रेड रिबन एक्सप्रेस के तृतीय चरण को किया जायेगा रवाना
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद 12 जनवरी, 2012 को राष्ट्रीय युवा दिवस के मूल विषय पर बल देते हुए राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के रेड रिबन एक्सप्रेस तृतीय चरण को रवाना करेंगे। इस बार रेड रिबन योजना में युवा पर विशेष बल दिया गया है। विशेष रूप से तैयार की गयी इस रेड रिबन एक्सप्रेस को 12 जनवरी, 2012 को हरी झंडी दिखाकर यहां से रवाना किया जाएगा और साल की लंबी यात्रा के दौरान यह 23 राज्यों से गुजरेगी। यह रेलगाड़ी 162 स्टेशनों पर रुकेगी। इसमें एचआईवी एवं एड्स से जुड़े मुद्दों पर तीन प्रदर्शनी बोगियां तथा राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन पर एक प्रदर्शन बोगी होगी। चौथी बोगी में टीबी, मलेरिया, जनन एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं, सामान्य स्वास्थ्य एवं स्वच्छता आदि पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इस एक्सप्रेस में परामर्श देने के लिए एक अन्य डिब्बा होगा तथा एक और डिब्बा पंचायती राज संस्थाओं, स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों, स्वास्थ्यकर्मियों आदि के प्रशिक्षण के लिए होगा।
रेड रिबन एक्सप्रेस सबसे पहले 2007 में विश्व एड्स दिवस पर शुरु की गयी थी। इस अभिनव पहल की दुनिया भर में सराहना हुई दूसरे चरण में, 2009 में रेड रिबन एक्सप्रेस ने 27,000 किलोमीटर की दूरी तय की थी और 80 लाख लोगों तक पहुंची थी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद 12 जनवरी, 2012 को राष्ट्रीय युवा दिवस के मूल विषय पर बल देते हुए राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के रेड रिबन एक्सप्रेस तृतीय चरण को रवाना करेंगे। इस बार रेड रिबन योजना में युवा पर विशेष बल दिया गया है। विशेष रूप से तैयार की गयी इस रेड रिबन एक्सप्रेस को 12 जनवरी, 2012 को हरी झंडी दिखाकर यहां से रवाना किया जाएगा और साल की लंबी यात्रा के दौरान यह 23 राज्यों से गुजरेगी। यह रेलगाड़ी 162 स्टेशनों पर रुकेगी। इसमें एचआईवी एवं एड्स से जुड़े मुद्दों पर तीन प्रदर्शनी बोगियां तथा राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन पर एक प्रदर्शन बोगी होगी। चौथी बोगी में टीबी, मलेरिया, जनन एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं, सामान्य स्वास्थ्य एवं स्वच्छता आदि पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इस एक्सप्रेस में परामर्श देने के लिए एक अन्य डिब्बा होगा तथा एक और डिब्बा पंचायती राज संस्थाओं, स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों, स्वास्थ्यकर्मियों आदि के प्रशिक्षण के लिए होगा।
रेड रिबन एक्सप्रेस सबसे पहले 2007 में विश्व एड्स दिवस पर शुरु की गयी थी। इस अभिनव पहल की दुनिया भर में सराहना हुई दूसरे चरण में, 2009 में रेड रिबन एक्सप्रेस ने 27,000 किलोमीटर की दूरी तय की थी और 80 लाख लोगों तक पहुंची थी।
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