Wed, Jul 13, 2016 at 3:15 PM
स्मृति ईरानी ने वंदना लूथरा के साथ बांटे सर्टिफिकेट
लुधियाना: 13 जुलाई 2016: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):
सौंदर्य एवं षोषण क्षेत्र में युवाओं को व्यवसायिक शिक्षा दिलाने वाली सबसे बड़ी संस्थान श्रृंखला वीएलसीसी इंस्टीट्यूट आफ ब्यूटी एंड न्यूट्रीशन के दिल्ली स्थित 15वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में पंजाब से 150 से अधिक छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। जिन्हें केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने वीएलसीसी संस्थापक और चेयरपर्सन वंदना लूथरा के साथ सर्टिफिकेट बांटे। इस अवसर पर देश भर के अलग-अलग हिस्सों से 400 से अधिक विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए जबकि ज्यादातर संख्या पंजाब के जिला लुधियाना, अमृतसर, जालंधर, मोगा, फिरोजपुर, फगवाड़ा और चंडीगढ़ के युवक-युवतियों की थी। इस अवसर पर वंदना लूथरा जी के साथ ब्यूटी एंड वैलनेस सेक्टर स्कील कांसिल (सौंदर्य एवं स्वास्थ्य क्षेत्र कौशल परिषद) ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिकता पिछड़े वर्ग के अंतर्गत वित्त एंड विकास निगम (एनबीसीएफडीसी) के साथ पिछड़े वर्गो, अल्प संख्यकों और ट्रासजेंडर समूह के लोगों के लिए कौशल प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए समझौते पत्र पर भी हस्ताक्षर किए गए।
इस अवसर पर श्रीमती लूथरा ने कहा कि हमारे देश का भविष्य प्रति स्पर्धात्मक और शिक्षा एवं कौशल विकास के माध्यम से इसकी अभिनवता पर निर्भर है। हम सरकार को राष्ट्रीय अप्रिंटिश प्रोत्साहन योजना लाने के लिए और इसके 10,000 करोड़ रूपए अबंटित करने के लिए धन्यवाद देते है। उन्होंने उन छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि मैं उनके सुंदर भविष्य के लिए शुभकामनाएं देती हूं। श्रीमती लूथरा ने यह भी बताया कि ब्यूटी क्षेत्र में काफी बूम है। उनका इंस्टीट्यूट बढ़ते रोजगार के अवसरों को देखते हुए प्रोफैशनल लॉग और शॉटटर्म के कोर्सिस को लेकर सचेत है।
केंद्रीय कपड़ा उद्योग मंत्री स्मृति ईरानी ने भी छात्रों से कहा कि वे कड़ी मेहनत और दृढ़ इरादों के साथ ईमानदारी का दामन थामे हुए अपने सपनों को साकार करें। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि तेजी से बढ़ते वैलनेस सौंदर्य क्षेत्र में अपना भविष्य सुरक्षित बनाए रखेंगे। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना और सीखों और कमाओ योजना जैसी अग्रिम योजनाओं के सफल क्रियान्वित होने के बारे में जिक्र करते हुए वंदना लूथरा ने कहा कि हमने सीएसआर प्रयोजनाओं पर निजी उद्यमों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के साथ भागीदारी करते हुए इस साल 15,000 विद्यार्थियों को कौशल आधारित प्रशिक्षिण के माध्यम से अजीविका प्रदान करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
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