पिछले 8 वर्षों में सुलझाए गए बड़े आतंकवादी मामलों पर गृह मंत्रालय का बयान
गृह मंत्रालय ने पिछले आठ वर्षों में जांच एजेंसियों द्वारा सुलझाए गए बड़े आतंकवादी घटनाओं की संख्या के संदर्भ में निम्नलिखित बयान जारी किया है:-
"सरकार का ध्यान एक राजनैतिक पार्टी के प्रवक्ता के उस बयान की ओर आकृष्ट किया गया है जिसमें यह बात कही गई थी कि पिछले आठ वर्षों में जांच एजेंसियों ने आतंकी घटना के किसी भी मामले को हल नहीं किया है
मई 2000 से हमने बड़ी आतंकवादी घटनाओं की सूची तैयार की है। जिस आतंकी घटना में कम से कम कुछ लोग घायल हुए हो उन्हें बड़ी आतंकवादी घटना के रुप में परिभाषित किया जाता है।
मई 2000 से 46 बड़ी आतंकवादी घटनाएं हुई हैं। इनमें से सात को छोड़कर सभी मामलों को सुलझा लिया गया है। नौ मामलों में सजा दी जा चुकी है। बाकी बचे 30 मामलों में से 29 में आरोप-पत्र दाखिल किए जा चुके हैं और 19 मामलों में मुकदमा शुरु किया जा चुका है। दो मामलों में रिहाई दी गई और अपील को वरीयता दी गई।"
7 अनसुलझे मामलों में से चार हल होने के करीब है।
हाल ही में पकड़े गए एक आईएम मॉड्यूल से यह जानकारी प्राप्त हुई है कि यह मॉड्यूल निम्नलिखित घटनाओं के लिए जिम्मेदार था:
(i) 13.2.2010- पुणे के जर्मन बेकरी में बम विस्फोट
(ii) 17.4.2010- बैंग्लुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के निकट बम विस्फोट
(iii) 19.9.2010- दिल्ली में जामा मस्जिद के निकट गोली बारी और विस्फोट
(iv) 13.7.2011- मुम्बई में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोट
जर्मन बेकरी मामले में एक आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है. एक आरोपी पर मुकदमा चल रहा है और छह आरोपियों को भगौड़ा घोषित किया गया है।
इसके अलावा इस ओर भी ध्यान दिलाना आवश्यक है कि कुछ मामलों में दोबारा जांच/आगे जांच चल रही है। इस वर्ग में निम्नलिखित मामले हैं:-
(i) 08.09.2006- महाराष्ट्र के मालेगांव में बम विस्फोट
(ii) 18.02.2007- हरियाणा में समझौता एक्सप्रेस में हुआ बम विस्फोट
(iii) 18.05.2007- आंध्र प्रदेश के मक्का मस्जिद में बम विस्फोट
(iv) 11.10.2007- राजस्थान के अजमेर शरीफ दरगाह में हुआ बम विस्फोट
(v) 29.09.2008- महाराष्ट्र के मालेगांव में बम विस्फोट
(vi) 29.09.2008- गुजरात के मोदास्सा में बम विस्फोट
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने नबकुमार सरकार उर्फ स्वामी असीमानंद, लोकेश शर्मा, देवेन्द्र गुप्ता और कुछ अन्यों को गिरफ्तार किया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने हाल ही में कमल चौहान की गिरफ्तारी की है और उपर्युक्त मामले को सुलझाने के लिए इस सिलसिले में और भी गिरफ्तारियों की संभावना है ।
उपर्युक्त तथ्य इस बात को स्पष्ट करते हैं कि सरकार और जांच एजेंसियां आतंकवाद के प्रत्येक मामले को सुलझाने और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए पूरी तरह प्रयासरत है।" {पत्र सूचना कार्यालय} 16-फरवरी-2012 18:35 IST
गृह मंत्रालय ने पिछले आठ वर्षों में जांच एजेंसियों द्वारा सुलझाए गए बड़े आतंकवादी घटनाओं की संख्या के संदर्भ में निम्नलिखित बयान जारी किया है:-
"सरकार का ध्यान एक राजनैतिक पार्टी के प्रवक्ता के उस बयान की ओर आकृष्ट किया गया है जिसमें यह बात कही गई थी कि पिछले आठ वर्षों में जांच एजेंसियों ने आतंकी घटना के किसी भी मामले को हल नहीं किया है
मई 2000 से हमने बड़ी आतंकवादी घटनाओं की सूची तैयार की है। जिस आतंकी घटना में कम से कम कुछ लोग घायल हुए हो उन्हें बड़ी आतंकवादी घटना के रुप में परिभाषित किया जाता है।
मई 2000 से 46 बड़ी आतंकवादी घटनाएं हुई हैं। इनमें से सात को छोड़कर सभी मामलों को सुलझा लिया गया है। नौ मामलों में सजा दी जा चुकी है। बाकी बचे 30 मामलों में से 29 में आरोप-पत्र दाखिल किए जा चुके हैं और 19 मामलों में मुकदमा शुरु किया जा चुका है। दो मामलों में रिहाई दी गई और अपील को वरीयता दी गई।"
7 अनसुलझे मामलों में से चार हल होने के करीब है।
हाल ही में पकड़े गए एक आईएम मॉड्यूल से यह जानकारी प्राप्त हुई है कि यह मॉड्यूल निम्नलिखित घटनाओं के लिए जिम्मेदार था:
(i) 13.2.2010- पुणे के जर्मन बेकरी में बम विस्फोट
(ii) 17.4.2010- बैंग्लुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के निकट बम विस्फोट
(iii) 19.9.2010- दिल्ली में जामा मस्जिद के निकट गोली बारी और विस्फोट
(iv) 13.7.2011- मुम्बई में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोट
जर्मन बेकरी मामले में एक आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है. एक आरोपी पर मुकदमा चल रहा है और छह आरोपियों को भगौड़ा घोषित किया गया है।
इसके अलावा इस ओर भी ध्यान दिलाना आवश्यक है कि कुछ मामलों में दोबारा जांच/आगे जांच चल रही है। इस वर्ग में निम्नलिखित मामले हैं:-
(i) 08.09.2006- महाराष्ट्र के मालेगांव में बम विस्फोट
(ii) 18.02.2007- हरियाणा में समझौता एक्सप्रेस में हुआ बम विस्फोट
(iii) 18.05.2007- आंध्र प्रदेश के मक्का मस्जिद में बम विस्फोट
(iv) 11.10.2007- राजस्थान के अजमेर शरीफ दरगाह में हुआ बम विस्फोट
(v) 29.09.2008- महाराष्ट्र के मालेगांव में बम विस्फोट
(vi) 29.09.2008- गुजरात के मोदास्सा में बम विस्फोट
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने नबकुमार सरकार उर्फ स्वामी असीमानंद, लोकेश शर्मा, देवेन्द्र गुप्ता और कुछ अन्यों को गिरफ्तार किया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने हाल ही में कमल चौहान की गिरफ्तारी की है और उपर्युक्त मामले को सुलझाने के लिए इस सिलसिले में और भी गिरफ्तारियों की संभावना है ।
उपर्युक्त तथ्य इस बात को स्पष्ट करते हैं कि सरकार और जांच एजेंसियां आतंकवाद के प्रत्येक मामले को सुलझाने और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए पूरी तरह प्रयासरत है।" {पत्र सूचना कार्यालय} 16-फरवरी-2012 18:35 IST
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