पुलिस में भर्ती के नाम पर लोगों को ठगने वाला काबू
लुधियाना,5 अगस्त 2013::(पंजाब स्क्रीन ब्यूरो): पहले पहल गाँव में एक वर्दी वाला सिपाही भी चक्कर लगा जाता था तो में आतंक छ जाया करता था लेकिन अब पुलिस की फ़ोर्स भी गुजर जाये तो चर्चा तक नहीं होती। जुर्म की दुनिया से जुड़े लोग इतने बेख़ौफ़ हो चुके हैं की पुलिस के नाम से ठगने के काम में भी कभी नहीं डरते। इस तरह का एक न्य मामला सामने आया है लुधियाना में जहां पुलिस में भर्ती करवाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले आरोपी को सी.आई.ए. स्टाफ पुलिस ने काबू किया है। आरोपी का नाम कुलविन्दर सिंह है, वह बहादुरके रोड का रहने वाला है। आरोपी की हिम्मत देखो वह खुद पुलिस की वर्दी डाल कर लोगों पर प्रभाव डालता था और कहता था की उसकी पहुँच ऊपर तक है।
उसकी हकीकत का पता तब चला जब उस पर इस्लामगंज निवासी प्रिंस मग्गो की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ। गहन पूछताछ के दौरान आरोपी ने चार लोगों से ठगी करने की बात कबूली है और अभी कई और मामले सामने आने की सम्भावना है। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर एक दिन का रिमांड भी हासिल किया है, जिसमें ठगी की और भी वारदातों के खुलासे होने की उम्मीद है। सी.आई.ए. प्रभारी सर्बजीत सिंह के मुताबिक प्रिंस ने शिकायत दी थी कि उसकी भट्टियां में कास्मैटिक की दुकान है। आरोपी कई बार पुलिस की वर्दी में उसकी दुकान पर आया व उसे पुलिस में भर्ती करवाने की बात कही। उसने आरोपी के झांसे में आकर उसे 35 हजार रुपए दे दिए। इसी तरह आरोपी ने पुलिस में भर्ती करवाने के नाम पर भट्टियां निवासी हरिंदर सिंह हनी से 25 हजार, काराबारा निवासी राजकुमार से 5 हजार तथा हजूरी बाग कालोनी निवासी विजय कुमार से 5 हजार की नकदी ऐंठ ली। बाद में पता चला कि आरोपी तो खुद ही पुलिस मुलाजिम नहीं है यह दूसरों को पुलिस में भर्ती क्या करवाएगा। यह सामने आने के बाद मामला दर्ज कर तेज़ी से आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई। कुछ मुशक्कत के बाद पुलिस ने 4 अगस्त की शाम को एक सूचना के आधार पर आरोपी को जालंधर बाईपास के पास काबू कर लिया गया। अब देखना है की उसके नेटवर्क से जुड़े और छोटे बड़े कितने लोगों के नाम सामने आते हैं! कहां से आती थी पुलिस की वर्दियां और किस के दम पर वह दिखता था इतनी हिम्मत? इन सभी स्व्लों के जवाब भी जल्द सामने आ जायेंगे।
लुधियाना,5 अगस्त 2013::(पंजाब स्क्रीन ब्यूरो): पहले पहल गाँव में एक वर्दी वाला सिपाही भी चक्कर लगा जाता था तो में आतंक छ जाया करता था लेकिन अब पुलिस की फ़ोर्स भी गुजर जाये तो चर्चा तक नहीं होती। जुर्म की दुनिया से जुड़े लोग इतने बेख़ौफ़ हो चुके हैं की पुलिस के नाम से ठगने के काम में भी कभी नहीं डरते। इस तरह का एक न्य मामला सामने आया है लुधियाना में जहां पुलिस में भर्ती करवाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले आरोपी को सी.आई.ए. स्टाफ पुलिस ने काबू किया है। आरोपी का नाम कुलविन्दर सिंह है, वह बहादुरके रोड का रहने वाला है। आरोपी की हिम्मत देखो वह खुद पुलिस की वर्दी डाल कर लोगों पर प्रभाव डालता था और कहता था की उसकी पहुँच ऊपर तक है।
उसकी हकीकत का पता तब चला जब उस पर इस्लामगंज निवासी प्रिंस मग्गो की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ। गहन पूछताछ के दौरान आरोपी ने चार लोगों से ठगी करने की बात कबूली है और अभी कई और मामले सामने आने की सम्भावना है। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर एक दिन का रिमांड भी हासिल किया है, जिसमें ठगी की और भी वारदातों के खुलासे होने की उम्मीद है। सी.आई.ए. प्रभारी सर्बजीत सिंह के मुताबिक प्रिंस ने शिकायत दी थी कि उसकी भट्टियां में कास्मैटिक की दुकान है। आरोपी कई बार पुलिस की वर्दी में उसकी दुकान पर आया व उसे पुलिस में भर्ती करवाने की बात कही। उसने आरोपी के झांसे में आकर उसे 35 हजार रुपए दे दिए। इसी तरह आरोपी ने पुलिस में भर्ती करवाने के नाम पर भट्टियां निवासी हरिंदर सिंह हनी से 25 हजार, काराबारा निवासी राजकुमार से 5 हजार तथा हजूरी बाग कालोनी निवासी विजय कुमार से 5 हजार की नकदी ऐंठ ली। बाद में पता चला कि आरोपी तो खुद ही पुलिस मुलाजिम नहीं है यह दूसरों को पुलिस में भर्ती क्या करवाएगा। यह सामने आने के बाद मामला दर्ज कर तेज़ी से आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई। कुछ मुशक्कत के बाद पुलिस ने 4 अगस्त की शाम को एक सूचना के आधार पर आरोपी को जालंधर बाईपास के पास काबू कर लिया गया। अब देखना है की उसके नेटवर्क से जुड़े और छोटे बड़े कितने लोगों के नाम सामने आते हैं! कहां से आती थी पुलिस की वर्दियां और किस के दम पर वह दिखता था इतनी हिम्मत? इन सभी स्व्लों के जवाब भी जल्द सामने आ जायेंगे।
1 comment:
आपकी यह रचना कल बुधवार (07
-08-2013) को ब्लॉग प्रसारण : 78 पर लिंक की गई है कृपया पधारें.
सादर
सरिता भाटिया
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