कौन पता लगाएगा उस दुःख का जिसने ले ली जान
गुरदासपुर: 16 दिसम्बर 2016: (विजय शर्मा//पंजाब स्क्रीन):
विकास और खुशियों के लम्बे चौड़े दावों के दरम्यान मां बेटी की आत्महत्या बता रही है हमारे समाज की आंतरिक हालत। एक औरत ज़िन्दगी देते वक़्त ज़रा भी नहीं हिचकिचाई। अपनी बेटी को साथ लेकर रेल पटरी के नज़दीक ट्रेन की इंतज़ार करती रही। उसे न खुद पर तरस आया और न ही अपनी मासूम सी तीन वर्षीय बेटी पर। केवल 23 बर्षीय महिला ने अपनी साढ़े तीन बर्ष की बच्ची के साथ जब गाड़ी के आगे छलांग लगाई तो बच्ची चिलाती रही मां रेलगाड़ी आ रही है लेकिन मां ने एक ना सूनी और कूद गई ट्रेन के नीचे। कोलियांरोड की रेलवे क्राॅसिंग पर अमृतसर से दीनानगर की तरफ जा रही रावी एक्सप्रेस के आगे कूदकर इस महिला ने अपनी तीन साल की बेटी के साथ आत्महत्या कर ली। मृतक महिला की पहचान रुचि सैनी पत्नी राज कुमार और बेटी मनप्रीत निवासी गांव जानीचक्क थाना तारागढ़ के रूप में हुई है। मृतका का पति राज कुमार सऊदी अरब में नौकरी करता है और आज ही वह अपने घर लौट रहा था। उधर, राज कुमार की फ्लाइट ने सऊदी अरब से अमृतसर के लिए उड़ान भरी, तो इधर रुचि ने ट्रेन के आगे कूद कर जान दे दी। हालांकि आत्महत्या का कारण पता नहीं चल पाया है पर एक बात साफ़ ज़ाहिर है कि समाज में फैले दुःख ने मौत को ही एक बचने का रास्ता बना दिया है।
रुचि घर में सुबह अपनी सास को यह कहकर आई थी कि वह बैंक से पैसे निकलवाने जा रही है। लेकिन वह कोलियां रोड रेलवे क्रासिंग के पास गई। इसी रोड पर आगे पड़ते गांव न्यामता में उसके नानके हैं। रावी एक्सप्रेस सुबह करीब पौने ग्यारह बजे रेलवे क्रासिंग से गुजरती है और रुचि उससे पहले ही अपनी बेटी के साथ वहां पहुंच चुकी थी। लेकिन, ट्रेन करीब पौना घंटा लेट होने कारण वह बेटी को लेकर रेलवे क्रासिंग के पास घूमती रही। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उसने अपनी बेटी को बिस्किट भी खिलाए। उसके हावभाव से कोई अंदाजा नहीं लगा पाया कि वह ट्रेन के आगे ख़ुदकुशी करने आई है। जब ट्रेन आने के वक्त फाटक को बंद किया गया, तो वह उसकी रेलिंग के पास आकर खड़ी हो गई। जैसे ही ट्रेन पास आई वह बेटी को खींचते हुए ट्रेन के आगे जा कूदी। रेलवे पुलिस ने उसके पर्स से मिले अाधार कार्डों से मां बेटी की पहचान की और ससुराल गांव जानीचक्क और मायके गांव डीडा सैनियां परिजनों को सूचित किया। सुसराल में अकेली बूढ़ी मां ही थी, जबकि उसके पिता जो कि रंजीत सागर डैम में नौकरी करते हैं। 31 मार्च को अपनी रिटायरमेंट संबंधी कागजात तैयार करवाने पत्नी काे लेकर कार्यालय गए थे, जबकि भाई धीरज विदेश से लौट रहे जीजा को लेने अमृतसर एयरपोर्ट गया था। रोज़ी रोटी के लिए विदेश गया व्यक्ति जब लौटेगा तो सामने होगा दुःख का पहाड़। कभी न भर पाने वाला ज़ख्म। हो सकता है उसने विदेश में कमाई करके अपने कर्ज़ उतार लिए हों। घर में खुशहाली की सी सुविधाएं जुटा ली हों लेकिन वो सब सुख सुविधाएं मिल कर भीइस दर्द को कम नहीं कर पाएंगी।
रेलवे पुलिस के एसएचओ सतपाल सिंह ने बताया कि हादसे संबंधी धारा 174 के तहत केस कार्रवाई कर लाशों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल गुरदासपुर भेजा जाएगा। अभी तक सुसाइड के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
दीनानगर के गांव डीडा की रहने वाली रूचि सैनी की शादी गांव जैनी चक में-हुई थी उस का पति विदेश में काम करता था जो के आज ही घर आने वाला था मौके पर खडे एक लडके ने बताया की यह औरत 2 घंटे से से अपनी बच्ची को लेकर रेलवे फाटक के आस पास घूम रही थी फिर अपनी बच्ची को इसने खाने को भी लेके दिया उसके बाद जब रेलगाड़ी आई तो जबरदस्ती अपनी बच्ची को लेकर पटडी के पास चली गई और बच्ची चिलाती रही और मां ने एक ना सुनी और अपनी 3 साल की बच्ची मनप्रीत को ले कर ट्रेन के नीचे छलांग लगा दी। मौत इतनी भयानक थी देख कर सभी की रूह कॉप रही थी।
मौके पर मिली जानकारी के अनुसार लड़की का नाम रुचि जो जिला पठानकोट के गाँव जनीचक की रहने वाली है जिसकी पांच बर्ष पहले राज कुमार के साथ शादी हुई थी जो विदेश में काम करता था पुलिस की तरफ फ़िलहाल 174 की करवाई लाश को पोस्टमार्टम क्र वारिसों के हवाले कर दिया है इस मोके पर एसएच ओ सतपाल ने बताया की रवि गाडी जो अमृतसर से पठानकोट जा रही थी उसने रेलगाड़ी के नीचे आ कर आत्महत्या कर ली है पुलिस द्वारा मृतिका लड़की के वारिसों के व्यानो के आधार पर बनती करवाई की जायगी। फ़िलहाल 174 की करवाई कर के लाश को पोस्टर्माटम के लिए भेज दिया गया है .
एसएचओ इंसपेक्टर सतपाल ने बताया कि अगर वारिस कोई ब्यान देंगें तो रुचि और बेटी मनप्रीत की की आत्महत्या के मामले में कार्रवाई की जाएगी।
1 comment:
गुड रिपोर्टिंग
Post a Comment