9 अक्टूबर 2022 अपराह्न 04:15 बजे
महान अंतरराष्ट्रीय स्वतंत्रता सेनानी द्वारकानाथ कोटनिस की स्मृति में आयोजित शिविर
भारत सरकार द्वारा जारी डाक टिकट का फोटो |
शिविर का उद्घाटन श्री राम किशन अध्यक्ष धर्मशाला और बलबीर चंद अध्यक्ष अशोक मादी, सुरिंदर हीरो, सतपाल महमी ने किया। इस अवसर पर बोलते हुए श्री राम कृष्णजी ने कहा कि डॉ. कोटनिस ने 1942 में मानवता की सेवा की थी। मैंने दिन-रात उन लोगों की सेवा की जो हमारे पड़ोसी मित्र चीन में स्वतंत्रता संग्राम में भाग ले रहे थे। इसलिए उसकी वहीं मौत हो गई।
आज 80 साल बाद भी चीनी सरकार, चीन के लोग इस महान भारतीय चिकित्सक द्वारकानाथ की याद में चीन में हमारे भारतीय डॉक्टरों की याद में सिर झुकाते हैं। भारतीय डॉक्टर की याद में न केवल अस्पताल चलाया जा रहा है, बल्कि चीन युद्ध स्मारक पर उनकी याद में एक ठुमका भी लगाया गया है। आज पूरी दुनिया के लोगों को अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करने के लिए दुनिया भर के डॉक्टरों को डॉ. कोटिन्स के बताए रास्ते पर चलना चाहिए। हर गली में इस तरह के कैंप लगाने की जरूरत है।
इस कैंप में डॉ. नेहा ढींगरा, डॉ. रघुवीर सिंह, डॉ. डेंटल डॉ. ऋतिक चावला ने चेकअप कर मरीजों का इलाज किया। उन्होंने रोगों से बचने के विभिन्न उपायों की जानकारी देते हुए कहा कि दंत रोग के कारण विभिन्न प्रकार के रोग उत्पन्न हो सकते हैं, जिनमें पेट के रोग और मसूढ़ों के रोग प्रसिद्ध हैं।
डॉ. नेहा पहले भी कोविड जैसी महामारी से लड़ते हुए अपना बचाव करने में सफलता से निकल चुकी हैं, लेकिन फिर भी ऐसे कई लक्षण थे जो कोविड के पाए गए, जिनमें कमजोरी, सांस लेने में तकलीफ, खांसी, जोड़ों में दर्द, नींद न आना शामिल हैं, जिससे कमजोरी जैसे लक्षण सामने आने लगे। .
इलाज के दौरान पाया गया कि ऐसे मरीजों को अभी भी इलाज की जरूरत है, जिसके लिए हम आगे भी ऐसे कैंप लगाते रहेंगे, इस कैंप में मनीषा ने लोगों को नशा और नशा करने वालों जैसी बीमारियों से दूर रहने की सीख दी. पंजाब के लोगों को नशा मुक्त बनाने के लिए कोटनिस अस्पताल में नि:शुल्क इलाज किया जाता है। इस शिविर में मुख्य रूप से ODIC प्रभारी मनीषा, गगनदीप कुमार, रितु, अमन, मीनू शर्मा आदि ने अपना विशेष योगदान दिया।
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