा यात्रा का संकल्प है कि पंजाब में शिव सेना हिन्द के होते हुए पंजाब की एक इंच धरती पर भी खालिस्तान नही बनने दिया जाएगा। आंतकवाद के दौरान जिन पुलिस अधिकारियों ने अपनी जान की परवाह ना करते हुए आंतकवाद का सफाया किया ऐसे अफसरों पर किये मुकदमे वापिस कर उन्हें तुरंत रिहाई की जाये और शहीद हुए पुलिस अधिकारियों के परिवारों को मुआवजा दिया जाए।

उन्होंने कहा आंतकवाद के  दौरान मारे गए हज़ारों हिन्दू परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए। टारगेट किलिंग में मारे गए हिन्दू नेताओ को शहीद का दर्जा देने व उनके परिवारों को गैस एजेंसी और पेट्रोल पंप दिए जाएं

शर्मा ने कहा कि गैंग्स्टरो बदमाशों आतंकियों के खिलाफ अदालतों में चल रहे केस को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए और इनकी सुनवाई अदालत में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये की जाए।

साथ ही लोगों से लूटपाट व डरा धमका कर वसूले गए करोड़ो रूपये से बनाई गई गैंगस्टरों की अवैध प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चला ध्वस्त किया जाए।

शिवसेना हिन्द की एक विशेष बैठक शिव सेना हिन्द स्टूडेंट विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौतम शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस मौके पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष निशांत शर्मा विशेष रूप से पहुंचे।

इस मौके उन के साथ राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष परविंदर भट्टी, गुरप्रीत सिंह लाडी पंजाब प्रधान, लीगल सेल के पंजाब प्रधान एडवोकेट केतन शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता कीरत सिंह मोहाली, मीडिया एडवाइजर राजिन्दर धारीवाल, पंजाब उपाध्यक्ष मनोज शर्मा, एससी विंग पंजाब प्रधान राजकुमार भट्टी भी मौजूद रहे।

पत्रकार सम्मेलन के इस मौके पर निशांत शर्मा की तरफ़ से मंडी गोबिंद गढ़ के प्रसिद्ध उद्योगपति गौरव अग्रवाल को शिव सेना इंडस्ट्री सेल का पंजाब प्रधान नियुक्त किया गया।

इस अवसर पर निशान्त शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि गौरव अग्रवाल जहां एक और बड़े उद्योगपति है वही साथ साथ वह एक समाज सेवक भी है। उन के नेतृत्व में शिव सेना हिन्द जल्द ही मंडी गोबिंदगढ़ में उद्योगपतियों की एक विशाल मीटिंग का आयोजन करेगी। इस मीटिंग में उद्योगपतियों की समस्याओं को सुन कर उन्हें हल करवाने में शिव सेना हिन्द कंधे से कंधा मिलाकर साथ देगी। उन्होंने कहा कि किसी भी उद्योगपति के साथ किसी भी तरह का अन्याय हम बर्दाश्त नही करेंगे।

वही इस अवसर पर उन्होंने व्यापार और उद्योग पर भी अपनी पकड़ और मज़बूत बनाने का एक नया एलान किया। उन्होंने प्रसिद्ध उद्योगपति गौरव अग्रवाल शिव सेना हिन्द में शामिल करने की जानकारी मीडिया को देते हुए उन्हें बनाया इंडस्ट्री सेल का पंजाब प्रधान भी बनाया। इसके साथ ही करण अरोड़ा को पंजाब व्यापार मंडल का प्रधान बनाया गया। 

पत्रकार सम्मेलन में घोषणा की गई कि मंडी गोबिंदगढ़ में शिव सेना हिन्द इंडस्ट्री सेल की होगी विशाल बैठक होगी जो एक नया इतिहास रचेगी। सैंकड़ों उद्योगपति मंडी गोबिंदगढ़ में होने वाले इस सम्मेलन में शामिल होंगे। इस मौके पर मौजूद गौरव अग्रवाल ने भी कहा कि उद्योगपतियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर देंगे साथ। 

इस मौके पर निशांत शर्मा एक बार फिर खुल कर आंतकवाद का सफाया करने वाले पुलिस अफसरों के हक़ में बुलंद आवाज़ से सामने आए। उन्होंने कहा कि आतंक का सफाया करने वाले ऐसे अफसरों पर किये मुकदमे वापिस कर के उन्हें तुरंत रिहा किया जाए।

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Friday, September 23, 2022

बिल्डरों के खिलाफ मोहाली में अब फिर नया मामला

23rd September 2022 at 3:45 PM

बिल्डरों के खिलाफ मोहाली में अब फिर नया मामला

 प्रीत सिटी हाउसिंग के वासियों ने दी बड़े एक्शन की चेतावनी  

मीडिया के समक्ष स्थानीय विधायक के घरों को घेरने की चेतावनी 

बिल्डर पर बुनियादी सुविधाएं ना देने का लगाया आरोप

अगर सत्ता की राजधानी के निकट है यह हाल तो क्या होगा बाकी पंजाब का हाल 

प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रीत सिटी हाउसिंग सोसायटी के पदाधिकारी

मोहाली23 सितंबर 2022: (गुरजीत बिल्ला//कार्तिका सिंह//इनपुट-पंजाब स्क्रीन डेस्क)::

जब एक तरफ देश में बड़े बड़े राजनेता और अमीर लोग कई कई एकड़ के फ़ार्म हाऊस वो भी कई कई स्थानों पर बनाने में लगे थे तो उस समय ही यह खतरा नज़र आने लगा था कि आम जनता के लिए शायद रहने की ज़मीन का गंभीर संकट पैदा हो जाए। आखिर यह संकट जब गंभीर रूप में सामने आने लगा तो फरिश्तों की तरह सामने आए बिल्डर लोग। 

टीवी सीरियलों और फिल्मों में जो बड़े बड़े कई कई मंज़िलों के फ़्लैट दिखा करते थे उनकी मौजूदगी पंजाब में भी नज़र आने लगी। बड़ी बड़ी सी सोसायटी जैसी कॉलोनीयां, गेट पर हाई फाई सुरक्षा तंत्र, जगमगाती रौशनियां, सोसायटी के अंदर ही स्वीमिंग पूल, क्लब, कम्युनिटी हाल और बहुत कुछ आउटर सुविधाएं भी। पूरी तरह चकाचौंध ही चकाचौंध। 

जो लोग आतंकवाद के दौर में गली मोहल्लों में चलती रही गोलियों में चैन की नींद सोना ही भूल गए थे उनके लिए यह सब किसी अलौकिक माहौल से कम नहीं था। यहीं से शुरू हुआ इस कारोबार में तेज़ी का दौर। बड़े बड़े लोग और बड़े बड़े अफसर इसमें आ दाखिल हुए। अख़बारों में बड़े बड़े विज्ञापन और विज्ञापनों में बड़े बड़े दावे। इन विज्ञापनों और दावों ने लोगों को तेज़ी से आकर्षित किया। लोगों ने अपनी जमापूंजी इस सपने को साकार करने में डाल दिया। मेहनत की कमाई से जोड़ा एक एक रूपयिसमेँ लगा दिया। काम पड़ा तो गहने बेच कर इस रकम को पूरा कर दिया। फिर भी काम पड़े तो क़र्ज़ उठा लिए। 

ऐसा कर बैठना कोई अनहोनी भी नहीं थी वास्तव में हर व्यक्ति का सपना होता है कि वह अपनी मेहनत की कमाई का एक-एक रुपया जोड़कर घर बना ले। इसी तरह का एक मामला प्रीत सिटी हाउसिंग सोसाइटी सेक्टर 86, मोहाली के निवासियों ने इसी सोसायटी में एक फ्लैट खरीद कर पूरा किया था, सुविधा न होने के कारण उनके लिए यह फैसला उनके लिए सिरदर्द बन गया है। सभी राजनीतिक स्तर के अधिकारियों और राजनीतिक दलों के मंत्रियों से मिलने के बाद भी बिजली-पानी नहीं मिल रहा है।  ये विचार प्रीत सिटी हाउसिंग सोसाइटी, सेक्टर 86, मोहाली अध्यक्ष दलजीत सिंह और महासचिव संजय गुप्ता ने आज मोहाली प्रेस क्लब में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान व्यक्त किए।

दलजीत सिंह ने कहा कि सरकार ने प्रीत सिटी हाउसिंग सोसाइटी, सेक्टर-86, एस.ए.एस.  नगर, मोहाली को वर्ष 2005 में मेगा परियोजना के लिए अनुमोदित किया गया था।  इस स्वीकृति के बाद ही लगभग सभी निवासियों ने आवासीय/वाणिज्यिक फ्लैटों का क्रय कर पंजीयन करा लिया है तथा डेवलपर की मांग के अनुसार देय भुगतान भी कर दिया गया है।  वर्ष 2012 में आवासीय फ्लैटों के लिए 3333 रुपये प्रति वर्ग गज और कमर्शियल प्लॉटों के लिए 7232 रुपये प्रति वर्ग गज की दर से प्लॉटों के मूल्य के अतिरिक्त डेवलपर की मांग पर करोड़ों रुपये की राशि जमा की गयी।  संजय गुप्ता ने बताया कि उन्होंने कमर्शियल प्लॉट के लिए प्रति गज 7200 सौ रुपये और रिहायशी प्लॉट के लिए 60-70 करोड़ रुपये ईडीसी शुल्क जमा किए हैं। सोसायटी में कुल 1200 प्लॉट बनाए गए हैं, जिनमें 250 से अधिक घरों को बिजली कनेक्शन नहीं दिया जा रहा है।  इस स्तर पर मोमबत्तियों या जनरेटर के माध्यम से महंगी बिजली के साथ रोशनी होती है।  उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के अधिकारी और डिवेलपर आपस में मिल चुके हैं। डेवलपर ने बिजली कनेक्शन देने के लिए 30 हजार से 50 हजार रुपये की एनओसी देने की मांग की है। सोसायटी की सदस्य राजविंदर कौर ने भावनात्मक रूप से कहा कि वह पूरी तरह से अंधेरे में जी रही है और लाखों रुपये जमा करने के बाद भी नरक जैसा जीवन जीने को मजबूर है।  गामडा उसे प्लॉट खाली करने का नोटिस भेज रहा है। उपप्रधान सतनाम सिंह ने कहा कि हर व्यक्ति अपनी मेहनत की कमाई का एक-एक रुपया जोड़कर घर बनाने का सपना देखता है।  ऐसा ही एक मामला यहां के निवासियों ने इस सोसायटी में फ्लैट खरीदकर पूरा किया, लेकिन उनका यह फैसला उनके लिए सिरदर्द बन गया है।

सोसायटी के सभी निवासी निराशा की स्थिति में नर्क जैसा जीवन जीने को मजबूर हैं और बुनियादी सुविधाओं के अभाव में सोसायटी में उनका रहना मुश्किल हो गया है। उन्होंने घोषणा की कि वह अधिकारियों और मंत्रियों से तंग आ चुके हैं, अगर उनकी बात नहीं सुनी गई, तो उन्हें स्थानीय विधायकों के घरों को घेरने के लिए मजबूर किया जाएगा।  इस अवसर पर इंद्रपाल सिंह, मलकीत सिंह, लखविंदर सिंह, हरजीत सिंह और कंवर सिंह गिल मौजूद रहे। इस संबंध में संपर्क करने पर डिवेलपर चरण सिंह सैनी ने कहा कि 70 प्रतिशत प्लॉट मालिक डिफॉल्टर हैं और जब तक पूरा भुगतान नहीं हो जाता तब तक सभी सुविधाएं नहीं दी जा सकती हैं। उन्होंने आगे कहा कि उनमें से कई ने गामाडा से नक्शा पास कराए बिना ही घर बना लिए हैं, जिससे पानी और बिजली के कनेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं। 

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Saturday, December 25, 2021

पंजाब पुलिस ने 24 घंटों में ही सुलझा लिया बम ब्लास्ट केस

25th December 2021 at 6:35 PM

मारे गए आतंकी का संबंध खालिस्तान समर्थकों से? 


पूरी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस को विभिन्न पड़ावों पर मिली सफलता
केस को 24 घंटों में ही सफलतापूर्वक सुलझा लेना बहुत बड़ी चुनौती थी 
डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने दी पंजाब पुलिस को बधाई
राज्य में सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल बनाकर रखना हमारी प्राथमिकता: डी.जी.पी.

चंडीगढ़//लुधियाना: 25 दिसम्बर 2021: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 
मृतक गगनदीप 
पंजाब ने एक दशक से भी ज़्यादा समय तक आतंक का दंश झेला। गोलियों और बम धमाकों की आवाज़ें उन दिनों आम बात हो गई थी। बहुत से घर उजड़ गए। बहुत मुश्किलों से लौटा था शांति का माहौल लेकिन इस धमाके ने सब कुछ फिर से याद दिला दिया। इस शक्तिशाली बम धमाके ने बहुत से सवाल खड़े किये जिनका जवाब आसान नहीं था। बाउट सी उलझनें थी। चुना सर पर होने से इसकी साज़िशी उलझनें और बढ़ गयीं थी। एक सवाल रह रह क्र उठ रहा था-कौन है जो पंजाब को फिर से आग लगाना चाहता है? लोकतंत्र के सबसे बड़े त्यौहार की तरह होते हैं चुनाव। इस त्यौहार पर हमला अर्थात लोकतंत्र पर हम गिना जाना चाहिए। पंजाब पुलिस ने इस मामले को 24 घंटों के अंदर अंदर सुलझा कर सभी सवालों के जवाब तलाश करने का सफल प्रयास किया है। डीजीपी का पत्रकार सम्मेलन इन्हीं सवालों के जवाब देने में व्यस्त रहा। बहुत बड़ी उलझन कम समय में ही सुलझाया पंजाब पुलिस ने। 

पंजाब पुलिस ने 24 घंटों से भी कम समय में लुधियाना कोर्ट परिसर में हुए बम धमाके के मामले को सुलझाने में कामयाबी हासिल की है। पुलिस द्वारा मृतक की पहचान गगनदीप सिंह (31) निवासी खन्ना के रूप में की गई है, जो पंजाब पुलिस में कॉन्स्टेबल के तौर पर भर्ती हुआ था और उसके कब्ज़े से 385 ग्राम हेरोइन बरामद होने के उपरांत उसको अगस्त 2019 में बखऱ्ास्त कर दिया गया था।

डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी), पंजाब सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने आज यहाँ पंजाब पुलिस हैडक्वाटर में एक प्रैस कॉन्फ्रेंस को संबोधन करते हुए कहा, ‘‘मुझे पंजाब पुलिस पर गर्व है, जिसने लुधियाना बम धमाके के केस को 24 घंटे से भी कम समय में सफलतापूर्वक सुलझा लिया है।’’

जानकारी के मुताबिक गुरूवार को लुधियाना के जि़ला कोर्ट कॉम्पलैक्स के सार्वजनिक शौचालय में बड़ा धमाका हुआ, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 6 अन्य ज़ख्मी हो गए। जब धमाका हुआ तो जि़ला अदालत की कार्यवाही आम दिनों की तरह ही चल रही थी और यह धमाका इतना ज़बरदस्त था कि सार्वजनिक शौचालय को काफ़ी नुकसान पहुँचा और इमारत की कई खिड़कियों के शीशे भी चकनाचूर हो गए।

डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने बताया कि पोस्ट मार्टम के दौरान पुलिस मरने वाले व्यक्ति की दाहिनी बाज़ू पर बने टैटू के निशान से मृतक की पहचान कर सकी। उन्होंने कहा कि अलग तौर पर लाश के डीएनए नमूने भी लिए गए।

उन्होंने बताया कि मुलजि़म गगनदीप सिंह थाना सदर खन्ना में मुंशी के तौर पर काम करता था, जिस दौरान उसे हेरोइन समेत काबू किया गया और थाना एस.टी.एफ, एस.ए.एस नगर मोहाली में एन.डी.पी.एस. के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया। डीजीपी ने बताया कि इस केस पर सुनवाई चल रही है।
उन्होंने बताया कि उक्त मामले में लुधियाना जेल में दो साल बिताने के बाद वह सितम्बर 2021 में ज़मानत पर रिहा हो गया था और उसने 24 दिसंबर 2021 को फिर अदालत में पेश होना था।
डीजीपी ने कहा कि प्राथमिक जाँच से पता चला है कि मुलजि़म गगनदीप अदालत में डर और दहशत पैदा करना चाहता था।

इस घटना के पीछे पाकिस्तान आधारित खालिस्तान समर्थक संबंधों के बारे में डीजीपी ने कहा कि पुलिस इस मामले की हर पहलू से जाँच कर रही है। पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने कहा, ‘‘प्राथमिक जाँच से पता लगा है कि दोषी गगनदीप के जेल में बंद खालिस्तान समर्थक तत्वों से सम्बन्ध हो सकते हैं, जिन्होंने राज्य की शांति भंग करने के इरादे से कोर्ट कॉम्पलैक्स को निशाना बनाने के लिए दोषी का प्रयोग किया।’’
डीजीपी ने कहा कि धमाके के लिए इस्तेमाल की गई सामग्री का अभी तक पता नहीं लग सका है, क्योंकि नमूने फोरेंसिक लैब को भेजे गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘एनएसजी की एक टीम और राज्य के फोरेंसिक विशेषज्ञों को धमाके के बाद की जाँच कार्यवाही के लिए बुलाया गया। डीजीपी ने आगे कहा, धमाके वाली जगह पर मलबे को योजनाबद्ध ढंग से हटाने के दौरान फोरेंसिक टीम ने कुछ महत्वपूर्ण सुराग जैसे कि नुकसान हुए मोबाइल सैट और मृतक के शरीर के जले हुए कपड़ों के अलावा अन्य सुबूत इकठ्ठा किए।

गौरतलब है कि डीजीपी ने ख़ुद भी उसी कोर्ट कॉम्पलैक्स का दौरा किया, जहाँ यह धमाका हुआ था और जि़ला और सैशन जज, लुधियाना के साथ बैठक की और सुरक्षा प्रबंधों का जायज़ा भी लिया। डीजीपी ने शुक्रवार को फील्ड अधिकारियों के साथ भी बैठक की और उनको राज्य में किसी भी अन्य आतंकवादी हमले को रोकने के लिए पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।

मुलजि़म गगनदीप की पत्नी जसप्रीत कौर के अनुसार धमाके वाले दिन गगनदीप सुबह 9:30 बजे घर से निकला था और उसका मोबाइल तब से बंद था। उसने गगनदीप की बाज़ू पर बने टैटू के निशान और उसके द्वारा पहने कपड़ों को पहचान लिया।

इस सम्बन्ध में थाना डिविजऩ नंबर 5, लुधियाना में भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की धाराएँ 302, 307 और 124-ए और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान की रोकथाम अधिनियम और ग़ैर-कानूनी गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत एफ.आई.आर. तारीख़ 23 दिसंबर, 2021 को पहले ही दर्ज की जा चुकी है।

सभी  जाँच एजंसियां उन लोगों तक कब तक पहुंच पाती हैं जिन्होंने इस आतंकी गगनदीप को इस धमाके के लिए एक तरह से फिदायीन बना कर भेजा? देखना होगा कौन हैं वे लोग? नशीले पदार्थों  के कारोबार, अलगाववादी सोच, विदेश आधारित आतंकवाद और देश में छुपे गद्दार इत्यादि बहुत से सवाल अभी भी सुलझाए जाने बाकी हैं। 

Thursday, August 13, 2020

बेंगलुरू में हुई शान-ए-रसूल में गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी

Thursday: 13th August 2020 at 3:15 PM
 सज़ा न मिली तो शुक्रवार को आन्दोलन का ऐलान-शाही इमाम पंजाब 
जामा मस्जिद लुधियाना में मीटिंग की अध्यक्षता करते शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी
लुधियाना:13 अगस्त 2020:(पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 
बीते दिन कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में एक विधायक के भांजे की तरफ से सोशल मीडिया पर पैगंबर इस्लाम हजरत मुहम्मद साहिब सल्ल्लाहु अलैहि वसल्लम की शान में की गई गुस्ताखी के बाद जहां बेंगलुरू की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, वहीं देश भर के मुसलमानों में गुस्से की लहर दौड़ गई है, आज यहां स्वतंत्रता संग्राम में शामिल रही जमात मजलिस अहरार इस्लाम की ओर से एतिहासिक जामा मस्जिद लुधियाना में इस विषय पर पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने कहा कि बेंगलुरू में शान ए रसूल सल्ल्लाहु अलैहि वसल्लम में की गई गुस्ताखी हरगिज बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शाही इमाम ने कहा कि अगर जल्दी ही अपराधियों को पकड़ कर सजा नहीं दी गई तो देश भर के करोड़ो मुस्लमान अंदोलन के लिए एक ही समय पर सडक़ों पर आ जाएंगे, क्योंकि यह पैगंबर हजरत मुहम्मद साहिब सल्लाहु अलैहि वसल्लम के सम्मान का मामला है, जिसमें मुसलमानों ने कभी कोई समझौता नहीं किया है। शाही इमाम पंजाब ने कहा कि प्यारे मुहम्मद सल्ल्लाहु अलैहि वसल्लम हर एक मुसलमान को अपनी जान से ज्यादा अजीज है। अपने नबी साहिब के लिए मुसलमान कौम का हर मर्द, औरत, बच्चा अपनी कुर्बानी पेश करने के लिए तैयार है। शाही इमाम ने कहा कि सरकार इसको कोई आम मसला न समझे। इतिहास गवाह है दुनिया के किसी भी हिस्से में हम कम हो या ज्यादा गुस्ताख ए रसूल को कभी बर्दाश्त नहीं करते, शही इमाम ने कहा कि गुस्ताखी करने वाला किसी धर्म का नहीं है वह नास्तिक है। क्योंकि कोई भी मजहब किसी दूसरे मजहब की बेइज्जती की शिक्षा नहीं देता है,वर्णण योग्य है कि बेंगलुरू पुलिस की ओर से की जा रही कार्रवाई को देखा जाएगा,अगर अपराधियों को नहीं पकड़ा गया तो शुक्रवार को आंदोलन का ऐलान किया जाएगा।
रोपड़ में कुरान शरीफ की बेअदबी करने वालों को गिरफ्तार करो- उस्मान रहमानी
लुधियाना: 13 अगस्त 2020:(पंजाब स्क्रीन ब्यूरो)::
नूरपुर बेदी के करीबी गांव घाई माजरा, कट्टा सबोर में बीते तीन दिन पहले पवित्र कुरान शरीफ की हुई बेअदबी की घटना की नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने निंदा करते हुए पंजाब सरकार से मांग की है कि कुरान शरीफ की बेअदबी करने वालो को जल्दी गिरफ्तार किया जाए, उस्मान रहमानी ने कहा कि पंजाब की पवित्र धरती पर बार बार पवित्र ग्रंथों के साथ हो रही बेअदबी खुदा के कहर को न बुला ले, उन्होंने कहा कि तीन दिन गुजर जाने के बाद भी कीरतपुर साहिब हल्के की पुलिस इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठा सकी जो कि दुख की बात है। नायब शाही इमाम ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए जल्दी ही लुधियाना जामा मस्जिद से एक वफद रोपड़ जाएगा जिसकी रहनुमाई शाही इमाम साहिब करेंगे।

Saturday, August 08, 2020

खरड़ की पल्लवी ने लगाया शोषण और धोखाधड़ी का आरोप

Updated Monday:10th August 2020 at 10:05:32
 दूसरी तरफ अजायब सिंह मैनी ने नकारे सभी आरोप 
मोहाली: 8 अगस्त 2020: (पंजाब स्क्रीन टीम):: 
कभी बहुत पहले साहिर लुधियानवी साहिब ने कहा था:
औरत ने जन्म दिया मर्दों को,  मर्दों ने उसे बाज़ार दिया!
जब जी चाहा मसला कुचला, जब जी चाहा दुत्कार दिया! 
तुलती है कहीं दीनारों में, बिकती है कहीं बाज़ारों में!
नंगी नचवाई जाती है, ऐय्याशों के दरबारों में!
ये वो बेइज्ज़त चीज़ है जो, बंट जाती है इज्ज़तदारों में!
बस यही कहानी एक बार फिर अपने आप को दोहराती हुई महसूस हुई मोहाली प्रेस क्लब में हुए पत्रकार सम्मेलन के दौरान। खचाखच भर हुआ प्रेस क्लब का हाल और उसमें एक रोती बिलखती हुई औरत पलविंदर कौर पल्लवी। वह भी उसी सिस्टम और समाज का शिकार हुई एक नई पीड़िता थी जिसे पुरुष सत्ता का साया सिर से उठते ही शामलाट की ज़मीन समझ लिया जाता है। दूसरी तरफ आरोपित पुरुष और एक रिटायर्ड उच्च अधिकारी अजायब सिंह मैनी ने इन सभी आरोपों को नकार भी दिया है।  
40  से  कुछ अधिक उम्र की पल्लवी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। पति का देहांत होते ही उस पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। उसने  अपने तीन बच्चों को किसी न किसी न किसी तरह संभाला। उसका युवा भान्जा किसी दुसरे शहर में गाड़ियों की खरीदो फरोख्त का काम करता था तो उससे प्रेरणा पा कर वह खरड़ के पॉश इलाके सन्नी एन्क्लेव में मकान किराये पर चढ़वाने और बेचने का काम करने लगी। शायद उसके पति का भी यही काम था। कमीशन से मिले पैसों से घर का गुज़ारा भी अच्छा होने लगा। तीनों बच्चों की परवरिश की ज़िम्मेदारी भी पूरी होने लगी। लेकिन यह ख़ुशी भी ज़्यादा लम्बे समय की मेहमान नहीं थी। इसी ख़ुशी की ओट में भयानक ग़मों का पूरा सिलसिला ही पल्लवी मुस्करा रहा था। नियति कुछ और  ही जाल बुन चुकी थी। 
यहीं पर एंट्री होती है सन्नी एन्क्लेव में ही रहने वाले एक बारसूख़ और अमीर व्यक्ति अजायब सिंह मैनी की। मैनी पल्लवी के बाप की उम्र जैसा ही लगता है। एक जानेमाने सरकारी विभाग के उच्च पद पर से रिटायर्ड एक वृद्ध सा दिखने वाला व्यक्ति लेकिन जवान दिखने की चाहत किसे नहीं  होती सो उसे भी थी। इसलिए दाढ़ी रंग कर वह उम्र से बेहद छोटा भी लगने लगता। पल्लवी के "प्रेम" में वह बन ठन कर भी रहने लगा। वह कभी किसी गाड़ी के बहाने और कभी किसी फ़्लैट के बहाने पल्ल्वी के नज़दीक आने की कोशिशें करने लगा। पल्लवी ने ही उसकी पुराणी तस्वीरें भी मीडिया को दिखायीं। पल्लवी कहती है मुझे भनक तक भी न लगी कि कारोबारी हमदर्दी की आड़ में मेरे आसपास, मेरे ही लिए कोई खतरनाक चकरव्यूह रचा जा है। चक्रव्यूह रचने वालों की बुरी नज़र उस पर भी थी, उसके फ़्लैट पर भी, उसके पास  मौजूद उसकी जमा पूंजी पर भी और उसके भविष्य पर भी। 
मीडिया के सामने रोती बिलखती पल्लवी कहती गई अपने साथ हुए हर धोखे की बात, हर फरेब की बात और हर झूठ की बात। उसने बताया कि कैसे उसे सरकारी नौकरी देने का झांसा भी दिया गया और इसके बदले में पांच लाख रूपये भी एडवांस में मांगे गए। दो लाख रूपये उसने दे भी दिए। लेकिन न तो उसे नौकरी मिली, न ही उसकी कोई गाड़ी बिकी और न ही उसका कोई फ़्लैट बिका। कारोबारी हमदर्दी सिर्फ बातों तक ही रही। हां इसी बहाने अजायब सिंह मैनी का उसके पास आना जाना बढ़ गया। अब उसने अपनी कथित बुरी नीयत का इज़हार भी खुलकर शुरू किया। एक दिन उसने पल्ल्वी को अकेले देख कर उसने हाथ भी डाल लिया। इतने में ही पल्लवी का भांजा और कुछ आस पड़ोस के लोग शोर सुन कर आ गये। उस दिन तो उसकी इज़्ज़त बच गई लेकिन इसके साथ ही उसे पाने के लिए मैनी की ज़िद भी बढ़ गई। वह जनून की हद तक इसबारे में सोचने लगा।  उसने अपनी इस पहली नाकामी को दिल पर ले लिया। इस नाकामी को सफलता में बदलने के लिए वह कुछ भी करने को तैयार होता चला गया। जल्द ही उसने पल्ल्वी पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया। डराना, धमकाना और अपने मकसद के लिए मनाना उसका रोज़ का रूटीन बन गया। इसी प्रयास में उसने अपने असर रसूख और पैसे का इस्तेमाल करते हुए एक एफआईआर पल्लवी के ही खिलाफ दर्ज करवा दी।
पुलिस पल्लवी को सरेआम सबके सामने पकड़ कर ले गई। पल्लवी ने रो रो कर बताया कि उसे जोर जोर से थप्पड़ मार मार कर मनमाने कागज़ों पर दस्खत करवाए गए। कितने कागज़ों पर हस्ताक्षर करवाए गए वह नहीं जानती। ज़रा सा रूकती तो तड़ाक से थप्पड़ों की बरसात शुरू हो जाती इसके साथ ही गंदी गंदी गालियाँ भी बकी जाती। उसे बुरी तरह मारा पीटा गया। इस मारपीट से बचने के लिए वह हर कागज़ पर दस्खत करती चली गई। इस सरे घटनाक्रम से वह बुरी तरह डर भी गई। उसके ससुराल का परिवार भी उससे अलग हो गया। उसके बच्चे भी उसके खिलाफ हो गए। उसका आसपास का समाज भी उसे शक की नज़र से देखने लगा। पुलिस और मैनी के डर से कोई उसके लिए आगे न आता। इस सारे घटनाक्रम में हाथ लगा उसका मोबाईल भी पुलिस के पास ही है जिस में से मैनी के खिलाफ जाती सभी सामग्री पूरी तरह डिलीट किये जाने की आशंका है।  इसी मोबाईल फोन में बातों की रेकार्डिंग भी है और मैनी के वाटसअप मैसेजिज़ भी। घबराहट और निराशा में वह आत्महत्या तक भी सोचने लगी लेकिन बच्चों को कौन सम्भालेगा इसे सोच कर वह फिर रुक जाती। 
अपनी बातों के हक में जाते कुछ स्क्रीन शॉटस और आडिओ रेकार्डिंगज़ उसने मीडिया को भी दिए। इसके साथ ही उसने महिला आयोग, मानवाधिकार संगठन और अन्य सबंधित संगठनों के साथ साथ पंजाब के आम लोगों से भी अपील कि है कि मुझ असहाय महिला की सहायता की जाये।  मुझे और मेरी जानमाल को बचाया जाये। मैं बेहद डरी हुई हूँ और बुरी तरह से असुरक्षित हूं। मेरा कोई भी नुकसान हुआ तो यह पूरा सिस्टम भी ज़िम्मेदार होगा। 
दूसरी तरफ पल्लवी के आरोपों को सिरे से झुठलाते हुए अजायब सिंह मैनी ने कहा यह सब कुछ झूठ है। वास्तव में पल्लवी ही उसे ब्लैकमेल करती रही है। जब उसे मीडिया के कुछ लोगों ने उसके वाटसअप मैसेजिज़ के बारे में पूछा तो उसने कच्चा सा हो कर कहा कि नंबर मेरा है तो मेरे ही होंगें लेकिन किसने किये यह पता करवाता हूं। इसके साथ ही उसने कुछ आडियो भी मीडिया के कुछ लोगों को  मोबाईल फोन से सुनवाए। कुल मिला कर उसने यही आरोप लगाया कि उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है न कि वह ब्लैकमेल कर रहा है। आरोप किसका सच्चा है इसका फैसला तो कानून ही करेगा लेकिन फिलहाल एक और महिला अपना सब कुछ गंवा कर भी कसूरवार बनी दिख रही है। देखते हैं कब तक है औरतों का यही भाग्य? अब मामला महिला संगठनों के पाले में है देखते हैं नया रुख क्या कैसा होगा?

Monday, June 17, 2019

कॉलोनाइजर पर लगाया कब्जाई ज़मीन पर क्लोनी काटने का आरोप

पीड़ित पक्ष ने कहा:सरकारी विभाग भी हैं उसके साथ
लुधियाना: 17 जून 2019: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 
ज़मीन को लेकर धोखाधड़ी और झगड़ों के मामले बढ़ते ही चले जा रहे हैं। देखा जा रहा है कि सभी झगड़ों में एक बात आम है कि सरकारी महकमे किसी न किसी की फेवर करते हैं और इस फेवर के चलते सभी नियम कानून टाक पर रख दिए जाते हैं। अभी एक और नया मामला सामने आया है लुधियाना में। गांव रणिया में दो दोस्तों ने कॉलोनाइजर पर उनके हिस्से की जमीन पर जबरन कब्जा और फिर उस पर कॉलोनी काटने का  भी गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उन्होंने इस बारे में पहले गलाडा को भी शिकायत की थी लेकिन वहां उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद अब उन्होंने पुलिस कमिश्नर डॉ. सुखचैन सिंह गिल को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की उठाई है। उन्होंने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, मुख्यमंत्री, डीजीपी और डीसी को शिकायत भेजकर इंसाफ की गुहार लगाई। दोनों दोस्त गांव रोनी के दविंदर सिंह और गांव मुल्लापुर के कमलजीत सिंह है। जानकारी उन्होंने बाकायदा एक पत्रकार सम्मेलन करके दी।
दविंदर सिंह का कहना है कि कलोनाइज़र इंद्रजीत सिंह ने गांव रणिया में डेल्टा सिटी नामक कॉलोनी काटी है। पहले वह अच्छे जानकार थे। इसके चलते दविंदर और कमलजीत सिंह ने इंद्रजीत के साथ मिलकर 2012 में गांव रणिया में कुछ जमीन ली थी। इसकी रजिस्ट्री तीनों के नाम पर हैं। दविंदर ने आरोप लगाया कि बाद में जमीन का रेट ज्यादाकाफी ज़्यादा बढ़ गया। यहीं से लालच का सिलसिला शुरू हो गया और पैसे का स्वार्थ दोस्ती को भी भूल गया। इसी बात का फायदा उठाकर उसने अपने भाई के साथ मिलकर धोखे से जमीन अपने कब्जे में कर ली। दविंदर ने आरोप लगाते बताया कि कलोनाइज़र ने 150 किले में कॉलोनी काटने के दौरान उनके हिस्से की जमीन को भी उसी के बीच काटकर चार दीवारी कर ली। जब उन्हें इस बात का पता चला तो उन्होंने उससे बातचीतभी  की लेकिन उसने जमीन देने से मना कर दिया। कमलजीत ने आरोप लगाया कि उन्होंने इसकी शिकायत डीसी और गलाडा ऑफिस में भी की। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिस कारण वह पिछले 4-5 महीने से सरकारी ऑफिसों के चक्कर लगा रहे है। जबकि फर्द और जमीन के अन्य दस्तावेज चैक करने के लिए वह कई बार पटवारखाने में जा चुके है। लेकिन एक महीने से उन्हें कोई कुछ बता ही नहीं रहा। कमलजीत ने आरोप लगाया कि कॉलोनाइजर ने गलाडा से मंजूरी लिए बिना नियमों की उल्लंघना कर इल्लीगल तरीके से कॉलोनी काटी है। प्रशासन को इसका पता होने के बावजूद भी उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। गौरतलब यह भी है कि बहुत से झगड़े ऐसे भी हैं जो गुपचुप दबे ही रह जाते हैं। सदियों पुरानी कहावत कि ज़र-जोरू और ज़मीन ही होती है झगड़ों की मूल जड़ आज भी सच साबित होती रहती है। विकास के दावे और कानून के लम्बे हाथ अभी तक इस कहावत को झुठला नहीं पाए। 

Saturday, September 01, 2018

लोगों का पैसा लोगों के भलाई में लगाने में अहम भूमिका निभाई LIC ने

LIC ने पूर्ण किये राष्ट्र की सेवा में गौरवपूर्ण 62 वर्ष
लुधियाना: 1 सितम्बर 2018: (पंजाब स्क्रीन टीम):: 

आज भारतीय जीवन बीमा निगम के दुगरी स्थित मंडल  कार्यालय में ऐतिहासिक रौनक थी। जिन जिन लोगों ने भी एल आई सी पालसिओं को घर घर पहुँचने में जोशो खरोश से काम किया था उन सभी के चेहरों पर एक चमक थी। सफलता की चमक। दिन रात एक करके की गयी मेहनत की चमक। राष्ट्र निर्माण में दिए गए योगदान के गौरव की चमक। इस मेहनत और उपलब्धि के  बदले इन सभी को ध्वजारोहण के बाद सम्मानित भी किया गया।
लुधियाना मण्डल के वरिष्ठ मण्डल प्रबन्धक श्री एल.सी. पिपिल ने  बताया कि पिछले 18 वर्षो से जीवन बीमा के क्षेत्र मे प्राईवेट कंपनियों के आने के बावजूद भी भारतीय जीवन बीमा निगम ने मार्केट शेयर नई पॉलिसियाँ में 75.67% एवं कुल प्रीमियम आमदन में 69% रखते हुए अपना पहला स्थान कायम रखा हुया है । आज भारतीय जीवन बीमा निगम के पास 29 करोड़ से अधिक पॉलिसीधारक होने के साथ-साथ 25 लाख करोड़ से भी अधिक लाइफ फ़ंड एवं 28  लाख करोड़ से ज्यादा की संपत्तियाँ भी हैं । उन्होने बताया कि वित्तीय वर्ष 2017-18 में भारतीय जीवन बीमा निगम द्वारा 266.08 लाख दावों का भुगतान करते हुए 1,11,860.41 करोड़ रुपये अदा किए हैं । जबकि 98.04% मृत्यु दावों का भुगतान किया गया है। भारतीय जीवन बीमा निगम ने अपने पॉलिसी धारकों को बेहतर सेवा प्रदान करने हेतु सूचना प्रोधौयोगिकी का अधिकतम उपयोग किया है। भारत में सब से बड़ा बीमा उद्योग होने के कारण भारतीय जीवन बीमा निगम ने हमेशा उच्च तकनीक को अपनाते हुए अपने पॉलिसी धारकों को बेहतर सेवा प्रदान कर रहा है । अपने पॉलिसी धारकों को बेहतर सेवा प्रदान करते हुए वर्ष 2017-18 में निगम को 27 पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है

प्रैस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए वरिष्ठ मण्डल प्रबन्धक ने बताया कि लुधियाना मण्डल ने 31.03.2018 के समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के दौरान 1,08,034 नई पॉलिसियाँ जारी करके 201.50 करोड़ रुपये की प्रथम प्रीमियम आय अर्जित करके नव-व्यवसाय में नया कीर्तिमान स्थापित किया है । लुधियाना मण्डल के दावा भुगतान के संबंध मे बोलते हुए श्री एल.सी. पिपिल ने बताया कि 31.03.2018 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में तक कुल 1,23,557 पॉलिसियों में परिपक्वता एवं विद्दमानता हितलाभ  के 574.32 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। इसी तरह से कुल 3291 मृत्यु दावों का भुगतान करते हुए कुल 62.31 करोड़ रुपये का भुगतान करते हुए अपने पॉलिसी धारकों को बेहतर सेवा की मिसाल लुधियाना मण्डल द्वारा पृस्तुत की जा चुकी है।
लुधियाना मण्डल की ओर से चालू वित्तीय (01.04.2018 to 31.07.2018) वर्ष में, अब तक कुल 28152 परिपक्वता एवं विद्दमानता हित लाभ दावों के रूप में 169.80 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। इसी तरह से कुल 1034 मृत्यु दावों का भुगतान करते हुए कुल 18.83 करोड़ रुपये का भुगतान करके अपनी बेहतर सेवा का प्रदर्शन कर चुका है।
देश में अपने पॉलिसी धारकों को सेवा प्रदान करने के लिए एलआईसी के 8 क्षेत्रीय कार्यालय, 113 मण्डल कार्यालय, 2048 शाखा कार्यालय, 1430 सेटेलाईट कार्यालय, 1227, मिनी कार्यालय, 73 कस्टमर ज़ोन कार्यालय का प्रावधान किया गया है जिनके द्वारा अपने बहुमूल्य पॉलिसी धारकों को उन के घर तक सेवा प्रदान कर रहा है। एलआईसी ने अपने पॉलिसी धारकों के लिए एक पोर्टल भी बनाया हुया है जिस से कोई भी पॉलिसी धारक अपनी पॉलिसी को रजिस्टर करने के बाद, पॉलिसी से संबन्धित जानकारी ऑनलाइन ले सकता है ।
श्री पिपिल ने बताया कि लुधियाना मण्डल द्वारा 01.09.2018 से 07.09.2018 तक बीमा सप्ताह मनाया जा रहा है जिसमें निम्नलिखित प्रोग्राम किए जा रहे हैं :
1.   बीमा सप्ताह का शुभारंभ आज दिनांक 01.09.2018 को निगम के ध्वजारोहण के साथ मण्डल कार्यालय में किया गया । इस भव्य समारोह में एलआईसी से रिटायर हुए कर्मचारियों, पॉलिसीधारकों, उत्कृष्ट विकास अधिकारियों, सी.एल.आई.ए. एवं अभिकर्ताओं को सम्मानित किया गया ।
2.   02.02.2018 को बीमा जागरूकता दौड़ की जाएगी
3.   03.09.2018 को पौधारोपण, हेल्थ सेमिनार किया जाएगा  ।
4.   04.09.2018 को एलआईसी प्रांगण में खून दान कैंप तथा 05.09.2018 को अध्यापक दिवस मनाया जाएगा ।
5.   06.09.2018 को एक सरकारी स्कूल में बच्चों के लिए चित्रकारी प्रतियोगिता, मेडिकल चैक उप कैंप, पॉलिसीधारक के साथ मीटिंग होगी ।
6.   बीमा सप्ताह का समापन समारोह दिनांक 07.09.2017 को एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के द्वारा किया जाएगा ।

Saturday, August 05, 2017

DJJS: पर्यावरण संरक्षण के लिए चलाया विशेष अभियान

Sat, Aug 5, 2017 at 1:36 PM  
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने बनाये इस दिशा में कई विशेष कार्यक्रम 
लुधियाना: 5 अगस्त 2017: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो)::
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान जिसके संचालक श्री आशुतोश महाराज जी हैं, की ओर से लुधियाना में आज 5 अगस्त 2017 को एक स्थानीय होटल में एक प्रैस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। यह आयोजन संस्थान की लुधियाना शाखा की ओर से चलाई जा रही मुहिम माई अर्थ माई रिसपोंसीबिल्टी से संबंधित किताब माई अर्थ माई रिसपोंसीबिल्टी चैप्टर-अ रिपोर्ट जुलाई 2014 दिसंबर 2016 के विमोचन के संबंध में था। 
इस संबंध में संस्थान के नेचर कंजरवेशन प्रोग्राम की मुख्य इंचार्ज साध्वी आदिति भारती, प्रचारक साध्वी परमा भारती तथा लुधियाना के माई अर्थ माई रिस्पोंसीबिल्टी प्रोग्राम के इंचार्ज तरसेम सिंह ने प्रैस के समक्ष विमोचन की जाने वाली किताब के बारे में जानकारी दी। 
प्रैस को संबोधित करते हुए साध्वी सुश्री आदिति भारती ने कहा कि पर्यावरण का सरंक्षण एक दिन की क्रिया नहीं है, यह तो एक जीवनशैली है, इस जीवन शैली का संचार तथा प्रारंभ करना आसान कार्य नहीं है, यह तो एक निरंतर प्रक्रिया है। माई अर्थ माई रिस्पोंसीबिल्टी कैंपेन का उद्देश्य समाज को इसी जीवनशैली की ओर बढ़ाना है। 
करीब ढाई वर्ष के काल के दौरान हमने अनेकों प्रकार से नागरिकों के मनों को हिलाने की कोशिश की है तथा यह किताब हमारे कार्यों, उपलब्धियों तथा यात्रा पाठ्यक्रम को सब के समक्ष खोल देगी। यह पूछने पर कि क्या यह किताब विमोचन प्रकरण शहर में मुहिम का अंत है तो इस पर प्रोग्राम के इंचार्ज तरसेम सिंह ने कहा कि माई अर्थ माई रिस्पोंसीबिल्टी मात्र एक मुहिम नहीं, वास्तव में यह जनता की मुहिम है क्योंकि पृथ्वी सब की है। यह एक कोशिश है जिसके द्वारा शहर के लोगों को मुहिम व उसके नतीजों से अवगत करवाया जा सकेगा। यह इस का अंत नहीं! अपितु हम इसकी आवाज को दूसरे स्तर तक ले जाने की सोच रहे हैं। संस्थान ने आगामी महीनों में शहर के भीतर वायु प्रदूशण को रोकने हेतु एक विशाल जागरूकता रैली निकालने का ऐलान किया। इसके अतिरिक्त संस्थान शहर के कुछ खास इलाकों में भी कुछ ख़ास कार्य करेगा। लुधियाना के इंचार्ज तरसेम सिंह ने एक नंबर 9779824000, 9915761850 दिया और कहा कि हम यह नंबर प्रैस के माध्यम से जारी कर रहे हैं जो कोई भी घर में पौधा रोपित करना चाहता है, वह इस नंबर पर संपर्क करे, उसे मुफत डिलीवरी दी जायेगी। कांफ्रेंस के अंत में तरसेम सिंह ने मीडिया कर्मियों का उनके सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया। 

Monday, December 01, 2014

चार साहिबजादे की प्रमोशन के साथ जुड़े कई और संगठन

पत्रकार सम्मेलन में आलोचना का निशाना बना कटटरवाद
लुधियाना:1 दिसंबर 2014: (रेक्टर कथूरिया//पंजाब स्क्रीन): 
धार्मिक कटटरवाद एक बार फिर समाज के निशाने पर है। बहुत से सिख बुद्धिजीवियों ने कटटरता की सख्त शब्दों में निदा  की और सिख सिद्धांत को समझने पर ज़ोर दिया। इसके साथ ही चार साहिबजादे फिल्म को घर घर तक पहुँचाने का अभियान भी तेज़ किया गया।
शायद पंजाबी फिल्मों के इतिहास में पहली बार हुआ की प्रशसंकों और बुद्धिजीवियों ने मिलकर खुद ही एक मीडिया सम्मेलन किया जिसमें फिल्म की प्रमोशन के साथ साथ कटटरवाद को भी आड़े हाथों लिया गया। इसमें मौजूद बुद्धिजीवी गुरभजन सिंह गिल, डाक्टर अनुराग सिंह, शिक्षण संस्थानों की ओर से जगतार सिंह, इंडस्ट्री की करते तरफ से डीएस चावला, मंच संचालक डाक्टर  रणजोध सिंह और डाक्टर सीबिया कटटरवाद के खिलाफ खुल कर सामने आये। जानेमाने लेखक गुरभजन गिल से जब इस चर्चा की शुरुआत हुई तो उन्होंने पंजाबी फिल्मों के अतीत की भी चर्चा की साथ ही धन्यवाद भी दिया की अब जबकि चार साहिबजादे नामक फिल्म ने एक नया इतिहास रचा है तो शुक्र है कि कोई पागल व्यक्ति कुल्हाड़ा लेकर इसके खिलाफ खड़ा नहीं हुआ।  हम इस बात के लिए आभारी हैं।

इसके साथ ही जानेमाने उद्योगपति डी एस चावला ने गुरु इतिहास की चर्चा करते हुए बहुत सी अर्थपूर्ण बातें की और कटटरता को नकारा।

रामगढ़िया एजूकेशन कोंसिल की तरफ से जगतार सिंह ने भी यही कि वास्तव में सिख धर्म में कटटरता के लिए कोई स्थान नहीं।
जानेमाने इतिहासकार डाक्टर अनुराग सिंह ने भी कटटरता को नकारते हुए कहा कि यूट्यूब पर तरह तरह की बेहूदा बातें  करने वालों को अगर सामने आकर बात करने के लिए कहें तो वे मैदान छोड़कर भाग जाते हैं।  
मंच संचालन कर रहे डाक्टर रणजोध सिंह ने सिख धर्म के सिद्धांत को घर घर तक पहुँचाने वाली इस शानदार फिल्म चार साहिबजादे का उल्लेख करते हुए कटटरता की निंदा की और सलाह भी दी कि भविष्य में इस फिल्म  को पैमाना बनाया जाना चाहिए अब जो भी धार्मिक फिल्म बने वह इससे कम दर्जे की नहीं होनी चाहिए। इस फिल्म को एक स्टैंडर  पर रखा जाना चाहिए।
इस ऐतिहासिक अवसर पर गुरुघर के क्लीन शेव्ड श्रद्धालु राजीव साहनी भी मौजूद थे जिन्होंने इस  प्रमोशन के लिए कैलेंडर, छल्ले, मैग्नेट, पज़ल, तीर कमान, खड्ग और ढाल के साथ साथ पेन ड्राईव जैसे  भी  तैयार किये।
बाईट: राजीव साहनी (गुरु घर के अनिनय भक्त उअर प्रमोशन प्रोडक्ट के कंट्रीब्यूटर)
उम्मीद करनी चाहिए कि इस फिल्म के बहाने मुद्द्त के बाद एकजुट हुआ सिख समुदाय कटटरवाद के खिलाफ नई हवा पैदा करने में कामयाब होगा। 

Tuesday, May 06, 2014

जनता के धन की कार्पोरेट लूट बंद हो-बैंक संगठनों की मांग

Tue, May 6, 2014 at 3:21 PM
ए आई बी ई ए  का  बैंकों  के  अशोध  कर्जों  के विरूद्ध  आंदोलन
अशोध ऋणों को वसूल करने के लिए कठोर कार्रवाई हो 
  अशोध ऋणों को वसूल करने के लिए कठोर से कठोर उपायों की मांग
  जनता के धन की लूट को रोकना तथा अशोध ऋणों की वसूली करना

  अशोध ऋणों को उखाड़कर फैंक देना, इससे पहले वो बैंक को मार दें।
लुधियाना:6 मई 2014:(पंजाब स्क्रीन ब्यूरो): 
बैंकों में अशोध ऋणों में विनाशकारी बढ़ोतरी के विरूद्ध बैंक मुलाज़िमों और अधिकारीयों के संगठन  एकजुट हो गये हैं। बैंकों से कर्ज़ा लेना और फ़िर बार बार वापिस मांगे जाने पर भी उसे वापिस न करना-एक "जन्म सिद्ध अधिकार" बनता जा रहा  है। दिन दहाड़े जनता के पैसे पर इस तरह के "शरीफ़ाना अंदाज़ का  डाका" डालने वालोँ में मजबूर और गऱीब लोग बहुत ही कम लेकिन बेहद अमीर लोग बहुत बड़ी संख्या में हैं। इन लोगों की एक लम्बी चौड़ी सूची बैंक संगठनों ने बहुत पहले भी जारी की थी सरकार  तक जुं तक नहीँ सरकी। 
Image Courtesy: Caspot
एआई बी ई ए के आहवान पर, पंजाब बैंक इम्पलाईज़ फैडेरेशन ने आज फ़िर लुधियाना में एक प्रैस सम्मेलन किया जिसमें बैंकों में  400  अशोध ऋणों की एक सूची जारी की गयी। जो काम सरकार को करना चाहिए था उसे बैंक मुलाज़िमों ने किया। इस सम्मेलन को कामरेड पी.आर.मेहता, प्रधान, पंजाब बैंक इम्पलाईज़ फैडेरेशन (पंजाब) ने सम्बोधित किया । कामरेड नरेश गौड़  कोषाध्यक्ष, पंजाब बैंक इम्पलाईज़ फैडेरेशन भी वहाँ उपस्थित रहे ।
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ ने जोकि भारत में बैंक कर्मचारियों की सबसे बड़ी ट्रेड यूनियन है तथा सरकारी क्षेत्र के बैंकों, प्राईवेट बैंकों, विदेशी बैंकों, सहकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में सेवारत पांच लाख से ज्‍यादा बैंक कर्मचारियों का प्रतिनिधित्‍व करती है, 05 दिसम्‍बर, 2013 को अखिल भारतीय मांग दिवस के रूप में मनाया था और इस दिन बैंकों में निरन्‍तर पड़ रही अशोध ऋणों की विनाशकारी बढ़ोतरी के मुद्दे को उठाया था।हमने 50 सबसे बड़े अशोध ऋण खातों की सूची भी जारी कर दी थी। जबकि सरकार भी बैंकों में हो रही अशोध ऋणों की विशाल बढ़ोतरी से चिन्तित है, तो भी सरकार ने इन कर्जों की वसूली के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए हैं। हम निम्‍नलिखित मांग करते रहे हैं:-
        बैंक कर्जों को चुकाने में इरादतन चूक करने को अपराधिक कृत बनाना

          मिलीभगत और सांठगांठ की जांच करने के लिए जांच के आदेश देना

          अशोध ऋणों की वसूली में तेजी लाने के लिए वसूली कानूनों में संशोधन

          अशोध ऋणों को वसूल करने के लिए कठोर से कठोर उपाय करना

          कार्पोरेट कर्तव्‍य विमुखता को प्रोत्‍साहित मत करो

          भारतीय रिज़र्व बैंक को बैंक कर्जों को चुकाने में चूक करने वालों की सूची प्रकाशित करनी चाहिए
क्‍या  आप सरेआम लूटके बारे में जानते हैं?

                                              राशि करोड़ रूपयों में

सरकारी क्षेत्र के बैंकों में (मार्च 2008) को अशोध ऋण
   39,000
सरकारी क्षेत्र के बैंकों में (मार्च 2013) को अशोध ऋण
1,64,000
सरकारी क्षेत्र के बैंकों में (सितम्बर 2013) को अशोध ऋण
2,36,000
पुन: रचना किए गए अशोध ऋण तथा उत्तम दिखाए हुए ऋण
3,25,000
पिछले सात वर्षों के दौरान नए अशोध ऋण
4,95,000
अशोध ऋणों के निमित् प्रावधान हेतु अन्तरित और समायोजित किए हुए लाभ (2008 से 2013)
1,40,000
172 कार्पोरेट खातों में (रूपए 100 करोड़ और इससे ज्यादा के) अशोध ऋण
   37,000
सरकारी क्षेत्र के बैंकों में 4 सबसे बड़े चूककर्ताओं के अशोध ऋण
   23,000
24 बैंकों में 30 सबसे बड़े अशोध ऋण खातों में राशि
   70,300
3250 (खातों में) (मुकद्दमा दायर किए हुए) अशोध ऋण (रूपए एक करोड़ और इससे जयादा)
   43,795
पिछले 13 वर्षों में बट्टे खाते डाले गए अशोध ऋण
2,04,000
 ए आई बी ई ए अब सबसे बड़े 400 बैंक ऋण नहीं चुकाने वालों की सूची को प्रकाशित कर रही है क्‍योंकि भारतीय रिज़र्व बैंक या भारत सरकार ऋणों को नहीं चुकाने वालों की सूची को प्रकाशित नहीं कर रही है, इसलिए ए.आई.बी..ए इस सूची को प्रकाशित कर रही है, जिसमें सरकारी क्षेत्र के बैंकों के 400 सबसे बड़े चूककर्ताओं के नाम दिए हुए हैं। इन 400 खातों में रूपए 70300 करोड़ की राशि फंसी हुई है।ये कर्जे वापिस क्‍यों नहीं आरहे हैं? इसके लिए  कौन जिम्‍मेदार है? यदि बैंकों के कार्यपालक जिम्‍मेदार हैं, तो उनके नाम सार्वजनिक किए जाएं।यदि राजनीतिक गठबंधन है, तो इसको उजागर किया जाए।किसी दूसरे की गलती के लिए देश को प्रताडि़त न किया जाए कार्पोरेट घरानों की बदनीयत के लिए लोगों को सजा न दी जाए।
इस सम्मेलन में कामरेड अशोक मल्हन, कामरेड हरविन्द्र सिंह, कामरेड राजेश वर्मा, कामरेड राजविन्द्र सिंह, कामरेड दर्शन सिंह एवं कामरेड वलबंत राय भी उपस्थित रहे।