9th March 2020 at 4:58 PM
नामधारी महिलाओं ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उठाया मुद्दा
लुधियाना: 9 मार्च 2020: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो)::
नामधारियों के पाठ करने का तौर तरीका और लाइफ स्टाईल बहुत से लोगों को प्रभावित करता है। प्रभावित हुए लोगों में पुरुष भी होते हैं और महिलाएं भी। प्रभावित हुए ऐसे लोगों का वर्ग रहता तो अपने अपने धर्म और वर्ग में ही है लेकिन किसी न किसी तरह नामधारी समुदाय के नज़दीक सा अवश्य हो जाता है। इस तरह किसी न किसी तरह नामधारी समुदाय के कामों से जुड़ी महिलाओं ने इस बार अंतरार्ष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नया मोर्चा खोला है।
इन महिलाओं ने माता चंद कौर के हत्यारों की गिरफ्तारी का मुद्दा फिर से उठाया है। ये लोग यह महिलाएं नामधारियों के दोनों-तीनों धड़ों से इस बात को लेकर नाराज़ भी हैं कि माता चंद कौर के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर कोई बड़ा आंदोलन क्यों नहीं किया जाता? इन्हीं महिलाओं के संगठन महिला सेवा वेलफेयर सोसायटी ने कहा है कि इतनी बड़ी शख्सियत के हत्यारे अगर इतने लम्बे समय तक गिरफ्तार नहीं होते तो ऐसे महिला दिवस मनाने की कोई तुक ही नहीं बनती। इस संगठन की अध्यक्षा कुलदीप कौर और महासचिव बीमा सेन के नेतृत्व हुई एक विशेष बैठक हुई जिसमें कई आरोप भी लगाए गए और सवाल भी उठाये गए। इन महिलाओं का कहना है कि महिलाओं के ले कर भारत की स्थिति साड़ी दुनिया से अलग है। हमारे लिए हमारी माता वंदनीय होती है। हम उस समाज में रहते हैं जहां लोग देवी के 9 रूपों की पूजा भी करते हैं। ऐसे माहौल में गुरु मां की स्थिति तो सर्वोच्च बन जाती है। अगर हम गुरु मां के हत्यारों को ही गिरफ्तार नहीं करवा सकते तो लानत है हम पर।
गौरतलब है कि चार अप्रैल-2016 की सुबह को श्री भैणी साहिब में हुई थी माता चंद कौर की हत्या। तब से लेकर अब तक बहुत सी जांच समितियां बनी लेकिन हत्यारे कानून के शिकंजे में नहीं आए। हत्यारों की गिरफ्तारी में हो रही देरी को लेकर रोष में आईं इन महिलाओं का कहना है की अगर गुरु माता ही सुरक्षित नहीं तो बाकी कौन सुरक्षित है? कल को हम में से किसी के साथ कुछ भी हो सकता है।
इन महिलाओं ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भी इसी आशय की अपील की है की इन हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़ा जाये। इन का यह भी कहना है कि शायद पुलिस और प्रशासन पर किसी न किसी तरह का दबाव है जिसके चलते वे हत्यारों को नहीं पकड़ रहे।
मनप्रीत कौर, रणजीत कौर, बलविंदर कौर, गुरप्रीत कौर, हरप्रीत कौर, नरिंदर कौर और मंजीत कौर नाम की इन महिलाओं ने कहा कि यदि गुरु मां के हत्यारों को ही नहीं पकड़ा जाता तो फिर महिला दिवस मनाना एक आडंबर जैसा ही है। यदि इतनी बड़ी शख्सियत की हत्या का मामला यूँही फाईलों में बंद पड़ा रह गया तो फिर महिला दिवस तो कैलंडरों और कागज़ी कार्रवाई तक ही सीमित रह जायेगा।
इसके साथ ही इस संगठन ने अन्य महिला संगठनों से भी अपील की है कि वे सभी इस मुद्दे को लेकर आगे आएं तांकि इस मुद्दे पर इन्साफ हासिल किया जा सके। इस मुद्दे को लेकर अंतर्राष्ट्रीय महिला संगठनों और मानवाधिकार संगठनों से भी यह महिलाएं सम्पर्क कर रही हैं। बहुत ही चेतावनी भरे ढंग में इनका कहना है कि हम हत्यारों की गिरफ्तारी तक चुप नहीं बैठने वाली। ज़रूरत पड़ी तो हम सड़कों पर निकलने से भी पीछे नहीं हटेंगी।
1 comment:
very sham on democracy
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