ज़िला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कड़ी मेहनत का नतीजा
कोरोना पर फतह के बाद मीडिया से बात करते हुए जसकरण सिंह |
चंडीगढ़//नवां शहर: 22 अप्रैल 2020: (पुष्पिंदर कौर//पंजाब स्क्रीन)::
जिस तरह से कोरोना आया उसे देख कर दुनिया हार भी थी लेकिन अब अच्छी खबरें आ रही हैं। ज़िंदगी है-कोरोना हार रहा है। अतीत में कई बार इतिहास रचने वाले शहीद भगत सिंह नगर ने फिर एक नया इतिहास रचा है। यह ज़िला कोरोना मुक्त घोषित हो गया है। यह खबर पूरी दुनिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। पंजाबियों के जीवट, उत्साह और इच्छा शक्ति को दर्शाती हुई खबर। ज़िला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कड़ी मेहनत के चलते शहीद भगत सिंह नगर आज कोरोना मुक्त होने वाला पंजाब का पहला ज़िला बन गया है। कोरोना प्रभावित इस ज़िले का अठारहवां मरीज जसकरन सिंह भी आज ठीक होने के बाद घर रवाना हो गया। कोरोना पर फतह पाने की यह उपलब्धि आज के इस युद्ध में बहुत ही बड़ी बात है। एक नई प्रेरणा देती है यह खबर। एक जगाती है यह खबर। इस खबर से समाज के सभी क्षेत्रों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई।
स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने स्वस्थ हुए मरीजों को तंदुरुस्त जीवन की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि ये सभी व्यक्ति अब कोरोना प्रभावित मरीजों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं कि हिम्मत और आत्मविश्वास के साथ घातक बीमारियों को भी मनुष्य हरा सकता है। उन्होंने बताया कि जिले को रैड जोन में से ग्रीन जोन में ले जाने के लिए जिला प्रशासन समेत स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने दिन-रात काम किया और जिसके लिए विधायक अंगद सिंह, डिप्टी कमिश्नर विनय बबलानी, एस एस पी अलका मीना, सिविल सर्जन डाॅ. रजिन्दर प्रसाद बधाई के पात्र हैं जिनके नेतृत्व अधीन सभी मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने शहीद भगत सिंह नगर जिले के निवासियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिस तरह यहाँ पंजाब सरकार की हिदायतों और कर्फ्यू का पालन किया गया है वह भी पूरे पंजाब के लिए एक मिसाल है। उन्होंने कहा कि कोरोना के विरुद्ध इस लड़ाई को आम जनता के सहयोग के साथ ही जीता जा सकता है जो शहीद भगत सिंह नगर ने कर दिखाया है।
स्वास्थ्य विभाग की मिसाली कारगुजारी को उजागर करते हुए उन्होंने बताया कि 19 मार्च से 26 मार्च तक एक दम आए 18 कोरोना मामलों के साथ यह इलाका कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हो गया था जिस कारण जिला हस्पताल में भी तनाव का माहौल बन गया था। इसके उपरांत बड़ी संख्या में मरीजों को मानक इलाज सेवाएं मुहैया करवाना एक चुनौती बन गया था परन्तु जिस तरह बहादुरी और संजीदगी के साथ मैडीकल और पैरा-मैडीकल टीमों द्वारा मरीजों का ध्यान रखा गया वह काबिले तारीफ है जो भविष्य में भी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।
गौरतलब है कि एस एस पी अलका मीना के नेतृत्व अधीन स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला हस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में मरीजों के लिए निभाई गई सेवाओं की सराहना करते हुए डाॅक्टरों और पैरा-मैडीकल स्टाफ पर फूलों की वर्षा करके ताली के साथ धन्यवाद भी किया गया।
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