11-सितम्बर-2013 16:33 IST
तिरूअनंतपुरम में हुआ प्रो. के.एन.पानिकर की पुस्तक का विमोचन
भारत के उपराष्ट्रपति श्री एम. हामिद अंसारी ने आज केरल के तिरूअनंतपुरम में आायेजित एक समारोह में प्रो. के.एन. पानिकर की पुस्तक ‘हिस्ट्री एज़ ए साइट ऑफ स्ट्रगल’ का विमोचन किया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रो. पानिकर का झुकाव बौद्धिक इतिहास की तरफ रहा है, जिसे उन्होंने सामाजिक तथा सांस्कृतिक इतिहास के साथ जोड़ने का प्रयास किया है। श्री अंसारी ने कहा कि उन्होंने चेतना के रूपांतरण में संस्कृति के महत्व पर विशेष ध्यान दिया है।
श्री अंसारी ने कहा कि इस पुस्तक को लिखने में प्रो. पानिकर को अनेक वर्ष लगे हैं। उन्होंने कहा कि 650 से अधिक पृष्ठों की इस पुस्तक को एक बार में नहीं पढ़ा जाना चाहिए बल्कि इस पुस्तक के एक-एक पन्ने को और उसके हर एक भाग को ध्यानपूर्वक समझा भी जाना चाहिए। (PIB)
वि.कासोटिया/ प्रि.अ./य- 6125
तिरूअनंतपुरम में हुआ प्रो. के.एन.पानिकर की पुस्तक का विमोचन
भारत के उपराष्ट्रपति श्री एम. हामिद अंसारी ने आज केरल के तिरूअनंतपुरम में आायेजित एक समारोह में प्रो. के.एन. पानिकर की पुस्तक ‘हिस्ट्री एज़ ए साइट ऑफ स्ट्रगल’ का विमोचन किया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रो. पानिकर का झुकाव बौद्धिक इतिहास की तरफ रहा है, जिसे उन्होंने सामाजिक तथा सांस्कृतिक इतिहास के साथ जोड़ने का प्रयास किया है। श्री अंसारी ने कहा कि उन्होंने चेतना के रूपांतरण में संस्कृति के महत्व पर विशेष ध्यान दिया है।
श्री अंसारी ने कहा कि इस पुस्तक को लिखने में प्रो. पानिकर को अनेक वर्ष लगे हैं। उन्होंने कहा कि 650 से अधिक पृष्ठों की इस पुस्तक को एक बार में नहीं पढ़ा जाना चाहिए बल्कि इस पुस्तक के एक-एक पन्ने को और उसके हर एक भाग को ध्यानपूर्वक समझा भी जाना चाहिए। (PIB)
वि.कासोटिया/ प्रि.अ./य- 6125
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