प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया तीन बड़े प्रोजेक्टों का उद्घाटन
देश को हिमाचल प्रदेश उर्जा देता है। पुरानी फाइलों को ढूंढ कर परियोजनाओं पर फिर से काम किया जा रहा है। शौचालय से लेकर पनबिजली तक पर काम हो रहा है। नांगल बांध कलवारा परियोजना की फाइल 35 साल से ढूल फांक रही है। एलईडी के बल्द से हिमाचल में रोज एक करोड़ रुपए की बचत हो रही है। आज दिल्ली में ऐसी सरकार बैठी है जो जीवन के हर क्षेत्र में काम कर रही है। उन्होंने बहुत ही तरतीब से अपनी सरकार की उपलब्धयां गिनायीं और इन कामों को जनता से जोड़ क्र भी दिखाया।
पीएम मोदी ने पहले काम किया बाद में चर्चा की। हिमाचल पहुंचने पर पीएम ने सबसे पहले मंडी के ऐतिहासिक पड्डल मैदान से एनएचपीसी के 520 मेगावाट पार्वती पावर स्टेशन और एसजेवीएनएल के 412 मेगावाट की रामपुर जल विद्युत स्टेशन और एनटीपीसी की आठ सौ मेगावाट की कोल डैम जलविद्युत परियोजना का उद्घाटन किया।
इस तरह लगता था जैसे विकास की आंधी चल पड़ी हो। मंडी और बिलासपुर जिला की सीमा पर सतलुज नदी पर बने आठ सौ मेगावाट क्षमता की कोल डैम परियोजना एनटीपीसी का पहला हाइड्रो प्रोजेक्ट है। यह प्रोजेक्ट उत्तरी ग्रिड को बिजली आपूर्ति करता है। दिसंबर 2003 में तकनीकी आर्थिक स्वीकृति और मुख्य डैम पैकेज का कार्य मिलने के बाद सतलुज नदी पर परियोजना का काम शुरू किया। इन कामों से आम जनता बेहद उत्साहित नज़र आ रही थी।
उन्होंने इस काम में आई तकलीफों के साथ साथ इसके फायदे भी गिनवाए। इस प्रोजेक्ट में उत्पादित होने वाली बिजली में 12 प्रतिशत हिमाचल प्रदेश को निशुल्क मिलेगी। परियोजना से प्रभावितों को प्रति माह 100 यूनिट बिजली निशुल्क दी जाएगी। इसके अलावा दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू व कश्मीर, चंडीगढ़ को बिजली आपूर्ति की जाएगी। उम्मीद करनी चाहिए कि उत्तर भारत में बिजली का संकट और कम होगा। (Photos: PIB)
No comments:
Post a Comment