अभी भी मौजूद है लुधियाना की रेलवे कलोनी नम्बर 5 में
हमारे समाज में तुलसी का एक अलग और सम्मानीय स्थान है। छोटे मोटे बुखार को तो तुलसी के पत्तों का सेवन नज़दीक भी नहीं आने देता। जो तुलसी आप देख रहे हैं इसको प्रदीप शर्मा इप्टा के माता जी सुश्री सवर्ण कांता ने रेलवे कलोनी के निवास में लगाया था। यह बात सन मई 1964 की है। कल हम उधर से गुज़रे तो अचानक उस मकान के सामने रुक गए , दरवाज़ा खटखटाया तो पता चला कि अब वहां कोई और परिवार रह रहा है। यह परिवार यहाँ 2002 में आया था और उनसे पूर्व कोई और परिवार यहाँ रहता था। इतनी मुद्दत के बाद भी तुलसी माता का वहां होना हमें किसी चमत्कार से कम नहीं लगा। उस समय प्रदीप शर्मा जी की कुछ तस्वीरें क्लिक करा सचमुच एक अलौकिक सा अनुभव था। -रेक्टर कथूरिया पौधा
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