Saturday, September 24, 2022

वेब की लड़ाई भी लड़ेगी शहीद भगत सिंह प्रेस एसोसिएशन

23rd September 2022 at 07:31 PM

नए प्रबंधन में लुधियाना यूनिट के प्रधान बने कवलजीत सिंह 


जालंधर
: 23 सितंबर 2022: (हरप्रीत सिंह इनपुट-पंजाब स्क्रीन डेस्क)::
   

कुछ ही वर्ष पूर्व जब मीडिया में भेदभाव बढ़ने लगा। बड़े या छोटे पत्रकार कह कर एक अलग तरह की जातिपाति बढ़ने लगी उस समय सामने आया एक पत्रकार संगठन जिसका नाम शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के नाम पर रखा गया। बसंती पगड़ी को भी सम्मान से पहना गया तांकि बसंती छोले का संकल्प हर दिल में और मज़बूत बनाया जा सके। यह संगठन हर उस जगह पहुँचने लगा जहां भी किसी पत्रकार को उत्पीड़न का शिकार बनना पड़ा। मेनस्ट्रीम मीडिया के लिए काम करने वालों में ही कुछ लोग अपने ही पुराने सहयोगियों को नज़रअंदाज़ करने लगे। उन्हें हिकारत की नज़र से देखने लगे। कसूर बताते कि यह तो वेब मीडिया चलाते हैं। इन बड़े लोगों ने कभी उनकी मुश्किलें न पूछीं बल्कि उन्हें अछूत की तरफ बताने के कुत्सित प्रयास किए। बड़े बड़े वेतनमान लेने वाले इन बड़े पत्रकारों ने अपने ही भाईचारे के ऑनलाइन पत्रकारों को कमज़ोर करने के नापाक प्रयास किए। फिर सियासत में तब्दीलियां आने लगी तो बड़े मीडिया को देश की जनता गोदी मीडिया कह कर बुलाने लगी। जनता के हितों से जुड़ीं हर खबर हर बड़े चैनल और कई बार बड़े अख़बारों से भी गायब हो जाती। आम जनता के एक बड़े हिस्से ने टीवी देखना ही बंद कर दिया। अख़बारों की बिक्री भी कम होने लगी। तो  ही बदल दिया। उस नाज़ुक दौर में जान किसान दिल्ली के बार्डर पर आंदोलन कर रहे थे उस समय इसी वेब मीडिया ने कमाल का ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। साधारण से संसाधनों वाले वेब मीडिया ने बड़े गोदी मीडिया को पटखनी दे दी। इस दर्द, इस जोश और इस उत्साह को मान्यता देने वालों में से पहल की शहीद भगत सिंह प्रेस एसोसिएशन की टीम ने। 

शहीद भगत सिंह प्रेस एसोसिएशन, पंजाब में पत्रकारों की सुरक्षा और अधिकारों के लिए लड़ने वाला एकमात्र प्रमुख और प्रमुख संगठन है। पंजाब की राष्ट्रीय इकाई और राज्य के सभी जिला पदाधिकारियों की अध्यक्षता में सर्किट हाउस  जालंधर में अध्यक्ष अमरिंदर सिंह और शहीद-ए-आज़म भगत सिंह की बहन विशेष रूप से पहुंचे।  एसोसिएशन की संरक्षक जसमीत कौर की देखरेख में एक आपात बैठक भी की गई। बैठक में पंजाब के विभिन्न कस्बों और ज़िलों के अध्यक्ष, अध्यक्ष और महासचिवों ने भाग लिया। इस सभा के प्रारंभ में पूर्व की भांति अमर शहीदों को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा कल विदा लेने वाले पत्रकार एवं परिवार के सदस्यों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।

बैठक में पत्रकारों के अधिकारों को लेकर कई अहम प्रस्ताव पारित किए गए। वेब चैनल के पत्रकारों को विशेष रूप से जालंधर में पत्रकारों का दर्जा देने के संबंध में कुछ पत्रकारों ने पुलिस की मिलीभगत से अपने ही साथियों को फर्जी पत्रकार बताकर केस दर्ज कराने वालों को परेशान करने की रणनीति पर विचार किया।  कुछ अन्य राज्यों में भी सभी पत्रकारों पर बने झूठे पर्चे को रद्द करने के संबंध में प्रस्ताव पारित किया गया। 

इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने पंजाब के सभी जिलों की उपस्थिति में नैतिक कारणों के आधार पर राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से अपना इस्तीफा पंजाब के अध्यक्ष गोरा संधू को सौंपा। विचार के बाद इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया। उन्हें संघ के दरवाजे की तरह अपने पास रखने को कहा गया और उनका आश्वासन दिया गया। इस अवसर पर पंजाब उप प्रधान हरप्रीत सिंह मक्कड़, चैयरमैन जसविंदर सिंह चावला, प्रधान कवलजीत सिंह, सुनील जैन, अमरजीत सिंह और पंजाब के सभी जिलों के पद अधिकारी पहुंचे। 

अगर आप भी लिखते हैं तो आप भी कलम के सिपाही हैं। हम सभी कलमकार एक युद्ध  लड़ रहे हैं। इसे जीतने के लिए आइए एकजुट हो जाएं। हमें हर हाल में यह है। संमाज का  इंसान केवल हमसे ही उम्मीद लगाए बैठा है। शहीद भगत सिंह के सपनों का भारत तभी बन पाएगा। 

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