महंगे और सस्ते/अच्छे और बुरे का फैसला उपभोक्ता खुद कर
कारोबारी दुनिया में अगर पारदर्शिता आ जाये तो सम्भव है बहुत से वो कारोबार बन्द हो जाएं जो लोगों को असली बात की जगह नकली तस्वीर दिखा कर लुभाते हैं और आखिर उनकी जेब काटने में सफल हो जाते हैं। कोई न कोई चीज़ बाजार में बहुत चलती है और बाद में कहा जाता है वो तो बहुत खतरनाक थी। शोर बढ़ता है तो उस पर पाबन्दी लगा दी जाती है। पहले यह सब खान पान में चलता था, प्रापर्टी में चलता था और शायद कुछ और क्षेत्रों में भी।
अब सोशल मीडिया पर चर्चा है रिलांयस जिओ के की। लम्बी लम्बी लाईनों के बावजूद अभी किसी ने अपना पुराण नम्बर बन्द नहीं कराया औरन ही किसी अन्य ऑपरेटर ने रिलायंस जिओ की घोषणा से घबरा कर अपने टैरिफ बदले हैं। इस तरह के आंकड़ों और इनकी हक़्क़ीक़त पर नज़र रखने वालों ने कुछ आशंकाएं अवश्य व्यक्त की हैं।
चर्चा के मुताबिक रिलांयस जिओ का सिम खरीदने से पहले और अपना पुराना कनेक्शन बंद कराने से पहले मुकेश अंबानी जी का गणित समझ लीजिए। दरअसल रिलायंस जीओ की लांचिंग के दौरान अंबानी ने बड़े-बड़े दावे तो किए लेकिन असल बात छिपा गए। रिलांयस का दावा है कि एक जीबी डाटा 50 रुपये में मिलेगा, लेकिन अंबानी ने यह नहीं बताया कि 50 रुपये में एक जीबी डाटा पाने के लिए पहले आपको कम से कम 499 रुपये खर्चने होंगे। अलग-अलग वेबसाइटों पर मौजूद कंपनी के ट्रैरिफ प्लान को पढ़ने के बाद तो यही बात समझ आ रही है। अंबानी सब बता गए, लेकिन इस बात को छिपा गए। अहम बात यह है कि 50 रुपये में मिलने वाला एक जीबी डाटा मोबाइल डाटा नहीं, बल्कि वाईफाई डाटा है। इसका प्रयोग आप रिलायंस हॉटस्पाट आसपास होने पर ही कर पाएंगे। टैरिफ प्लान के अनुसार पूरे महीने डाटा यूज करने के लिए आपको कम से कम 499 रुपये खर्च करने होंगे। रिलांयस के प्लान उन लोगों के अच्छे हैं जो डाटा पर हर महीने 500 या इससे ज्यादा रुपये खर्च करते हैं। मुझे लगता है एक जीबी डाटा में पूरा महीना काट देने वाले लोगों की तादाद ज्यादा है। और 28 दिन की वैलिडिटी के साथ एक जीबी 3जी डाटा की कीमत फिलहाल 156 रुपये है।
यह है गणित
जिओ ने कुल 10 ट्रैरिफ प्लान लांच किए हैं। इनकी कीमत 19 से लेकर 4999 रुपये है। सभी प्लान्स में वायस काल्स और रोमिंग पूरी तरह मुफ्त है।
हालांकि, मुफ्त कालिंग के लिए सिम की वैलिडिटी के लिए कितना खर्च करना होगा यह अभी स्पष्ट नहीं है।
19 रुपये- इसमें 1 दिन के लिए 100 एमबी डाटा मिलेगा। साथ में 200 एमबी वाईफाई डाटा मिलेगा। वाईफाई डाटा खत्म होने के बाद हर एक जीबी
डाटा के लिए 50 रुपये देने होंगे।
129 रुपये- 750 एमबी डाटा सात दिन के लिए। 1.5 जीबी वाईफाई डाटा और इसके बाद हर एक जीबी वाईफाई डाटा के लिए 50 रुपये देने होंगे।
149 रुपये-300 एमबी डाटा 28 दिन की वैलिडिटी के साथ। इसमें आपको कोई वाईफाई डाटा नहीं मिलेगा। यानि 50 रुपये में एक जीबी डाटा का वादा इस प्लान में झूठा है।
299 रुपये- 21 दिन की वैलिडिटी के साथ 2 जीबी डाटा। 4 जीबी वाईफाई डाटा और इससे अधिक प्रयोग पर 50 रुपये में 1 जीबी डाटा।
499 रुपये- 28 दिन की वैलिडिटी के साथ 4 जीबी डाटा। 8 जीबी वाईफाई डाटा और इससे अधिक प्रयोग पर 50 रुपये में 1 जीबी डाटा। यानी 28 दिन की वैलिडिटी के लिए आपको कम से कम 499 (टैक्स अलग) रुपये खर्चने होंगे। जिन लोगों का काम एक जीबी के चार्ज में चल जाता है उनके लिए यह महंगा पड़ेगा।
इसके अलावा 999, 1499, 2499, 3999, 4999 के प्लान्स भी हैं, जो सिर्फ हैवी यूजर्स के लिए ही फायदेमंद हो सकते हैं।
रिलांयस के बाजार में उतरने से उपभोक्ताओं का फायदा होगा, इसमें कोई शक नहीं है। मेरा कहना सिर्फ इतना है कि दावों में स्पष्टता होनी चाहिए और उपभोक्ताओं का भरोसा जीतने के लिए यही एक बात जरूरी है। बाकी महंगे और सस्ते/अच्छे और बुरे का फैसला उपभोक्ता खुद कर लेगा।
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