Wed, Aug 7, 2013 at 9:38 PM
एकसाथ जंग छेड़ेंगे पूर्व पुलिस मुखी और समाज सेवक
अमृतसर (गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन) पंजाब में बह रहे नशे के छठे दरिया को रोकने और राजनेताओं की शरण में चल रहे इस कथित धंधे पर न सिर्फ लगाम कसने बल्कि इसे जड़ से उखाड़ने के लिए पंजाब पुलिस के पूर्व मुखी, एनआरआई, धार्मिक और सामाजिक संगठन एकजुट हो गए हैं। उन्होंने नशे की इस बीमारी को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए एक मुहिम का आगाज करने की भी घोषणा की है। यह घोषणा आज अमृतसर के विरसा विहार में नशों के खिलाफ कराए गए सैमीनार के दौरान की गई। इस मौके पर पहुंचे पंजाब पुलिस के पूर्व डीजीपी (जेल) शशिकांत, शिरोमणि अकाली दल (पंच प्रधानी) के उप प्रधान बलदेव सिंह सिरसा और एनआरआई संपूरण सिंह ने कहा, कि आज नशा पंजाब की नौजवानी को खा रहा है। उक्त सभी ने कहा कि नशे के कारोबारियों को राजनेताओं की शह है। इसलिए उनकी कोशिश होगी की आगामी लोकसभा चुनाव 2014 और विधानसभा चुनाव 2017 में नशे जैसे इस मुद्दे को एक राजनैतिक मुद्दा बनाया जाए। उन्होंने कहा, कि इसके अलावा उनकी ओर से नशों के खिलाफ एक जनचेतना कायम करना है। जिसके लिए वे न सिर्फ जन संपर्क बढ़ाएंगे, बल्कि इसे जनांदोलन की शक्ल दी जाएगी।
एकसाथ जंग छेड़ेंगे पूर्व पुलिस मुखी और समाज सेवक
अमृतसर में नशे के खिलाफ आयोजित सेमिनार की एक झलक (फोटो-गजिंद्र सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन) |
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