तीन विधाओं की महक से महकेगी त्रिसुगंधि !
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आशा पांडेय ओझा |
बाधायों, कठिनाईयों और सीमित साधनों के बावजूद हिंदी प्रेमी हिंदी के प्रचार/ प्रसार के लिए हमेशां सक्रिय रहे हैं। नेपाल में होने वाला अंतर्राष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन इसी सिलसिले की एक कड़ी कहा जा सकता है। अखिल भारतीय साहित्यकला मंच की ओर से काठमाण्डु (नेपाल) में अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी समारोह 8 जून 2013 से 11 जून, 2013 तक आयोजित किया जा सकता है। अब जबकि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस आठ मार्च को आने ही वाला है--इस अवसर पर यह जानकारी देते हुए हर्ष हो रहा है कि साहित्य के शेत्र में सक्रिय एक शिष्ट महिला हस्ताक्षर इस आयोजन की कामयाबी के लिए विशेष तौर पर सरगर्म है।मेरा अभिप्राय है आशा पण्डे ओझा से। उनके मुताबिक इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। गौरतलब है कि इस समारोह में त्रिसुगंधि नामक काव्य संकलन/ संग्रह का विमोचन होना है । इस पुस्तक में प्रकाशन हेतु रचनाकारों से उनकी मौलिक व अप्रकाशित रचनाएँ आमंत्रित है, जो प्रिण्ट में प्रकाशित न हुई हों । वेब पर अपलोडेड रचनाएँ स्वीकार्य होंगीं । इच्छुक रचनाकार किसी एक विधा में अपनी दो रचनाएँ अपने संक्षिप्त जीवन-परिचय के साथ भेज दें ।
काव्य विधा हेतु तीन प्रभाग तय किये गइ सम्मेलन ये हैं - कविता ,गीत और ग़ज़ल इन्ही तीन विधाओं की महक से महकेगी यह त्रिसुगंधि !
रचनाकारों की रचनाएँ हम तक 15/3/2013 तक अवश्य पंहुच जायें, ताकि अनुमोदित तथा स्वीकृत रचनाओं को संकलित कर संकलन-पुस्तक पर काम करने के लिए हमारे पास उपयुक्त समय रहे ।
प्रविष्टिभेजने हेतु मेल-आइडी-trisugandhi@gmail.com
आभार
आशा पांडेय ओझा
सह संयोजक
द्वारा, अखिल भारतीय साहित्यकला मंच
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