Wed, Jul 27, 2016 at 4:32 PM
पंजाब में इसकी हालत काफी खतरनाक हो चुकी है
लुधियाना: 27 July 2016: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):
एसपीएस हॉस्पिटल के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग के मुखी व सीनियर कंसल्टेंट डॉ. निर्मलजीत सिंह मल्ही ने कहा कि हैपाटाइटिस का खतरा इतना बढ़ गया है कि दुनिया भर में हर 12 में से 1 व्यक्ति इस बीमारी की चपेट में है। पंजाब में इसकी हालत काफी खतरनाक हो चुकी है। क्योंकि हैपाटाइटिस सी लिवर कैंसर का कारण भी बनने लगा है।
वल्र्ड हैपाटाइटिस डे की पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान डॉ. मल्ही ने कहा कि एसपीएस हॉस्पिटल में एक हफ्ते के लिए हैपाटाइटिस स्क्रीनिंग कैंप लगाया गया था। जिसमें करीब 600 लोगों के टेस्ट किए गए। उन्होंने बताया कि 28 जुलाई को मनाए जा रहे हेपाटाइटिस डे का थीम नो हेपाटाइटिस एक्ट नाओ रखा गया है। क्योंकि यह बीमारी दुनिया भर के लए खतरा बनती जा रही है, इस कारण इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इन सबमें खतरनाक हेपाटाइटिस सी है। क्योंकि इसके शुरूआती लक्षण जल्दी नजर नहीं आते। जबकि अगली स्टेज पर जाकर इससे लिवर कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। इससे लिवर डैमेज हो जाता है। पंजाब में दूसरे राज्यों के मुकाबले एचसीवी की ज्यादा इंफेक्शन देखी गई है। ज्यादातर पंजाबी हेपाटाइटिस सी के शुरूआती लक्षण नहीं होने के कारण इसकी इंफेक्शन से अंजान हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह भी है कि हेपाटाइटिस सी की कोई वैक्सीन नहीं बनी है। केवल लगातार जांच कराकर और जरूरी तरीके अपनाकर ही इससे बचा जा सकता है।
विभाग के ही कंस्लटैंट डॉ. विक्रमजीत सिंह संधू ने कहा कि नशेडिय़ों द्वारा एक ही सीरिंज का ग्रुप में इस्तेमाल करना भी एचसीवी का मुख्य कारण है। टैटूज बनवाना, एक-दूसरे का टुथ ब्रश इस्तेमाल करने, बिना जांच किए ब्लड चढ़ाना और एचआईवी इंफेक्टेड लोगों से इसकी इंफेक्शन होने का खतरा ज्यादा रहता है। डॉ. अमित सोनी ने कहा कि पंजाब में हो रहे लिवर कैंसर का एक बड़ा कारण हेपाटाइटिस सी भी है। हॉस्पिटल में लगाए गए स्क्रीनिंग कैंप के दौरान हेपाटाइटिस सी के कई पॉजिटीव मरीज मिले हैं। डॉ. मल्ही ने बताया कि इस बीमारी के इलाज को लेकर हुए अविष्कार के बाद मार्च 2015 से भारत में इसका इंजेक्शन से होने वाला इलाज फ्री उपलब्ध हो गया है। अब इसके लिए नई गोलियां भी मार्केट में आ चुकी हैं, जिनसे साइड इफेक्टेड रहित और 95 प्रतिशत तक सफल इलाज होता है।
मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. उवेद ने कहबा कि डॉ. मल्ही की अगवाई में गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग लुधियाना और इसके आसपास के इलाकों में फ्री स्क्रीनिंग कैंप और अवेयरनेस लेक्चर का आयोजन करता आ रहा है। इससे पंजाब को हेपाटाइटिस से बचाने में मदद मिल सकेगी।
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