जवाब में इप्टा सदस्यों ने लगाए इन्क़लाब ज़िंदाबाद के नारे
इंदौर/लुधियाना: 4 अक्टूबर 2016: (प्रदीप शर्मा//पंजाब स्क्रीन):
इंदौर में "इप्टा" के राष्ट्रीय सम्मेलन में उस समय अफरातफरी मच गयी जब आर एस एस और उनके सहयोगी संगठनों ने कार्यक्रम को रुकवाने के लिए अचानक वहां पर हमला कर दिया। बाहर से अचानक अंदर घुसे इन लोगों ने मंच पर कब्ज़ा कर लिया और कहा कि हम कन्हैया के समर्थकों का कर्यक्रम नहीं चलने देंगें। जब तक यह खत्म नहीं होता तब तक हम यहीं रुकेंगे। इसके साथ ही भारत माता ज़िंदाबाद के नारे तेज़ क्र दिए गए और धक्का मुक्की शुरू कर दी गयी। ये लोग भारत माता ज़िंदाबाद के नारे गया रहे थे। इन के साथ कुछ इक्का दुक्का सरदार भी थे जो इनकी अगवानी करने वालों थे। ये लोग जबरदस्ती अंदर घुस कर मंच पर चढ़ गए और मंच पर कब्ज़ा कर लिया। इस सम्मेलन में कुछ महिलाएं भी अपने छोटे छोटे बच्चों के साथ मौजूद थी। इसमें कुछ बेहद्द वृद्ध कलाकार भी आये हुए हैं। गौरतलब है कि पंजाब और चंडीगढ़ से कम से कम 31 कलाकार इसमें भाग लेने के लिए गए हुए हैं।
हमले के जवाब में इप्टा सदस्यों ने इन्क़लाब ज़िंदाबाद के नारे लगाए और ज़्यादा खरमस्ती पर उतारू संघ कार्यकर्तायों को हाथों से भी अच्छा सबक सिखाया। यह सब कुछ करीब पौने चार बजे शाम को शुरू हुआ। संघ के हमलावर लाठियों से भी लैस थे। तिरंगे झंडे भी कुछ लोगों ने पकड़ रखे थे लेकिन अंदाज़ पूरा गुंडागरी का था। इप्टा के लोगों ने पहले तो समझाया लेकिन नहीं मने तो फिर हाथ भी दिखाए। यह हमला और मंच पर कब्ज़ा करीब 20-25 मिनट तक रहा। इस हमले के बावजूद वहां पुलिस या कोई अन्य दल सुरक्षा के लिए नहीं आया। अगर इप्टा के लोग जवाब में सख्त रुख इख़्तियार नहीं करते तो ये लोग सफदर हाश्मी जैसी वारदात दोहरा चुके होते। हफरदफरी समाप्त होने के बाद अगली रणनीति पर विचार विमर्श हुआ क्योंकि जाते जाते ये संघी लोग दोबारा आने को भी कह गए हैं। इप्टा के राष्ट्रिय अधिवेशन का आज आखिरी दिन है जो रात को समाप्त होगा। आज शाम पांच बजे कर 10 मिनट पर कार्यक्रम दोबारा शुरू हो गया।
हमले की खबर आने के साथ ही हर तरफ निंदा की लहर दौड़ गयी और गुस्सा फ़ैल गया। लुधियाना इप्टा के अध्यक्ष डॉक्टर अरुण मित्र, उपाध्यक्ष डॉक्टर गुलज़ार पंधेर और सचिव मनिंदर सिंह भाटिया ने एक संयुक्त बयान में इस हमले की सख्त निंदा की। लुधियाना इप्टा ने हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। लुधियाना इप्टा ने याद दिलाया कि इप्टा ने बलराज साहनी, कैफ़ी आज़मी और ए के हंगल जैसे देश भक्त कलाकारों को दिया है। इस फाशी हमले से हम अपने मिशन को नहीं रोकेंगे। हम जन मुद्दों की आवाज़ उठाना बन्द नहीं करेंगे। हम धर्मनिरपेक्षता को तोड़ने के होने देंगें।
No comments:
Post a Comment