Thu, Sep 5, 2013 at 4:47 PM
सारे पंजाब में हुआ विकास पर अमृतसर में नहीं-सिद्धू की सीधी बात
*वही प्रोजेक्ट अमृतसर के बजाए कहीं अन्य जिलों में तो चालू कर दिए गए, लेकिन अमृतसर में वे प्रोजेक्ट आज भी ज्यों के त्यों पड़े हुए हैं* अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पैसों से कहीं और विकास कार्य करवाए जा रहे हैं*नगर निगम अमृतसर के पास भी फंड की कमी
अमृतसर: 5 सितंबर 2013:(गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन): करीब डेढ़ वर्ष तक अमृतसर से दूर रहे नवजोत सिंह सिद्धू को गुरु नगरी वापस लौटते ही अमृतसर के समूचे विकास की याद आ गई है। आज अपने निवास स्थान पर की गई प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने गुरु नगरी के विभिन्न विकास कार्यों के न होने और राज्य सरकार की ओर से अमृतसर के लिए फंड न मुहैया कराए जाने को लेकर जहां केंद्र सरकार पर निशाना लगाया, वहीं उन्होंने पंजाब सरकार पर सवालिया निशान खड़े किए। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, कि उन्होंने राजनीति सिर्फ मिशन के लिए शुरू की थी और उनके मन में हमेशा यही था कि अमृतसर जहां रोजाना करीब सवा लाख श्रद्धालु नतमस्तक होने के लिए आते हैं, उसे दुनिया के नक्शे में चमकाया जाए ताकि लोग न सिर्फ अमृतसर बल्कि इससे पूरे पंजाब की एक अलग छवि बना कर दूसरों के सामने पेश करें। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा, कि कई तरह के प्रोजेक्ट जो गुरु नगरी अमृतसर के लिए शुरू हुए थे, पर वही प्रोजेक्ट अमृतसर के बजाए कहीं अन्य जिलों में तो चालू कर दिए गए, लेकिन अमृतसर में वे प्रोजेक्ट आज भी ज्यों के त्यों पड़े हुए हैं।
सांसद सिद्धू ने कहा, कि अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को गुरु नगरी अमृतसर में विकास कार्य करने चाहिए। लेकिन अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पैसों से कहीं और विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने अप्रत्यक्ष रूप से पंजाब सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि अमृतसर के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। नगर निगम अमृतसर के पास जरूरी मशीनरी और अन्य साजो-सामान खरीदने के लिए फंड की कमी है, लेकिन उन्हें फंड मुहैया नहीं कराए जा रहे। उनके मुताबिक उनके कई प्रोजेक्ट जैसे सिटी बस सर्विस, सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट आदि अधर में पड़े हुए हैं। सिद्धू ने स्पष्ट किया, कि उन्होंने राजनीति मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से सीखी है। चरित्र और नैतिकता के आधार पर उन्होंने केस में सजा होने के बाद इस्तीफा दे दिया था। लेकिन आज उन्हें दुख इस बात का है कि वह अमृतसर के लिए कुछ नहीं कर पाए हैं। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह को भी घेरे में लेते हुए कहा, कि प्रधानमंत्री का संबंध चाहे अमृतसर के साथ हैं, लेकिन अमृतसर के विकास के लिए जब भी उन्होंने प्रधानमंत्री से मिलने के लिए समय मांगा, तो उन्हें समय नहीं दिया गया।
चुनाव से पूर्व होने वाले विकास कार्यों पर सवालिया निशान खड़े करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, कि जब पंजाब में विधानसभा चुनाव होने थे, तो चुनाव से ठीक पहले विकास कार्यों की झड़ी लगा दी गई थी। उस समय फंड की कोई कमी नहीं थी। लेकिन अब जबकि लोकसभा चुनाव सिर पर हैं, तो फंड की कमी बता कर विकास कार्य नहीं कराए जा रहे हैं। एमपी लैड फंड के पैसे जो उन्होंने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को विकास के लिए दिए थे, उन्हें भी रीलिज नहीं किया जा रहा।
यदि गठबंधन मेरी बलि मांगती है, तो मैं तैयार हूं-नवजोत सिंह सिद्धू
सारे पंजाब में हुआ विकास पर अमृतसर में नहीं-सिद्धू की सीधी बात
*वही प्रोजेक्ट अमृतसर के बजाए कहीं अन्य जिलों में तो चालू कर दिए गए, लेकिन अमृतसर में वे प्रोजेक्ट आज भी ज्यों के त्यों पड़े हुए हैं* अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पैसों से कहीं और विकास कार्य करवाए जा रहे हैं*नगर निगम अमृतसर के पास भी फंड की कमी
मीडिया के सम्मुख नवजोत सिंह सिद्धू के अलग अलग अंदाज़: सभी तस्वीरें: गजिंद्र सिंह किंग //पंजाब स्क्रीन |
सांसद सिद्धू ने कहा, कि अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को गुरु नगरी अमृतसर में विकास कार्य करने चाहिए। लेकिन अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पैसों से कहीं और विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने अप्रत्यक्ष रूप से पंजाब सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि अमृतसर के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। नगर निगम अमृतसर के पास जरूरी मशीनरी और अन्य साजो-सामान खरीदने के लिए फंड की कमी है, लेकिन उन्हें फंड मुहैया नहीं कराए जा रहे। उनके मुताबिक उनके कई प्रोजेक्ट जैसे सिटी बस सर्विस, सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट आदि अधर में पड़े हुए हैं। सिद्धू ने स्पष्ट किया, कि उन्होंने राजनीति मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से सीखी है। चरित्र और नैतिकता के आधार पर उन्होंने केस में सजा होने के बाद इस्तीफा दे दिया था। लेकिन आज उन्हें दुख इस बात का है कि वह अमृतसर के लिए कुछ नहीं कर पाए हैं। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह को भी घेरे में लेते हुए कहा, कि प्रधानमंत्री का संबंध चाहे अमृतसर के साथ हैं, लेकिन अमृतसर के विकास के लिए जब भी उन्होंने प्रधानमंत्री से मिलने के लिए समय मांगा, तो उन्हें समय नहीं दिया गया।
चुनाव से पूर्व होने वाले विकास कार्यों पर सवालिया निशान खड़े करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, कि जब पंजाब में विधानसभा चुनाव होने थे, तो चुनाव से ठीक पहले विकास कार्यों की झड़ी लगा दी गई थी। उस समय फंड की कोई कमी नहीं थी। लेकिन अब जबकि लोकसभा चुनाव सिर पर हैं, तो फंड की कमी बता कर विकास कार्य नहीं कराए जा रहे हैं। एमपी लैड फंड के पैसे जो उन्होंने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को विकास के लिए दिए थे, उन्हें भी रीलिज नहीं किया जा रहा।
यदि गठबंधन मेरी बलि मांगती है, तो मैं तैयार हूं-नवजोत सिंह सिद्धू
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