Monday, November 29, 2021

किसान संधर्ष जारी-भारतीय किसान यूनियन (एकता-ऊगराहां)

 संसद की ओर ट्रैक्टर मार्च एवं WTO का पुतला जलाने का कार्यक्रम 4 दिसम्बर तक स्थगित 


चंडीगढ़
: 28 नवम्बर 2021: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो)::

आज टिकरी बार्डर दिल्ली मोर्चे में हाजिर सभी जिलों की महिलाओं की विशेष मीटिंग पकौड़ा चौक के नजदीक पक्के शेड में भारतीय किसान यूनियन (एकता-ऊगराहां)की राज्य नेता हरिंदर कौर बिंदु की नेतृत्व में हुई, जिसमें सैंकड़ों की तादाद में किसान-मजदूर महलाऐं शामिल हुईँ। मीटिंग को संबोधित करते हुए राज्य जनरल सचिव सुखदेव सिंह कोकरी कलां ने बीते दिन संयुक्त किसान मोर्चे की मीटिंग के फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि साम्राज्यीय कार्पोरेटों की संस्था ' विश्व व्यापार संगठन'की जनेवा में 29 नवम्बर को शुरू होने वाली मीटिंग को स्थगित किए जाने के चलते उसके पुतले जलाने का कार्यक्रम ,इस मीटिंग की तिथि दोबारा तय होने तक स्थगित कर दिया गया है ।तीनों काले कृषि कानूनों को रद्द करने का प्रस्ताव एवं  प्रदूषण संशोधन कानून में पराली जलाने के लिए मजबूर किसानों को अपराधी न मानने का प्रस्ताव संसदीय अधिवेशन के पहले दिनों में ही बाकायदा पारित करने का ऐलान केंद्रीय कृषि मंत्री की ओर से किए जाने की अमलदारी के परीक्षण तक संसद की ओर ट्रैक्टर मार्च भी 4 दिसम्बर तक स्थगित किया गया है। उस समय तक यह संघर्ष अभी बदस्तूर जारी रखा जाएगा ।

पहले ही सरकार को दिए गए ज्ञापन-पत्र में दर्ज एम एस पी, बिजली बिल, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अलावा संघर्ष के दौरान बनाए पुलिस केसों की वापसी, शहीद हुए 700 से ज्यादा किसान मजदूरों के परिवारों को उचित मुआवजा व पक्की सरकारी नौकरी, अजय मिश्रा टैणी को मंत्री पद से हटाने एवं लखीमपुर खीरी कत्ले-आम के सभी दोषीयों को सख्त सजाएं आदि बाकी माँगों सबंधी प्रधान मंत्री के नाम जारी किए गए खुले ज्ञापन-पत्र के मुताबिक़ सरकार की ओर से मानने या न मानने को ध्यान में रखते हुए 4 दिसम्बर को रखी गई संयुक्त किसान मोर्चे की अगली मीटिंग में फैसला किया जाएगा। 

श्रीमती बिंदु की ओर से तीनों कृषि कानूनों एवं पराली कानून के बारे में सरकारी ऐलानों को देश-व्यापी किसान संधर्ष की ऐतिहासिक जीत करार देते हुए इसमें महिलाओं द्वारा निभाए गए शानदार रोल की जय-जयकार की गई एवं संधर्ष के पुख्ता समाधान तक दिल्ली समेत सभी पक्के मोर्चों में अभी भी हजारों की संख्या में डटे रहने के लिए उनका धन्यवाद किया। उनको आह्वान दिया गया है कि जोरदार कोशिशें द्वारा लामबन्दी को और बढ़ाते हुए संघर्ष के पुख्ता समाधान को यकीनन बनाया जाए। मंच संचालन की भूमिका किसान नेता कुलदीप कौर कुसा ने निभाई। उन्होने बताया कि महिलाओं की इस मीटिंग के अलावा आज यहां पर भिन्न -भिन्न जिलों के किसानों मजदूरों की मीटिंगें भी की गई एवं यही आह्वान जोर-शोर से लागू करने का एलान किया गया। 

किसान अंदोलन की हिमायत में आज की रैली में जमात-ए-इस्लामी हिंद, पंजाब के नेता सादिक अली ढिल्लों के नेतृत्व में मलेरकोटला के पुरुषों-महिलाओं का काफिला भी शामिल हुआ। श्री ढिल्लों के इलावा बीबी नजमां ने भी सांझे किसान अंदोलन को ऐतिहासिक दर्जा देते हुए इसकी जय-जय कार की एवं बाहर से हिमायत लगातार जारी रखने का ऐलान किया। ऐसे ही पूर्व- सैनिक संघर्ष कमेटी पंजाब के प्रधान एस पी एस गोसल के नेतृत्व में भी एकजुटता में जत्था शामिल हुआ, जिन्होने संघर्ष की लगातार हिमायत करने का ऐलान किया। 

भारतीय किसान यूनियन की राज्य कमेटी की तरफ से जारी वक्तव्य 

No comments: