Thursday, October 20, 2011

लुधियाना में बिना लाईसेंस के चलती फेक्ट्री काबू

कई सालों से जारी था इंसानी जानों के साथ खिलवाड़ 
स्वस्थ्य विभाग ने पकड़ा 25 हजार किलो गलासड़ा आचार
लुधियाना // 19 अक्टूबर //विशाल गर्ग 
लुधियाना//:१९ अक्टूबर// विशाल गर्ग बम फट्टा है या गोली चलती है तो उसका पता ओ सब को आसानी से लग जाता है पर यहाँ कुछ और लोग भी हैं जो इन आतंकियों से भी ज्यादा खतरनाक हैं. जनता की जान के साथ खेलना इनका पेशा बन चूका है. इस तरह के नए मामले को बेनकाब किया है लुधियाना के स्वास्थय विभाग ने. जिन लोगों को काबू किया गया है वे चंद पैसों के बदले न जाने कितने लोगों को भयानक बिमारीयों के हवाले करने वाले थे. अगर सेहत विभाग ने इन हैवानों को काबू ना किया होता तो इस बार की दीपावली कई घरों के लिए अँधेरा लेकर आती. लुधियाना स्वस्थ्य विभाग की टीम ने शहर के अंदर अलग जगह पर चल रही आचार बनाने वाली फैक्ट्री मैं छापा मार कर 25000 किलोग्राम के करीब अलग -अलग तरह का गला सडा अचार बरामद किया है जिस मैं कीड़े मकोड़े भी चल रहे थे.यहाँ तक की इस फैक्ट्री के पास अचार बनाने का कोई लाईसेन्स भी नहीं था विभाग ने फैक्ट्री को सील कर जांच शुरू कर दी है इस फेक्ट्री को विक्की और सोनू नाम के दो व्यक्ति कई वर्षों से चला रहा थे. यहाँ तक की इस फैक्ट्री के पास आचार बनाने का कोई लाईसेंस भी नहीं था. विभाग ने फैक्ट्री को सील करके जाँच शुरू कर दी है.
सिविल सर्जन कुलविंदर सिंह और फ़ूड इंस्पेक्टर हरप्रीत कौर ने इस सम्बन्ध में मीडिया को भी विस्तार से बताया.
जयादा पैसे कमाने के लालच मैं ये हैवान इस कद्र अंधे हो चुके हैं के दुसरे इंसान की सेहत के साथ खिलवाड़ करने से भी नहीं चूकते. त्योहारों के मौसम में ऐसा करते वक्त न इन्हें भगवान् से डर लगा न ही सरकार से. क़ानून, प्रशासन और पुलिस...सभी विभागों को ठेंगा दिखाते हुए ये लोग बरसों से लोगों के साथ यही खिलवाड़ करते आ रहे थे. इस एक्शन में तो चाहे केवल दो लोग ही शिकंजे में आये हैं पर लगता है की इनके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है. अब देखना यह है कि कानून के शिकंजे में आये हुए ये लोग कहीं बिना सजा के छूट न जायें. 

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