29 अक्टूबर को पंजाब में 3 घंटे रेल रोको आन्दोलन
अमृतसर 14 अक्टूबर:(गजिंदर सिंह किंग):
अमृतसर में आज देश की सरहद पर दिल्ली लाहौर मार्ग पर किसान संघर्ष कमेटी द्वारा आपनी मांगो को लेकर राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर दो घंटे का जाम कर बढ़ती महंगाई में किसानी का धंधा नुक्सान दायक सिद्ध होने के विरुद्ध में धरना प्रदर्शन किया गया.
देश में बढ़ती महंगाई का असर अब इस देश के अन्नदाता किसानो पर भी पड़ रहा है, वहीँ देश के लोगों का पेटभरने वाले किसान भी अब इस महंगाई की मार के नीचे आ गए है, वहीँ आज पंजाब संघर्ष कमेटी द्वारा आज सरहद पर अमृतसर लाहौर मार्ग पर धरना प्रदर्शन कर किसानो ने टोल प्लाज़ा के सामने दो घंटे तक सड़क जाम कर देश की केंद्र सरकार और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी कर यह ही नहीं आर्मी की गाड़ियों को भी रोका गया, यहाँ तक क़ि दिल्ली-लाहौर से आ रही बस भी इस धरने के कारण एक घंटा देरी से वाघा सीमा पर पहुच सकी, वहीँ इस मौके परपंजाब संघर्ष कमेटी के प्रधान सतनाम सिंह पन्नू ने आपने प्रदर्शन बारे जानकारी देते हुए बताया, क़ि आज यह प्रदर्शन सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ है, क्योंक़ि यह आज उन की मज़बूरी है, क़ि वह आज यह प्रदर्शन कररहे है, उन्होंने बताया, क़ि जो खाद की कीमतें एक साल में ढाई गुना बढ़ गई है, खों क़ि सरकार ने खाद कम्पनीयों का निजीकरण कर दिया गया है.
यही कारण है कि उन की लागत बहुत बढ़ गयी है, जिस कारण आज उन के लिए काफीमुश्किल हो गयी है, साथ ही जो धान के एम.एस.पी. जो कि महज 20 पैसे किलो बढ़ाया है, उस को 300 रूपए प्रति किलो करना चाहिए, साथ ही उन का कहना है, क़ि जो पार्लियामेंट में सवामिनाथान कमेटी की रिपोर्ट जो 2006 से बाकी पडीहै, उस को लागू किया जाना चाहिए, उन्होंने बताया, क़ि जो गोबिंदपुर में किसानो की जगह पर कब्ज़ा किया जा रहा है,वह गलत है और जो पार्लियामेंट में जो ज़मीन आदि गृहन का क़ानून पास हुआ है, उस के आधार पर ज़मीन लेनी चाहिए.
पंजाब संघर्ष कमेटी के प्रधान सतनाम सिंह पन्नू ने अपनी मांगो के बारे कहा, क़ि अगर सरकार ने उन कीमांगे न मानी तो वह 17 किसान जत्थेबंदियाँ 29 अक्टूबर को पंजाब में 3 घंटे रेल रोको आन्दोलन करेंगे औरफिर भी उन की मांग न मानी गयी, तो वह २२ नवम्बर से पूरे पंजाब में पक्का धरना लगायेंगे, फिलहाल इसकिसानो के आक्रोश से यह बात साफ़ साबित होती है, क़ि महंगाई की मार से अब किसान भी अछूते नहीं रहे है,जिस के चलते वह आज सड़कों पर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हो गए है
फिलहाल अब देखना होगा, क़ि सरकार इन की मांगो को कितनी जल्दी मानती है, जिस से की देश का पेटभरने वाला यह किसान खेती में काम कर सके
1 comment:
महंगाई ने तो हर वर्ग को दुखी कर दिया है|
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