Wed, Jan 10, 2018 at 12:56 PM
नशे के बाद अब निशाने पर महिलाओं को दबाने वाली नीति
महिलायें अब पुरुषों की अंगुली पकड़कर नहीं बल्कि खुद अपने रास्ते और मंजिल की तलाश करें
जो महिलाऐं चुनावों में अपनी पति के कन्धों पर बैठ कर वोट मांगने आएंगी उन्हें जनता वोट न दे
नारी तूं अबला नहीं झांसी की रानी है
तुझे अब देश को भाई-भतीजाबाद बेईमान नेताओ के चगुल से आज़ाद कराना हैलुधियाना: 10 जनवरी 2018: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो)::
हिंदी कुञ्ज से साभार तस्वीर |
किसी समय नशे के खिलाफ जंग में एक नई उम्मीद बन कर उभरा बेलन ब्रिगेड अब शायद अपना रास्ता और निशाना बदल चुका है। अब उसके निशाने पर हैं वो लोग जो महिलाओं को स्वतंत्र शक्ति बनने या बनाने के रास्ते में रुकावट बने हुए हैं। इस मामले में उन महिलाओं का भी लिहाज़ नहीं होगा जो खुद अपनी स्वतंत्रता को पुरुषों के पांवों पर रख कर गुलाम बनने पर तैयार हो जाती हैं। बेलन ब्रिगेड ने लुधियाना में हो रहे नगर निगम चुनावों में आम जनता से स्पष्ट कहा है कि उन महिलाओं को कत्तई वोट न दें जो पुरुषों के सहारे वोट मांगने आएं। गौरतलब है कि लुधियाना के नगर निगम चुनावों में बहुत सी सीटें महिलाओं के लिए सुरक्षित कर दी गयी हैं। बेलन ब्रिगेड के मुताबिक इन 50 प्रतिशत सीटों पर हम चुनावी परिणाम बदल कर रहेंगे। महिलाओं के नाम पर पुरुषों का राज हम नहीं होने देंगें।
भारत में सदियों से घरो में बंद व परदे में रहने वाली महिलाओं को अब घरों की चारदिवारी से बाहर आकर पुरुष प्रधान समाज में अपने अधिकारों की प्राप्ति के लिए एक बहुत बड़ा संघर्ष करना होगा यह तभी सम्भव होगा जब वे पुरुषों अंगुली पकड़कर नहीं बल्कि खुद अपने रास्ते और मंजिल की तलाश करें।
बेलन ब्रिगेड ने महिलाओं के अधिकारों हेतू समाज में एक आन्दोलन की शुरूआत की है जिसके तहत नारी तूँ अबला नहीं झाँसी की रानी है तुझे अब देश को भ्र्ष्टाचार, भाई-भतीजाबाद, चोरबाज़ारी व बेईमान नेताओ के चगुल से आज़ाद कराना है। बेलन ब्रिगेड प्रमुख अनीता शर्मा इस मुद्दे पर अब फिर पूरे जोश में है। अनीता शर्मा ने इस संबंध में खुल कर कई बातें कीं।
उन्होंने कहा कि लुधियाना के नगर निगम चुनावों में सभी राजनीतिक पार्टियों के लोग पार्षद की सीट पाने के लिए अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं चाहे यह दावेदार समाज हित के लिए कुछ कर सकता है या नहीं।
इस बार 50 प्रतिशत सीटें नगर निगम में महिलाओं के लिए रिजर्व हो चुकी है और सभी वार्डों में जो मर्द चुनाव लड़ने के इच्छुक थे उनके वार्ड महिलाओं के नाम रिजर्व हो चुके हैं। और अब यह मर्द अपनी अपनी पत्नियों को कन्धों पर बिठाकर टिकट लेने के लिए घूम रहें हैं। अधिकतर महिलाऐं घर में खाना बनाने व घर गृहस्थी का काम ही करती है और इन घरेलू महिलाओं को उनके घर वाले अपनी पहुँच से टिकट दिलवा देते हैं और ऐसी महिलाऐं जो चुनाव जीतने के बाद भी घरेलू ही रहती हैं और उनके पति परमेश्वर ही सारा पार्षद का काम खुद करते हैं जिन्हे पति पार्षद के नाम से पुकारा जाना लगा है।
अनीता शर्मा राष्ट्रीय अध्यक्ष बेलन ब्रिगेड ने जनता से अपील की है कि वोटर केवल उन्ही महिलाओं को वोट दे जो पहले ही समाज में निष्काम, निःस्वार्थ काम कर रही हैं चाहे वो किसी भी पार्टी में हो या किसी राजनैतिक पार्टी में न भी हो सिर्फ यह ध्यान रखे कि क्या वो समाज भलाई के काम करने अग्रसर हो । और जो महिलाऐं नगर निगम चुनावों में अपनी पति के कन्धों पर बैठ कर वोट मांगने आएंगी उन्हें जनता वोट न दे क्योकि यह लोग सत्ता के भूखे हैं। इन्हे समाज सेवा या लोगों की भलाई से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने तो चुनावों में अपनी पत्नी को जीता कर कुर्सी पर बिठा कर पार्षद पति ही बनंना है वार्ड के समाज के काम हो या न हो।
अनीता शर्मा राष्ट्रीय अध्यक्ष बेलन ब्रिगेड सभी राजनैतिक पार्टियों से अपील करती है कि नगर निगम चुनावों में टिकट उन्ही महिलाओं को दिया जाए जो पहले ही समाज में जनता की भलाई के लिए कार्य कर रही हैं। वास्तव में यही महिला सशक्तिकरण होगा जब महिलाये खुद पुरुष प्रधान समाज में आगे आकर अपने हक़ व समाज के जरूरतमंद लोगो के दुख तकलीफो लिए के लिए लड़ेगी।
अब समय आ गया है महिलाएं अपने अधिकारों को पाने के लिए घरो से बाहर आकर अपनी लड़ाई आप लड़े।
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