Wed, Jul 27, 2016 at 2:08 PM
मध्यप्रदेश राज भाषा समिति की सदस्य सुश्री प्रेमलता नीलम ने भी की समीक्षा
मध्यप्रदेश राज भाषा समिति की सदस्य सुश्री प्रेमलता नीलम ने भी की समीक्षा
दमोह: (मध्यप्रदेश): 26 जुलाई 2016: (नूतन पटेरिया//पंजाब स्क्रीन)::
किताबों के बहाने होती चर्चा से समाज की गिरावट तक रुकी हुई है। गैर किताबी संचार साधनों के ज़रिये जिस आधुनिकता की अंधी ज़ोरों से चल रही है वह तबाहकुन है। किताबोंकी चर्चा के कारण बहुत सी परम्पराएं अभी जीवित हैं जिनके ज़रिये समाज में नैतिक मूल्य अभी भी बाकी बचे हुए हैं। मंगलवार 26 जुलाई को एक ऐसा ही मंगल अवसर था दमोह में जिसमें कुछ जानेमाने हस्ताक्षर एक साथ मौजूद थे। मध्यप्रदेश राष्ट्र भाषा प्रचार समिति भोपाल जिला दमोह के तत्वाधान में सरस्वती शिशु मंदिर के सभागार में विनोद कुमार श्रीवास्तव लिखित उपन्यास ‘’चित्रांश" (वेदिक्कालिन प्रयोगधर्मी उपन्यास) की समीक्षा हेतु आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ट साहित्यकार श्री विमल लहरी और अध्यक्ष श्री ओजेंद्र तिवारी रहे। उपन्यास की समीक्षा मध्यप्रदेश राज भाषा समिति की सदस्य सुश्री प्रेमलता नीलम, श्री रामकुमार तिवारी सहायक प्राध्यापक, श्री श्याम सुंदर शुक्ल वरिष्ट साहित्यकार एवम नूतन पटेरिया द्वारा प्रस्तुत की गयी। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ प्रेमलता नीलम एवम आभार डॉ रघुनंदन चिले ने किया। कार्यकर्म में श्रीमती पुष्पा चिले, हेमलता दुबे, कुसुम खरे श्री अमर सिंह, आनन्द जेन, श्री मनीष रैकवार उपसिथत रहे।
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