Sat, Aug 17, 2013 at 9:34 PM
अमृतसर में दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि:मैडम चावला के प्रयासों का नतीजा
अमृतसर (गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन): जहाँ एक ओर केंद्र सरकार शहीद भगत सिंह को शहीद मानने से इनकार कर रही थी वहीँ गुरु की नगरी अमृतसर में शहीदों की स्मृति में सर झुकाया जा रहा था और यह आयोजन सम्भव हो सका अपने इरादों पर अडिग रहने वाली एक आदर्शवादी सियासतदान लक्ष्मी कांता चावला . अमृतसर 17 अगस्त 1909 में लंदन जाकर शहीद हुए अमृतसर के सपूत मदन लाल ढींगरा को न सिर्फ भारत और पंजाब सरकार बल्कि अमृतसर के लोग भी भुला चुके थे। परंतु उनकी शहादत को याद करने के लिए पंजाब की पूर्व सामाजिक सुरक्षा, स्त्री एवं बाल विकास मंत्री प्रोफैसर लक्ष्मी कांता चावला पिछले पांच वर्षों से प्रयासरत हैं। मदन लाल ढींगरा के शहीदी दिवस के मौके पर उन्हें श्रद्धा सुमन भेंटकरने के लिए जिला कोतवाली चौक में एक समारोह आयोजित किया गया। जहां शहीद मदन लाल ढींगरा के बुत के सामने समारोह आयोजित कर उन्हें श्रद्धा सुमन भेंट किए गए। इस मौके पर पूर्व मंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रो.चावला ने कहा, कि शहीद मदन लाल ढींगरा ने लंदन जाकर कर्जन वाइली को गोली मार कर भारत माता की बेइज्जती का बदला लिया था। उन्होंने कहा कि उस समय मैडम कामा ने कहा था, कि मदन लाल ढींगरा की शहादत के बाद पूरे भारतवर्ष में उसके बुत लगेंगे। लेकिन हुआ इसके बिल्कुल उल्ट। मदन लाल ढींगरा को उसके पैतृक शहर अमृतसर में भी याद नहीं किया गया। उन्होंने बताया, कि वह पिछले छह वर्षों से मदन लाल ढींगरा के बारे में युवा पीढ़ी को बता रही है। उन्होंने पंजाब सरकार से अपील की है, कि वह शहीदों के शहीदी और जन्म दिवस पर छुट्टी करने के बजाए, वहां इन शहीदों के जीवन से संबंधित नाटकों का मंचन करें, ताकि युवा पीढ़ी को शहीदों के बलिदान से अवगत कराया जा सके। इस मौके पर माझा जोन के कांग्रेस इंचार्ज ओम प्रकाश सोनी ने भी शहीद मदन लाल ढींगरा को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
अमृतसर में दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि:मैडम चावला के प्रयासों का नतीजा
सभी तस्वीरें: गजिंद्र सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन |
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