28-जून-2013 11:36 IST
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा दी गई सहायता
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद ने उत्तराखंड में अचानक आई बाढ़ में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में आज नई दिल्ली में जानकारी दी।
1. मंत्रालय के एक तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय दल को देहरादून में तैनात किया गया है ताकि वे जन स्वास्थ्य की स्थितियों का आकलन करें और जैसे भी सहायता की आवश्यकता हो उसके लिए राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करें। इसके सदस्य हैं राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक डॉ. एल.एस. चौहान (एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के लिए उत्तरदायी, जिसमें रोग निगरानी तथा इसके फैलाव पर नियंत्रण के लिए तकनीकी सहायता देना), निदेशक आपातकालीन चिकित्सा सहायता- डॉ. पी. रवीन्द्ररन (महामारी फैलने को रोकने तथा आपदा सहायता तथा प्रबंधन के लिए उत्तरदायी) तथा राष्ट्रीय वेक्टर बोर्न बीमारी नियंत्रण कार्यक्रम के संयुक्त निदेशक डॉ. के.एस. गिल।
2. स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. जगदीश प्रसाद और स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव श्री आर.के. जैन कल देहरादून का दौरा करेंगे ताकि स्थितिकी समीक्षा की जा सके और राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ समन्वय बनाया जा सके।
3. प्रभावित क्षेत्रों से जल जनित, खाद्य या वायु या सीधे संपर्क से किसी बीमारी की घटना की खबर नहीं है।
4. तीन ट्रक दवाईयां वहां भेजी गई है।
5. उत्तराखंड में डॉक्टरों की छह केंद्रीय टीम तैनात है।
6. केंद्रीय जन स्वास्थ्य की तीन टीमें वहां भेजी गई है। एक टीम गोचर में, दूसरी जोशीमठ और तीसरी अभी सड़क बंद होने के कारण रूद्रप्रयाग में रूकी हुई है।
7. निमहांस बंगलोर की तीन टीम वहां आपदा प्रभावित लोगों को मनोवैज्ञानिक-सामाजिक सहायता के लिए भेजी गई है। प्रत्येक टीम में तीन-तीन डाक्टर हैं।
8. उत्तराखंड सरकार की सहायता के लिए तीन विशेषज्ञ क्लिनिसियंश की टीमें भेजी गई हैं। एक टीम में दो मेडिसिन विशेषज्ञ हैं। एक टीम में दो कार्डियोलॉजिस्ट हैं जबकिएक अन्य टीम में दो साइकैटीरिस्ट हैं।
9. इसके अतिरिक्त उत्तराखंड सरकार के अनुरोध पर जब भी आवश्यकता हो तैनात किए जाने के लिए 40 मेडिकल अधिकारियों का एक पूल बनाया गया है।
10. आपदा आते ही भारतीय रेड क्रास सोसाइटी को सभी संभव सहायता मुहैया कराने का निदेश दिया गया।
11. राष्ट्रीय मुख्यालय से दो टीमें 19 जून, 2013 उत्त्रकाशी और पिथौरागढ़ में तैनात हैं।
12. एक उच्च स्तरीय दल ने राज्य के रेड क्रास सोसाइटी के साथ समन्वय के लिए उत्त्तराखंड का दौरा किया।
13. सात ट्रक चिकित्सा संबंधी वस्तुए मुहैया कराई गईं।
14. राष्ट्रीय आपदा सहायता बल की आठ टीम तैनात की गईं।
15. 300 से 400 कर्मी प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने के काम में लगे हैं।
16. दो हजार फैमिली पैक भेजे गए जिनमें तिरपाल, मच्छरदानी और बर्तन के सेट शामिल हैं। प्रत्येक फैमिली पैक 15 दिनों के लिए पर्याप्त है।
17. एक हजार टेंट मुहैया कराए गए।
18. तीन हजार अतिरिक्त तिरपाल और तीन सौ कैरोसिन लैम्प भेजे गए।
19. रेड क्रास द्वारा 11 सौ बॉडी बैग्और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 500 बॉडी बैग्भेजे गए। कुल मिलाकर 1600 बैग पहुंचे।
20. जल स्वच्छता इकाई को स्वयं सेवकों के साथ इनके संचालन के लिए तैनात किया जा रहा है। एक यूनिट प्रतिघंटे तीन हजार से चार हजार स्वच्छ पेय जल उत्पादन करने में सक्षम है।
21. रेड क्रास के राहत उपायों को संयोजित करने के लिए भारतीय रेड क्रास सोसाइटी के महासचिव डॉ. एस. पी. अग्रवाल कल उत्तराखंड का दौरा कर रहे हैं।
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वि. कासोटिया/अजीत/राजीव – 2944
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा दी गई सहायता
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद ने उत्तराखंड में अचानक आई बाढ़ में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में आज नई दिल्ली में जानकारी दी।
दैनिक पंजाब केसरी में प्रकाशित खबर की तस्वीर |
2. स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. जगदीश प्रसाद और स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव श्री आर.के. जैन कल देहरादून का दौरा करेंगे ताकि स्थितिकी समीक्षा की जा सके और राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ समन्वय बनाया जा सके।
3. प्रभावित क्षेत्रों से जल जनित, खाद्य या वायु या सीधे संपर्क से किसी बीमारी की घटना की खबर नहीं है।
4. तीन ट्रक दवाईयां वहां भेजी गई है।
5. उत्तराखंड में डॉक्टरों की छह केंद्रीय टीम तैनात है।
6. केंद्रीय जन स्वास्थ्य की तीन टीमें वहां भेजी गई है। एक टीम गोचर में, दूसरी जोशीमठ और तीसरी अभी सड़क बंद होने के कारण रूद्रप्रयाग में रूकी हुई है।
7. निमहांस बंगलोर की तीन टीम वहां आपदा प्रभावित लोगों को मनोवैज्ञानिक-सामाजिक सहायता के लिए भेजी गई है। प्रत्येक टीम में तीन-तीन डाक्टर हैं।
8. उत्तराखंड सरकार की सहायता के लिए तीन विशेषज्ञ क्लिनिसियंश की टीमें भेजी गई हैं। एक टीम में दो मेडिसिन विशेषज्ञ हैं। एक टीम में दो कार्डियोलॉजिस्ट हैं जबकिएक अन्य टीम में दो साइकैटीरिस्ट हैं।
9. इसके अतिरिक्त उत्तराखंड सरकार के अनुरोध पर जब भी आवश्यकता हो तैनात किए जाने के लिए 40 मेडिकल अधिकारियों का एक पूल बनाया गया है।
10. आपदा आते ही भारतीय रेड क्रास सोसाइटी को सभी संभव सहायता मुहैया कराने का निदेश दिया गया।
11. राष्ट्रीय मुख्यालय से दो टीमें 19 जून, 2013 उत्त्रकाशी और पिथौरागढ़ में तैनात हैं।
12. एक उच्च स्तरीय दल ने राज्य के रेड क्रास सोसाइटी के साथ समन्वय के लिए उत्त्तराखंड का दौरा किया।
13. सात ट्रक चिकित्सा संबंधी वस्तुए मुहैया कराई गईं।
14. राष्ट्रीय आपदा सहायता बल की आठ टीम तैनात की गईं।
15. 300 से 400 कर्मी प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने के काम में लगे हैं।
16. दो हजार फैमिली पैक भेजे गए जिनमें तिरपाल, मच्छरदानी और बर्तन के सेट शामिल हैं। प्रत्येक फैमिली पैक 15 दिनों के लिए पर्याप्त है।
17. एक हजार टेंट मुहैया कराए गए।
18. तीन हजार अतिरिक्त तिरपाल और तीन सौ कैरोसिन लैम्प भेजे गए।
19. रेड क्रास द्वारा 11 सौ बॉडी बैग्और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 500 बॉडी बैग्भेजे गए। कुल मिलाकर 1600 बैग पहुंचे।
20. जल स्वच्छता इकाई को स्वयं सेवकों के साथ इनके संचालन के लिए तैनात किया जा रहा है। एक यूनिट प्रतिघंटे तीन हजार से चार हजार स्वच्छ पेय जल उत्पादन करने में सक्षम है।
21. रेड क्रास के राहत उपायों को संयोजित करने के लिए भारतीय रेड क्रास सोसाइटी के महासचिव डॉ. एस. पी. अग्रवाल कल उत्तराखंड का दौरा कर रहे हैं।
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वि. कासोटिया/अजीत/राजीव – 2944
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