प्रधानमंत्री ने दी ‘इसरो’ के वैज्ञानिकों को बधाई
प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने रडार इमेजिंग सैटेलाइट-1 (आरआईएसएटी-1) से युक्त पीएसएलवी-सी19 के सफल प्रक्षेपण पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (आईएसआरओ) के वैज्ञानिकों को बधाई दी है।
अपने संदेश में उन्होंने कहा- ‘’मैं भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (आईएसआरओ) के सभी वैज्ञानिकों को रडार इमेजिंग सैटेलाइट-1 (आरआईएसएटी-1) से युक्त पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल (पीएसएलवी)-सी19 के आज सफल प्रक्षेपण पर बधाई देता हूं। पीएसएलवी का प्रयोग करने वाला यह अब तक का सबसे भारी सैटेलाइट है। पीएसएलवी का लगातार 20वां सफल प्रक्षेपण हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और यह जटिल प्रक्षेपण व्हीकल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में इसरो (आईएसआरओ) की दक्षता का प्रमाण है। मुझे कोई संदेह नहीं है कि आरआईएसएटी-1 में सभी मौसम, दिन-रात चित्र लेने की क्षमता है और यह राष्ट्र की रिमोट सेंसिंग क्षमताओं को और भी बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान करेगा। सारा देश इसरो की उपलब्धि पर गर्व करता है और उसके भविष्य के उद्यमों की सफलता की कामना करता है।‘’ (पीआईबी) 26-अप्रैल-2012 12:23 IST
प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने रडार इमेजिंग सैटेलाइट-1 (आरआईएसएटी-1) से युक्त पीएसएलवी-सी19 के सफल प्रक्षेपण पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (आईएसआरओ) के वैज्ञानिकों को बधाई दी है।
अपने संदेश में उन्होंने कहा- ‘’मैं भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (आईएसआरओ) के सभी वैज्ञानिकों को रडार इमेजिंग सैटेलाइट-1 (आरआईएसएटी-1) से युक्त पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल (पीएसएलवी)-सी19 के आज सफल प्रक्षेपण पर बधाई देता हूं। पीएसएलवी का प्रयोग करने वाला यह अब तक का सबसे भारी सैटेलाइट है। पीएसएलवी का लगातार 20वां सफल प्रक्षेपण हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और यह जटिल प्रक्षेपण व्हीकल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में इसरो (आईएसआरओ) की दक्षता का प्रमाण है। मुझे कोई संदेह नहीं है कि आरआईएसएटी-1 में सभी मौसम, दिन-रात चित्र लेने की क्षमता है और यह राष्ट्र की रिमोट सेंसिंग क्षमताओं को और भी बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान करेगा। सारा देश इसरो की उपलब्धि पर गर्व करता है और उसके भविष्य के उद्यमों की सफलता की कामना करता है।‘’ (पीआईबी) 26-अप्रैल-2012 12:23 IST
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