19th May 2020 at 4:04 PM
खत्म कुरान शरीफ के आयोजनों को ऑनलाइन संबोधन किया
लुधियाना जामा मस्जिद से खत्म कुराने पाक के प्रोग्राम को संबोधित करते हुए नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी |
लुधियाना: 19 मई 2020: (कार्तिका सिंह//पंजाब स्क्रीन)::
कोरोना महामारी को लेकर चल रहे लॉक डाउन के बीच शहर की विभिन्न मस्जिदों में पांच-पांच नमाजियों ने पवित्र रमजान शरीफ के बीच इमाम हाफिज हजरात से कुरान शरीफ सुन रहे है। बीते दो दिन से खत्म कुरान शरीफ केे आयोजनों का सिलसिला शुरू हो चुका है, इस बार खत्म कुराना शरीफ के आयोजनों को लुधियाना जामा मस्जिद से नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ऑनलाइन संबोधन कर रहे हैं। ब्राउन रोड स्थित मस्जिद अहरार में बीती रात खत्म कुरान पाक के आयोजन को संबोधन करते हुए मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने कहा कि रमजान का पवित्र महीना एक इंकलाबी इबादत है, यह जहा इंसान को बुराईयां त्याग कर अच्छाइयों की ओर प्रेरित करता है वहीं यह पवित्र महीना कुरान शरीफ के नाजिल होने का भी है, इस महीने में अल्लाह ने अपनी यह किताब आखरी नबी हजरत मुहम्मद साहब सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर नाजिल फरमाई। नायब शाही इमाम ने कहा कि पवित्र कुरान विश्व भर के इंसानों के लिए रहमत का पैगाम है, उन्होंने कहा कि दुनिया में कुरान शरीफ आने के बाद इंसानों में बराबरी आनी शुरू हुई। अमीर-गरीब गोरे और काले और छुआ-छूत का खात्मा हुआ। नायब शाही इमाम ने कहा कि अल्लाह ने कुरान शरीफ में अपने बंदों को कह दिया है कि वह इंसानियत की सेवा को सबसे बड़ी इबादत समझें। नायब इमाम ने कहा कि विश्व भर में कोरोना महामारी के बीच मस्जिदों में पांच-पांच लोग कुरान पाक सुनकर उस अजीम रिवायत को कायम रख रहे हैं जो कि शरीयत का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि हम प्रार्थना करते हैं कि जल्दी ही दुनिया भर से कोरोना वायरस समाप्त हो और विश्व भर के लोग पहले की तरह जीवन व्यतीत कर सकें। नायब शाही इमाम ने कहा कि वैज्ञानिकों और डॉक्टरों के तर्क अपनी जगह सही है लेकिन इसके साथ-साथ सभी इंसानों को यह बात समझ लेनी चाहिए की जब भी हम प्रकृति के साथ और खुदा के दिए हुए इस जिस्म के साथ खिलवाड़ करते हैं तो ऐसी बीमारियां खुदा की तरफ से आती है इसलिए हमें जहां कोरोना वायरस से बचने के लिए वह सभी उपाय करने हैं जिनके लिए मेडिकल साइंस हमें समझा रही है उसके साथ-साथ हमें गुनाहों को त्यागना होगा, अपने दिल को साफ रखना होगा, नफरतों को खत्म करना होगा, गरीब का साथ देना होगा और मां बाप की सेवा करते हुए समाज के प्रति वफादारी दिखानी होगी। मौलाना उस्मान लुधियानवी ने कहा कि कुरान शरीफ को तजुर्मे (अर्थ) के साथ पढऩा चाहिए ताकि आप यह समझ सके की इलाही पैगाम आपको किस तरह सीधे रास्ते पर चलाना चाहता है। उन्होंने कहा कि आज सोशल मीडिया के दौर में विभिन्न धर्मो को लेकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है जब हम किसी भी धर्म की किताब और उसकी शिक्षाओं को करीब से देखेंगे तो यह बात सामने आएगी के धर्म इंसान को जोडऩे की बात करता है तोडऩे की बात नहीं करता। उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि कोरोना महामारी के बीच बहुत से लोग धर्म की राजनीति करके रोटियां सेकना चाहते हैं। यह समय देश के गरीब लोगों के साथ खड़े होने का है और कोरोना महामारी के खिलाफ लडऩे का है। इस अवसर पर नायब शाही इमाम ने विश्व भर में कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए विशेष दुआ भी करवाई।
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