पायटेक्स-2011 व्यापार मेले में 300 करोड़ के व्यापार होने की उम्मीद अमृतसर//4 दसम्बर//गजिंदर सिंह किंग
भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित गुरु नगरी अमृतसर में पायटेक्स-2011 का व्यापार मेला चल रहा है, वहीँ इस पायटेक्स को हर वर्ष कराया जाता है, इस बार पायटेक्स में पिछले वर्ष की सफलता को देखते हुए उद्योगपतियों का उत्साह इतना बढ़ गया, कि पिछले वर्ष से इस बार 70 फीसदी अधिक स्टाल लगे हैं
अमृतसर इस समय ट्रेड के लिए एक हब बनता जा रहा है, पी एच डी चैंबर आफ कामर्स और पंजाब सरकार के सहयोग से अमृतसर को हब बनाने के लिए 2008 में शुरू किए गए पायटेक्स (पंजाब इंटरनेशनल ट्रेड एक्सपो) का चौथा संस्करण शुरू हुआ और इस साल पिछले साल की तुलना में ज्यादा व्यापार होने की उम्मीद है और इस बार व्यापार मेले में 300 करोड़ के व्यापार होने की उम्मीद है और जिस में 10 देशों के 320 एक्सीबीटर यहाँ पर आए है, जिन्हूने आपने स्टाल यहाँ पर लगाए है, पहले केवल पकिस्तान इस में हिस्सा लेता था, अब और कई देश इस का हिस्सा बन रहे है और अब वह उम्मीद कर सकते है, कि आने वाले समय में कई बड़ी कम्पनीयां इस का हिस्सा बनेंगी और यहाँ पर व्यापार बढेगा, वहीं पाकिस्तान से यहां पर स्टाल लगाने पहुंची शाजिया फहाद का कहना है, कि वह पहले भी अमृतसर और भारत के अलग-अलग शहरों में स्टाल लगा चुकी हैं, लेकिन पायटेक्स में पहली बार आई हैं, उन्होंने कहा, कि भारत में काटन फैबरिक काफी अच्छा होता है, लेकिन पाकिस्तान का काटन फैबरिक भारतीय फैबरिक से काफी अच्छा और साफ्ट होता है, इसके अलावा इस पर हैंडवर्क भी काफी किया जाता है, जिसकी भारत में काफी डिमांड है, उन्होंने कहा, कि उन्हें काफी उम्मीद है, कि पायटेक्स में उन्हें अच्छा कारोबार मिलेगा और दोनों मुल्कों में लगने वाले ट्रेड फेयर से दोनों देशों में बनी दुश्मनी और नफरत की बर्फ जरूर पिघलेगी, उन्होंने कहा, कि जिस तरह वह आज भारत में आए है, उस तरह भारत के व्यापारी भी वहां आए, दरअसल दोनों देशों के लोग एक-दूसरे से प्यार करते है और यह मेला भाई-चारे का एक प्रतिक है
वहीं इस ट्रेड फेयर में पहुंचे ग्राहक गीताजंली और परमजीत सिंह का भी कहना है, कि यहां पर लगे कपड़े और अन्य स्टालों पर लगे उत्पाद काफी अच्छे हैं और उन्हें बहुत खुशी है, कि अमृतसर में इस तरह के ट्रेड फेयर आयोजित हो रहे हैं, क्योंकि इससे न सिर्फ कारोबारियों का व्यापार बढ़ेगा, बल्कि अमृतसर को भी इससे काफी फायदा होगा, साथ ही भारत के व्यापारीओ की भी यह मांग है, कि इस तरह के मेले को बढ़ाना जाना चाहिए, जिस से की व्यापार को बढ़ावा मिलेगा साथ ही और कई देशों को भी यहाँ बुलाना चाहिए, ताकि व्यापार को और बढावा मिले और अमृतसर के व्यापार को एक नई पहचान मिले
वहीँ इस मौके पर पी एच डी के चेम्बर आफ कॉमर्स रेगिओनल डारेक्टर ने आयोजको का कहना है, कि इस साल उन को पिछले साल की तुलना में ज्यादा व्यापार होने की उम्मीद है और इस बार व्यापार मेले में उन को इस साल 300 करोड़ के व्यापार होने की उम्मीद है और जिस में 10 देशों के 320 एक्सीबीटर यहाँ पर आए है, जिन्हूने आपने स्टाल यहाँ पर लगाए है, पहले केवल पकिस्तान इस में हिस्सा लेता था, अब और कई देश इस का हिस्सा बन रहे है और अब वह उम्मीद कर सकते है, कि आने वाले समय में कई बड़ी कम्पनीयां इस का हिस्सा बनेंगी और यहाँ पर व्यापार बढेगा, उन्होंने बताया, कि अमृतसर में व्यापार पिछले काफी समय में गिर गया था, लेकिन इस मेले के आयोजन से व्यापार के कई रास्ते खुल रहे है और यह गुरु नगरी एक व्यापारिक नगरी बन रही है और साथ ही यहाँ पर जो अमृतसर की मशहूर शाल है, उस के बारे में लोगों को पता लग रहा है.
फिलहाल चार दिन चलने वाले इस मेले की शुरुआत हो गयी, वहीँ इस एक छत के नीचे यहाँ पर हर कोई देश और दुनिया की चीज़ें आम जनता के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, अब देखना यह होगा, कि यहाँ पर व्यापार पिछले साल के मुकाबले कितना ज्यादा होता है
भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित गुरु नगरी अमृतसर में पायटेक्स-2011 का व्यापार मेला चल रहा है, वहीँ इस पायटेक्स को हर वर्ष कराया जाता है, इस बार पायटेक्स में पिछले वर्ष की सफलता को देखते हुए उद्योगपतियों का उत्साह इतना बढ़ गया, कि पिछले वर्ष से इस बार 70 फीसदी अधिक स्टाल लगे हैं
अमृतसर इस समय ट्रेड के लिए एक हब बनता जा रहा है, पी एच डी चैंबर आफ कामर्स और पंजाब सरकार के सहयोग से अमृतसर को हब बनाने के लिए 2008 में शुरू किए गए पायटेक्स (पंजाब इंटरनेशनल ट्रेड एक्सपो) का चौथा संस्करण शुरू हुआ और इस साल पिछले साल की तुलना में ज्यादा व्यापार होने की उम्मीद है और इस बार व्यापार मेले में 300 करोड़ के व्यापार होने की उम्मीद है और जिस में 10 देशों के 320 एक्सीबीटर यहाँ पर आए है, जिन्हूने आपने स्टाल यहाँ पर लगाए है, पहले केवल पकिस्तान इस में हिस्सा लेता था, अब और कई देश इस का हिस्सा बन रहे है और अब वह उम्मीद कर सकते है, कि आने वाले समय में कई बड़ी कम्पनीयां इस का हिस्सा बनेंगी और यहाँ पर व्यापार बढेगा, वहीं पाकिस्तान से यहां पर स्टाल लगाने पहुंची शाजिया फहाद का कहना है, कि वह पहले भी अमृतसर और भारत के अलग-अलग शहरों में स्टाल लगा चुकी हैं, लेकिन पायटेक्स में पहली बार आई हैं, उन्होंने कहा, कि भारत में काटन फैबरिक काफी अच्छा होता है, लेकिन पाकिस्तान का काटन फैबरिक भारतीय फैबरिक से काफी अच्छा और साफ्ट होता है, इसके अलावा इस पर हैंडवर्क भी काफी किया जाता है, जिसकी भारत में काफी डिमांड है, उन्होंने कहा, कि उन्हें काफी उम्मीद है, कि पायटेक्स में उन्हें अच्छा कारोबार मिलेगा और दोनों मुल्कों में लगने वाले ट्रेड फेयर से दोनों देशों में बनी दुश्मनी और नफरत की बर्फ जरूर पिघलेगी, उन्होंने कहा, कि जिस तरह वह आज भारत में आए है, उस तरह भारत के व्यापारी भी वहां आए, दरअसल दोनों देशों के लोग एक-दूसरे से प्यार करते है और यह मेला भाई-चारे का एक प्रतिक है
वहीं इस ट्रेड फेयर में पहुंचे ग्राहक गीताजंली और परमजीत सिंह का भी कहना है, कि यहां पर लगे कपड़े और अन्य स्टालों पर लगे उत्पाद काफी अच्छे हैं और उन्हें बहुत खुशी है, कि अमृतसर में इस तरह के ट्रेड फेयर आयोजित हो रहे हैं, क्योंकि इससे न सिर्फ कारोबारियों का व्यापार बढ़ेगा, बल्कि अमृतसर को भी इससे काफी फायदा होगा, साथ ही भारत के व्यापारीओ की भी यह मांग है, कि इस तरह के मेले को बढ़ाना जाना चाहिए, जिस से की व्यापार को बढ़ावा मिलेगा साथ ही और कई देशों को भी यहाँ बुलाना चाहिए, ताकि व्यापार को और बढावा मिले और अमृतसर के व्यापार को एक नई पहचान मिले
वहीँ इस मौके पर पी एच डी के चेम्बर आफ कॉमर्स रेगिओनल डारेक्टर ने आयोजको का कहना है, कि इस साल उन को पिछले साल की तुलना में ज्यादा व्यापार होने की उम्मीद है और इस बार व्यापार मेले में उन को इस साल 300 करोड़ के व्यापार होने की उम्मीद है और जिस में 10 देशों के 320 एक्सीबीटर यहाँ पर आए है, जिन्हूने आपने स्टाल यहाँ पर लगाए है, पहले केवल पकिस्तान इस में हिस्सा लेता था, अब और कई देश इस का हिस्सा बन रहे है और अब वह उम्मीद कर सकते है, कि आने वाले समय में कई बड़ी कम्पनीयां इस का हिस्सा बनेंगी और यहाँ पर व्यापार बढेगा, उन्होंने बताया, कि अमृतसर में व्यापार पिछले काफी समय में गिर गया था, लेकिन इस मेले के आयोजन से व्यापार के कई रास्ते खुल रहे है और यह गुरु नगरी एक व्यापारिक नगरी बन रही है और साथ ही यहाँ पर जो अमृतसर की मशहूर शाल है, उस के बारे में लोगों को पता लग रहा है.
फिलहाल चार दिन चलने वाले इस मेले की शुरुआत हो गयी, वहीँ इस एक छत के नीचे यहाँ पर हर कोई देश और दुनिया की चीज़ें आम जनता के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, अब देखना यह होगा, कि यहाँ पर व्यापार पिछले साल के मुकाबले कितना ज्यादा होता है
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