श्रीमती यांगा को 5 लाख रूपए नकद, प्रशस्ति पत्र तथा एक ट्रोफी
जनजातीय मामलों तथा पंचायती राज मंत्री श्री वी. किशोर चंद्र देव ने कल शाम राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य त्यौहार ‘प्रकृति’ का उद्घाटन किया। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि नृत्य त्यौहार का उद्देश्य जनजातीय संस्कृति को बढ़ावा देना तथा उन्हें अपने नृत्य तथा संगीत का प्रदर्शन करने का अवसर देना है।
इस अवसर पर उन्होंने खेल, शिक्षा और संस्कृति में उत्कृष्ट जनजातीय विजेताओं तथा जनजातीय कल्याण में अनुकरणीय योगदान देने वाले व्यक्तियों को राष्ट्रीय जनजातीय पुरस्कार भी प्रदान किए। श्रीमती बिन्नी यांगा (माया) को अनुसूचित जनजातियों में अनुकरणीय समुदाय सेवा के लिए पुरस्कार दिया गया। श्रीमती यांगा को 5 लाख रूपए का नकद इनाम, प्रशस्ति पत्र तथा एक ट्रोफी दी गई। श्रीमती एम.सी.मेरी कॉम को खेल के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ जनजातीय विजेता पुरस्कर दिया गया। इसमें उन्हें 2 लाख रूपए का नकद इनाम, प्रशस्ति पत्र तथा एक ट्रोफी दी गई। श्री गुरू रियुबेन मशहंगवा को भी जनजातीय कला तथा संस्कृति के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ जनजातीय विजेता पुरस्कार दिया गया। श्री किशोर चंद्र देव राव ने कहा कि उन्होंने मंत्रालय को पुरस्कारों की श्रेणियों बढ़ाने पर विचार करने के लिए कहा है।
इस मौके पर जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री श्री महादेव सिंह खंडेला भी मौजूद थे। सिरी फोर्ट सभागार, नई दिल्ली में 20 से 22 मार्च, 2012 तक चलने वाले इस तीन दिवसीय जनजातीय त्यौहार का आयोजन जनजातीय मामलों के मंत्रालय तथा संस्कृति मंत्रालय मिलकर कर रहा है। [पीआईबी] 21-मार्च-2012 17:16 IST
जनजातीय मामलों तथा पंचायती राज मंत्री श्री वी. किशोर चंद्र देव ने कल शाम राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य त्यौहार ‘प्रकृति’ का उद्घाटन किया। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि नृत्य त्यौहार का उद्देश्य जनजातीय संस्कृति को बढ़ावा देना तथा उन्हें अपने नृत्य तथा संगीत का प्रदर्शन करने का अवसर देना है।
इस अवसर पर उन्होंने खेल, शिक्षा और संस्कृति में उत्कृष्ट जनजातीय विजेताओं तथा जनजातीय कल्याण में अनुकरणीय योगदान देने वाले व्यक्तियों को राष्ट्रीय जनजातीय पुरस्कार भी प्रदान किए। श्रीमती बिन्नी यांगा (माया) को अनुसूचित जनजातियों में अनुकरणीय समुदाय सेवा के लिए पुरस्कार दिया गया। श्रीमती यांगा को 5 लाख रूपए का नकद इनाम, प्रशस्ति पत्र तथा एक ट्रोफी दी गई। श्रीमती एम.सी.मेरी कॉम को खेल के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ जनजातीय विजेता पुरस्कर दिया गया। इसमें उन्हें 2 लाख रूपए का नकद इनाम, प्रशस्ति पत्र तथा एक ट्रोफी दी गई। श्री गुरू रियुबेन मशहंगवा को भी जनजातीय कला तथा संस्कृति के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ जनजातीय विजेता पुरस्कार दिया गया। श्री किशोर चंद्र देव राव ने कहा कि उन्होंने मंत्रालय को पुरस्कारों की श्रेणियों बढ़ाने पर विचार करने के लिए कहा है।
इस मौके पर जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री श्री महादेव सिंह खंडेला भी मौजूद थे। सिरी फोर्ट सभागार, नई दिल्ली में 20 से 22 मार्च, 2012 तक चलने वाले इस तीन दिवसीय जनजातीय त्यौहार का आयोजन जनजातीय मामलों के मंत्रालय तथा संस्कृति मंत्रालय मिलकर कर रहा है। [पीआईबी] 21-मार्च-2012 17:16 IST
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