संगीत भंडारी के संचालन में विशेष अभियान सेव डॉटर-सेव वाटर
लुधियाना: 2 मई 2016: (पंजाब स्क्रीन//दिलजोत कौर और कार्तिका):
एक अहसास है जो रूह से महसूस करो,
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम न दो।
लेकिन इस सच को बहुत ही कम लोगों ने बहुत ही कम लोगों में सच होते देखा। स्वार्थ भरे इस कारोबारी युग में इस पंक्ति का याद आना भी अब किसी चमत्कार से काम नहीं लगता। इसकी याद आई सुश्री संगीता भंडारी के नेतृत्व में चलते संगठन अहसास के नाम से। किसी को कोई समस्या हो वहां पहुँच जाना और उसका दुःख केवल बांटना ही नहीं बल्कि दूर करने का प्रयास भी करना-इसे हमारी टीम ने बार बार अपनी आँखों से देखा। कभी डीसी आफिस, कभी सिवल सर्जन और कभी पुलिस कमिश्नर आफिस--हमारी टीम ने संगीता भंडारी और उनकी टीम को किसी न किसी अन्जाने लेकिन दुःख के मारे इंसान के साथ दर्द का मानवीय रिश्ता बनाते देखा।
अहसास चेरिटबल ओर्गनायज़ेशन अब फिर सक्रिय है। इस संगठन की एक मीटिंग मल्हार रोड पर स्थित एक रेस्टोरेंट में हुई जिसमें अहसास के सदस्यों ने अपने आगामी प्रॉजेक्ट्स पर चर्चा की। अहसास की प्रेज़िडेंट संगीता भंडारी ने इन परियोजनायों की जानकारी देते हुए कहा कि अहसास की तरफ़ से 7 मई को मदर डे मनाया जा रहा है जिसमें कुछ चुनिदा महिलायों को सम्मानित किया जा रहा है जिनकी मेहनत और प्रयास से उनके बच्चें आज अच्छे मुक़ाम पर है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अहसास की तरफ से चलाई जा रही मुहिम "बेटी बचाओ "और "सेव वोटर .सेव लाइफ़ "को भी अब और ज़ोर शोर से चला कर लोगों को जागृत किया जाएगा क्यूँकि अगर बेटी और जल दोनों को ना बचाया गया तो आने वाली पीढ़ी का भविष्य अन्धकारमय हो जाएगा। इस अवसर पर नत्थु स्वीट्स के राकेश गर्ग जैन ने अहसास की मुहिम बेटी बचाओ, बेटी पढाऔ की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी तरफ़ से उनकी सेल का 1% हर महीने अहसास की मुहिम के लिए दिया जाएगा और जो भी बेटी के जन्म पर मिठाई बाँटेगा उसे 25% की छूट दी जाएगी। उनकी इस घोषणा पर अहसास के सदस्यों ने उन्हें फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर नेहा मित्तल , मीनाक्षि सूद, रेणु नारंग, सुनील कक्कड़, विनीत मोंगा, रूबी आनेजा, निष्ठा शर्मा, सूखज़िंदर कौर, सुनैना जैन, गगन कैरपाल, राजवंत कौर, नीरू मल्होत्रा हाज़िर थे।
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