गुलाम नबी आजाद के घर दिन भर चली बैठक के बाद फैसला
तकरीबन सभी दलों के सियासतदानों को अपना खोखलापन भी बहुत पहले पता चल गया था और इस बात का अहसास भी हो गया था कि अब लोग उन पर विश्वास नहीं करते। इस हकीकत का पता चलते ही सियासतदानों ने बहुत पहले ही लोकप्रिय खिलाडियों, फिल्म नायकों और अन्य कलाकारों को आगे लाना शुरू कर दिया था तांकि वे उनकी लोकप्रियता की लहरों पर स्वर होकर चुनावी सागर पार कर सकें। यह सिलसिला आज भी जारी है। गुलाम नबी आजाद के घर दिन भर चली बैठक के बाद फैसला
आज दिल्ली में कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद के घर दिन भर चली बैठक के बाद राज बब्बर को यूपी की कमान सौंप दी गई है। अब जबकि 2017 के चुनाव को देखते हुए सभी पार्टियां एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं वहीं कांग्रेस ने यूपी के अध्यक्ष पद के लिए ऐसे नाम की घोषणा की जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। सियासत की इस चाल से सभी हैरान हैं। आजाद के यूपी प्रभारी बनने के बाद से ही प्रदेश कांग्रेस में बदलाव की अटकलें लगाई जा रही थीं। इस बीच कई बार निर्मल खत्री को हटाने की चर्चाएं भी चलीं। वहीं निर्मल खत्री ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया। उनका इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया गया। इससे आज़ाद की मज़बूत समझी गयी।
इसके बाद दिल्ली में गुलाम नबी के साथ बैठक के बाद यूपी के प्रदेश अध्यक्ष के लिए राज बब्बर का नाम फाइनल हो गया। गुलाम नबी ने मंगलवार शाम राज बब्बर को यूपी का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया। इससे पहले प्रियंका गांधी ने गुलाम नबी से मुलाकात की थी।
गौरतलब है कि अध्यक्ष पद के लिए संजय सिंह और जतिन प्रसाद के नाम की अटकलें भी लगाई जा रही थीं वहीं राज बब्बर को चुनाव प्रचार के लिए लाने की बात सामने आ रही थीं लेकिन आज प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर गुलाम नबी ने सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है। हालांकि सीएम पद के लिए यूपी से कांग्रेस का उम्मीदवार कौन होगा, इस बात की घोषणा अभी तक नहीं की गई है। हो सकता है कि सीएम भी राज बब्बर साहिब का वायदा कर जाये।
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