Sun, Sep 1, 2013 at 9:11 PM
अमृतसर में निकला आलौकिक नगर कीर्तन
अमृतसर:01 सितम्बर 2013: (गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन): गुरुग्रंथ साहिब के पहले प्रकाश पर्व को समर्पित आलौकिक नगर कीर्तन सजाया गया। पांच प्यारों के नेतृत्व और श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छत्र छाया में यह नगर कीर्तन गुरुद्वारा रामसर साहिब से आरंभ होकर गुरु नगरी के विभिन्न हिस्सों से होता हुआ सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में संपन्न हुआ। गुरु अर्जुन देव जी ने आज से करीब 306 वर्ष पूर्व गुरुग्रंथ साहिब में गुरु नानक देव जी की बाणी को संकलित किया था। आज ही के दिन गुरु ग्रंथ साहिब को गुरुद्वारा रामसर साहिब से श्री हरमंदिर साहिब के पहले ग्रंथी बाबा बुड्ढा जी ने नगर कीर्तन निकालते हुए सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में प्रकाश किया था। इस मौके पर सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह ने जहां आज के पावन दिवस की बधाई दी, वहीं उन्होंने सिख कौम को गुरु साहिबानों की ओर से दिखाए गए रास्ते पर चलने की अपील की।
अमृतसर में निकला आलौकिक नगर कीर्तन
अमृतसर:01 सितम्बर 2013: (गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन): गुरुग्रंथ साहिब के पहले प्रकाश पर्व को समर्पित आलौकिक नगर कीर्तन सजाया गया। पांच प्यारों के नेतृत्व और श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छत्र छाया में यह नगर कीर्तन गुरुद्वारा रामसर साहिब से आरंभ होकर गुरु नगरी के विभिन्न हिस्सों से होता हुआ सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में संपन्न हुआ। गुरु अर्जुन देव जी ने आज से करीब 306 वर्ष पूर्व गुरुग्रंथ साहिब में गुरु नानक देव जी की बाणी को संकलित किया था। आज ही के दिन गुरु ग्रंथ साहिब को गुरुद्वारा रामसर साहिब से श्री हरमंदिर साहिब के पहले ग्रंथी बाबा बुड्ढा जी ने नगर कीर्तन निकालते हुए सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में प्रकाश किया था। इस मौके पर सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह ने जहां आज के पावन दिवस की बधाई दी, वहीं उन्होंने सिख कौम को गुरु साहिबानों की ओर से दिखाए गए रास्ते पर चलने की अपील की।
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