Thu, Dec 29, 2016 at 3:36 PM
अहरार पार्टी के 87वें स्थापना दिवस पर शाही इमाम पंजाब का ऐलान
लुधियाना: 29 दिसंबर 2016: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):
भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बढ़चढ़ कर कुर्बानियां देने वाली पार्टी मजलिस अहरार इस्लाम हिंद के 87वें स्थापना दिवस के मौके पर आज यहां जामा मस्जिद लुधियाना में पार्टी के महासचिव मौलाना मुहम्मद उसमान रहमानी लुधियानवी ने ध्वज लहरा कर स्थापना दिवस के कार्यक्रम की शुरूवात की। इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पंजाब के शाही इमाम मौलाना हबीब सानी ने कहा कि इस पार्टी की स्थापना भारत के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सैनानी रईस उल अहरार मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी, सैय्यद उल अहरार, सैय्यद अताउल्लाह शाह बुखारी, चौधरी अफजल हक ने 29 दिसंबर 1929 ई0 को लाहौर के हबीब हाल में की थी। अहरार पार्टी की स्थापना इसलिए की गई थी कि हम देश में उस समय मौजूद जालिम अंग्रेज सरकार को देश से उखाड़ फैंकें और अहरार पार्टी के कार्यकत्र्ताओं ने अपने इस फर्ज को अच्छी तरह निभाया। एक-दो नहीं बल्कि हजारों अहरारी कार्यकत्र्ताओं ने स्वतंत्रता संग्राम में जेलें काटीं हैं। शाही इमाम ने कहा कि अगर आज भी जरूरत पड़ी तो हम अपने देश की सुरक्षा के लिए खून का आखिरी कतरा भी बहा देंगे। उन्होंने कहा कि अहरार किसी इतिहासकार की मुहताज नहीं है, हम अपना इतिहास अपने खून से लिखते हैं। उन्होंने कहा कि आज भी अहरारी देश की एकता और अखण्डता के लिए काम कर रहे हैं। शाही इमाम मौलाना हबीब ने कहा कि अंग्रेज तो भारत छोड़ गये, लेकिन उसके कई ‘टोढी’ आज भी देश में मौजूद हैं, जिन्हें हम बेनाब करते रहेंगे। इस अवसर पर पैगम्बरे इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्ललाहुअलैही वसल्लम की जीवनी पर रौशनी डालते हुए शाही इमाम ने कहा कि प्यारे नबी ने इंसानियत को गुलामी से आजादी दिलवा कर दुनिया भर के इंसानों को बराबरी का दर्जा दिया। उन्होंने कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि हर खास और आम तक पैगम्बरे इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्ललाहुअलैही वसल्लम का पैगाम पहुंचाया जाये ताकि आपस की नफरतें, मुहब्बतों में बदल जायें। पंजाब विधानसभा होने वाले चुनाव को लेकर पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए शाही इमाम ने कहा कि प्रदेश के अल्पसंख्यक समुदाय चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएगें। उन्होनें कहा कि पंजाब में एक अच्छी सरकार चुनने के लिए मुसलमान अपना दायित्व निभाएगें। इस अवसर पर कारी मोहतरम, मुहम्मद शहनवाज, अकरम अली, मुहम्मद सरफराज, मुफ्ती जमालुद्दीन, गुलाम हैसन कैसर, शाही इमाम के मुख्य सचिव मुहम्मद मुस्तकीम अहरारी आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन : स्वतंत्रता सेनानियों की अहरार पार्टी का ध्वज लहराते हुए महासचिव मुहम्मद उसमान रहमानी लुधियानवी व अन्य अहरारी कार्यकर्ता।
लुधियाना: 29 दिसंबर 2016: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):
भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बढ़चढ़ कर कुर्बानियां देने वाली पार्टी मजलिस अहरार इस्लाम हिंद के 87वें स्थापना दिवस के मौके पर आज यहां जामा मस्जिद लुधियाना में पार्टी के महासचिव मौलाना मुहम्मद उसमान रहमानी लुधियानवी ने ध्वज लहरा कर स्थापना दिवस के कार्यक्रम की शुरूवात की। इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पंजाब के शाही इमाम मौलाना हबीब सानी ने कहा कि इस पार्टी की स्थापना भारत के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सैनानी रईस उल अहरार मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी, सैय्यद उल अहरार, सैय्यद अताउल्लाह शाह बुखारी, चौधरी अफजल हक ने 29 दिसंबर 1929 ई0 को लाहौर के हबीब हाल में की थी। अहरार पार्टी की स्थापना इसलिए की गई थी कि हम देश में उस समय मौजूद जालिम अंग्रेज सरकार को देश से उखाड़ फैंकें और अहरार पार्टी के कार्यकत्र्ताओं ने अपने इस फर्ज को अच्छी तरह निभाया। एक-दो नहीं बल्कि हजारों अहरारी कार्यकत्र्ताओं ने स्वतंत्रता संग्राम में जेलें काटीं हैं। शाही इमाम ने कहा कि अगर आज भी जरूरत पड़ी तो हम अपने देश की सुरक्षा के लिए खून का आखिरी कतरा भी बहा देंगे। उन्होंने कहा कि अहरार किसी इतिहासकार की मुहताज नहीं है, हम अपना इतिहास अपने खून से लिखते हैं। उन्होंने कहा कि आज भी अहरारी देश की एकता और अखण्डता के लिए काम कर रहे हैं। शाही इमाम मौलाना हबीब ने कहा कि अंग्रेज तो भारत छोड़ गये, लेकिन उसके कई ‘टोढी’ आज भी देश में मौजूद हैं, जिन्हें हम बेनाब करते रहेंगे। इस अवसर पर पैगम्बरे इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्ललाहुअलैही वसल्लम की जीवनी पर रौशनी डालते हुए शाही इमाम ने कहा कि प्यारे नबी ने इंसानियत को गुलामी से आजादी दिलवा कर दुनिया भर के इंसानों को बराबरी का दर्जा दिया। उन्होंने कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि हर खास और आम तक पैगम्बरे इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्ललाहुअलैही वसल्लम का पैगाम पहुंचाया जाये ताकि आपस की नफरतें, मुहब्बतों में बदल जायें। पंजाब विधानसभा होने वाले चुनाव को लेकर पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए शाही इमाम ने कहा कि प्रदेश के अल्पसंख्यक समुदाय चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएगें। उन्होनें कहा कि पंजाब में एक अच्छी सरकार चुनने के लिए मुसलमान अपना दायित्व निभाएगें। इस अवसर पर कारी मोहतरम, मुहम्मद शहनवाज, अकरम अली, मुहम्मद सरफराज, मुफ्ती जमालुद्दीन, गुलाम हैसन कैसर, शाही इमाम के मुख्य सचिव मुहम्मद मुस्तकीम अहरारी आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन : स्वतंत्रता सेनानियों की अहरार पार्टी का ध्वज लहराते हुए महासचिव मुहम्मद उसमान रहमानी लुधियानवी व अन्य अहरारी कार्यकर्ता।
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