Sun, Sep 1, 2013 at 9:11 PM
श्री गुरु ग्रंथ साहिब के प्रकाश पर्व पर सजाए गए जलौ साहिब
अमृतसर 1सितम्बर 2013:(गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन) गुरुग्रंथ साहिब के पहले प्रकाश पर्व को समर्पित आलौकिक नगर कीर्तन के बाद आज सारा दिन माहौल एक उत्सव सा बना रहा। सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में अलाही बाणी का प्रवाह हमेशां की तरह आज भी जरी रहा। इस बीच आज सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में गुरु साहिबानों से संबंधित विभिन्न अस्त्र-शस्त्र, बहुमूल्य जेवरात और अन्य को सजाया गया। जिनमे हीरे, जवाहरात, सोने-चांदी का समान आदि श्रध्दालुओ के दर्शन के लिए सजाया जाता है, जिनमे सोने के दरवाजे, सोने के पांच कस्सी, चांदी के पांच तसल्ला शामिल है, इस के इलावा महाराजा रणजीत सिंह द्वारा दिए गए नौ लाखा हार, नील कण्ड का मोर, सोने के छतर, असली मोतीयो की माला आदि का प्रदर्शन आज के दिन जलोह द्वारा श्रद्धालुयों के लिए सजाया जाता है, इन जलौं साहिब को गुरु साहिबानों के प्रकाश पर्व, दीवाली और गुरु ग्रंथ साहिब जी के पहले प्रकाश पर्व पर ही सजाया जाता है। आज के दिन सचखंड श्री हरमंदिर साहिब आए श्रद्धालुओं के मुताबिक वे खुद को खुशकिस्मत महसूस कर रहे हैं। इतने बेशकीमती जलौं साहिब देख कर उन्हें काफी खुशी हो रही है।
श्री गुरु ग्रंथ साहिब के प्रकाश पर्व पर सजाए गए जलौ साहिब
अमृतसर 1सितम्बर 2013:(गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन) गुरुग्रंथ साहिब के पहले प्रकाश पर्व को समर्पित आलौकिक नगर कीर्तन के बाद आज सारा दिन माहौल एक उत्सव सा बना रहा। सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में अलाही बाणी का प्रवाह हमेशां की तरह आज भी जरी रहा। इस बीच आज सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में गुरु साहिबानों से संबंधित विभिन्न अस्त्र-शस्त्र, बहुमूल्य जेवरात और अन्य को सजाया गया। जिनमे हीरे, जवाहरात, सोने-चांदी का समान आदि श्रध्दालुओ के दर्शन के लिए सजाया जाता है, जिनमे सोने के दरवाजे, सोने के पांच कस्सी, चांदी के पांच तसल्ला शामिल है, इस के इलावा महाराजा रणजीत सिंह द्वारा दिए गए नौ लाखा हार, नील कण्ड का मोर, सोने के छतर, असली मोतीयो की माला आदि का प्रदर्शन आज के दिन जलोह द्वारा श्रद्धालुयों के लिए सजाया जाता है, इन जलौं साहिब को गुरु साहिबानों के प्रकाश पर्व, दीवाली और गुरु ग्रंथ साहिब जी के पहले प्रकाश पर्व पर ही सजाया जाता है। आज के दिन सचखंड श्री हरमंदिर साहिब आए श्रद्धालुओं के मुताबिक वे खुद को खुशकिस्मत महसूस कर रहे हैं। इतने बेशकीमती जलौं साहिब देख कर उन्हें काफी खुशी हो रही है।
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