Friday, July 22, 2016

तनाव को खत्म करे न क़ि अपने जीवन को

Thu, Jul 21, 2016 at 12:48 PM
तनाव से बचने के प्रेक्टिकल उपाय
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तेजी  से  बदल रही जीवन शैली  में  एक  परफेक्ट  चिंतामुक्त  जीवन  की  कल्पना  करना  मुश्किल  है। हम सभी का जीवन  उतार  चढाव  से  भरा  है। कभी  तो  हम अपनी  सफलता  से  बहुत  खुश  होते  हैं और  कभी  असफल होने  पर  हम  बहुत  दुखी  हो  जाते  हैं। जीवन  में  कभी-कभार  निराश  होना तो एक  आम  बात  है  लेकिन  जब ये  निराशा  लम्बे  समय तक  हमारे  मानसिक  स्वास्थय  को प्रभावित करती  है तो  यही  निराशा  तनाव  या डिप्रेशन  का  रूप  ले लेती  है। ऐसे मे जीवन  बड़ा  नीरस  लगने लगता  है। लाइफ  होपलेस  सी लगने लग जाती  है। पॉजिटिव  बातें  नेगेटिव  लगने  लग जाती  हैं। 
डिप्रेशन हमारी जिंदगी मे जहर घोलने वाला मन का भाव है। बहुत से लोग तनाव को सही डील नहीं कर पाते और भावुक हो जाते हैं। हमारी चिंता या तनाव हमारी आदत में शामिल हो जाती है तो ये हमारे लिए घातक हो सकती है। आज हमारे समाज में डिप्रेशन एक बहुत बड़ी समस्या के रूप में सामने आ रहा है। कई बार यह इतना घातक रूप ले लेता है क़ि डिप्रेशन के कारण निराश हो कर लोग आत्महत्या जैसी बड़ी गलती भी कर बैठते है। अतः हम सब को डिप्रेशन के प्रति जागरूक होना चाहिए। 
डिप्रेशन के कई कारण हो सकते हैं, जो व्यक्ति के ऊपर निर्भर करता है कुछ सामान्य  संकेत होते है जिससे हम अपने अंदर जमा हो रही घुटन को समझ सकते है।                                                        
डिप्रेशन के लक्षण

*        आप हेल्पलेस या होपलेस फील करते हैं
*        आप चाहे जितनी भी कोशिश कर ले नकारात्मक विचारों को रोक नहीं पाते हैं
*        आने वाली समस्या के लिए हमारी जररूरत से ज्यादा चिंता
*        बीमार हो जाने पर किसी भयानक बीमारी की कलपना करना
*        पहले से कही अधिक इर्रिटेट या आक्रामक हो जाना
*        बात बात पर क्रोधित होना या भावुक हो जाना
*        ऐसा फील होना की जिंदगी जीने लायक नहीं है
*        नींद में कमी होना ,अकेले रहना पसंद करना ,सोशल एक्टिविटी से दूर रहना|
*       खुद को अक्षम महसूस करना तथा जीवन को खत्म करने के विचार आना अदि डिप्रेशन के लक्षण          हैं जिनसे हम समझ सकते हैं की हम ड्प्रेशन  के  शिकार होने लगे हैं।



अगर कुछ ऐसे लक्षण आपको दिखे तो तुरंत किसी एक्सपर्ट या मनोवैज्ञानिक की मदद अवश्य ले। 
यूथ डिप्रेशन
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युवाओं में तेजी से बढ़ रहा तनाव चिंता का विषय बन गया है। पढाई का बढ़ता प्रेशर, हाई प्रोफाइल लाइफस्टाइल का बढ़ता क्रेज, कम समय में ही जीवन में सब कुछ पाने की चाहत, प्यार में विफलता , आर्थिक तंगी, बेरोजगारी, पारिवारिक कलह, खुद को बेस्ट साबित करने की होड़ अदि कुछ ऐसी वजहें हैं जो युवाओं में बढ़ रहे डिप्रेशन के कारण  रूप में सामने आ रही हैं|इसके साथ ही माता-पिता द्वारा बच्चों पर पढाई के लिए डाला गया अत्यधिक प्रेशर ,अन्य बच्चों से तुलना एवम सबसे अव्वल  आने का दबाव भी हमारे बच्चों को डिप्रेस्ड कर रहा है।
युवाओं में तेजी से बढ़ रहा तनाव चिंता का विषय बन गया है  पढाई का बढ़ता प्रेशर ,हाई प्रोफाइल लाइफस्टाइल  का बढ़ता क्रेज, कम समय में ही जीवन में सब कुछ पाने की चाहत, प्यार में विफलता , आर्थिक तंगी, बेरोजगारी, पारिवारिक कलह,खुद को बेस्ट साबित करने की होड़ अदि कुछ ऐसी वजहें हैं जो युवाओं में बढ़ रहे डिप्रेशन के कारण रूप में सामने आ रही हैं|इसके साथ ही माता-पिता द्वारा बच्चों पर पढाई के लिए डाला गया अत्यधिक प्रेशर, अन्य बच्चों से तुलना एवम सबसे अव्वल  आने का दबाव भी हमारे बच्चों को डिप्रेस्ड कर रहा है।
डिप्रेशन और आत्महत्या
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दिन प्रतिदिन बढ़ रही आत्महत्या की घटनाए हमारे समाज के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है |आखिर क्यों परीक्षा में फेल हुआ छात्र, कर्ज म डूबा हुआ किसान, आर्थिक तंगी से परेशान एक व्यक्ति , प्यार में असफल युवक, पारिवारिक कलह से दुखी इंसान या फिर पति-पत्नी के कलह से परेशान इंसान आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहे हैं। आखिर क्यों उन्हें अपनी समस्या का समाधान सिर्फ मौत ही दिखाई दे रहा है। इन सब घटनाओं का एक बहुत बड़ा कारण डिप्रेशन है। व्यक्ति का तनाव जब उसके ऊपर हावी हो जाता है और जब वह उसे हैंडल नहीं कर पाता तो जीवन को खत्म करना ही उसे अपनी समस्या का हल दिखाई पड़ता है |
यदि आपको लगता है कि आपका कोई फ्रेंड या रिश्तेदार आत्महत्या के बारे में  सोच रहा  है तो तुरंत ही उसे  प्रोफेशनल की हेल्प दिलाए। आत्महत्या के विचार और फीलिंग्स के बारे में खुल कर बात करना किसी की जान बचा सकता है। यदि कोई आपसे आत्महत्या करने जैसी बात करता है तो सम्भवतः वो डिप्रेशन से ग्रसित है और वो सिर्फ आप को अपनी बात नही बता रहा है बल्कि वो मदद के लिए चिल्ला रहा है और आपको उसकी मदद जरूर करनी चाहिए। यदि आप खुद को  ऐसा करते देख रहे है तो बिना देरी किए आपको मनोविज्ञानिक या एक्सपर्ट  की मदद अवश्य ले।  इस बात को समझें क़ि ईश्वर ने हमें जीवन दिया है तो मौत का अधिकार भी उसी को है। इसके साथ खिलवाड़ न करे अपने तनाव को खत्म करे न क़ि अपने जीवन को। 
तनाव से बचने के उपाय
डिप्रेशन एक बहुत ही कॉमन  इलनेस है। इसका उपचार पूर्णतः संभव है, इसे छिपाना  इसे बढ़ावा देने जैसा है। अपने घर परिवार में इसे डिसकस करिये। इसके साथ ही साथ  मनोवैज्ञानिक मदद लेना भी आपके मानसिक तनाव को काम करने में काफी हद तक मददगार साबित होगा।
इसके साथ ही साथ आपकी खुद की कोशिश भी आपके तनाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। अपने अंदर सकारात्मक सोच लाए, नकारात्मक सोच वालो से दुरी बना कर रखे, अच्छी चीजे पढ़े, अपने आप को बिजी रखे, खुली हवा में घूमे, लगातार काम करने से बचें, अधिक से अधिक वक़्त लोगो के साथ बिताए, खुद को खुश रखे, रोज व्यायाम करे, योग, मैडिटेशन. रिलैक्सेशन तकनीक का प्रयोग करके  हम काफी हद तक अपने तनाव को कम कर सकते हैं। साथ ही साथ इस बात को भी समझे की जब तक जीवन में असफलता नहीं होगी तब तक सफलता का मोल भी नहीं समझ आएगा, इसलिए असफलता को हर एक चीज का अंत मत समझिए। 
आपको यह रचना कैसी लगी अवश्य बताएं:--Wahtsapp Number is-9915322407
अगर आप पंजाब स्क्रीन ग्रुप में शामिल होना चाहते हैं तो भी आप इसी नंबर का इस्तेमाल कर सकते हैं। अपना और अपने गाँव/शहर का नाम लिखना न भूलें। 

2 comments:

Unknown said...

वर्तमान समय की गम्भीर समस्या का सहजता से निदान बताता यह लेख मात्र रचना नही अपितु एक रास्ता है उस समस्या का जिसको हमारा समाज गंभीरता से नही लेता लेकिन इसके परिणाम भयानक होते है।जिनपर चर्चा तब होती है जब समस्या आत्मघात या किसी अपराध में बदल के रूप में तब्दील हो जाती है।

Unknown said...

वर्तमान समय की गम्भीर समस्या का सहजता से निदान बताता यह लेख मात्र रचना नही अपितु एक रास्ता है उस समस्या का जिसको हमारा समाज गंभीरता से नही लेता लेकिन इसके परिणाम भयानक होते है।जिनपर चर्चा तब होती है जब समस्या आत्मघात या किसी अपराध में बदल के रूप में तब्दील हो जाती है।