Sat, Aug 17, 2013 at 9:47 PM
अतुल ने कह दिया था कि उनकी पनडुब्बी शायद ही वापिस लौट कर आए
अमृतसर: (गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन): मौत जब आती है तो किसी एक जान को नहीं लेती वह उस जान को लेकर पूरे परिवार यहाँ तक की अक्सर कई कई खानदानों तक को कर देती है। आईएनएस सिंधू रक्षक विस्फोट के बाद अमृतसर के नौसैनिक अतुल शर्मा भी गायब हो गए हैं और उनके साथ ही गायब हो गई हैं पूरे परिवार की आकांक्षाएं, पूरे परिवार की आशाएं, पूरे परिवार की खुशियाँ, एक पूरे परिवार का गौरव---जिनके लिए अब दुनिया बेमानी सी हो गई है। पर इस दर्द को वे लोग कभी नहीं समझ सकते जो कहते हैं कि सेनिक तो जाता ही मरने के लिए है---अतुल की मौत के बाद अतुल के घर में सहम का माहौल पसर गया है। घटना के बाद से ही अतुल की मां सुमन शर्मा की आंखों में अविरल आंसू बह रह रहे हैं। बहन रश्मि शर्मा अतुल को राखी भेजने की तैयारियों में जुटी हुई थी लेकिन इस समाचार ने उन्हें परेशान कर रखा है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए अतुल के पिता हेमराज शर्मा बताते हैं, कि चार दिन पहले अतुल का फोन आया था। उसने कहा था, कि उसे सिंधु रक्षक पनडुब्बी में तैनात कर दिया गया है। इससे पहले वह नौसेना में ही था। इस टेलीफोन में उसने कहा था, कि उनकी पनडुब्बी पाकिस्तान की तरफ जा रही है। शायद ही वह वापस लौट कर आए। यह कह कर हेमराज के साथ बैठी सुमन शर्मा की आंखें छलक उठती हैं। वह अपने बेटे की फोटो को देखती है। अतुल का 16 अगस्त को 24वां जन्म दिवस था। परिवार अतुल के जन्म दिवस पर उसके एक संदेश के इंतजार में है जिसमें वह परिवार को बताए, कि मैं ठीक ठाक हूं। याद रहे कि मंगलवार की रात को बम धमाके के बाद डूबी पनडुब्बी में संजीव कुमार, केसी उपाध्याय, टिमोथी सिन्हा, केवल सिंह, सुनील कुमार, दशहरी प्रसाद, लिज्जू लारेंस, राजेश टुटिका, अमित सिंह, अतुल शर्मा, विकास, नरोत्तम दयोरी, माले हलदर, विष्णु वी व सीता राम के साथ अधिकाथरी लेफ्टिनेंट कमांडेंट निखिलेश पाल, लेफ्टिनेंट कमांडर आलोक पाल व आर वेंकेट राज उपस्थित थे।
अतुल ने कह दिया था कि उनकी पनडुब्बी शायद ही वापिस लौट कर आए
सभी तस्वीरें: गजिंद्र सिंह किंग/पंजाब स्क्रीन |
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