काना ढेसीयाँ के समर्थको और सत्कार कमेटी के लोगों में टला टकराव
अमृतसर: (गजिंदर सिंह) पंजाब के जिला जालंधर में पड़ने वाले कस्बे गोराया के काना ढेसीयाँ डेरे में श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी की हजूरी में करवाए गए एक समागम के दौरान, सिख कौम के प्रसिद्ध रागी सरदार जसबीर सिंह पौंटा साहिब वालों के सामने, वहां पर मौजूद संगतों द्वारा गिद्धा और भांगड़ा डाले जाने के मामले में आज श्री अकाल तखत साहिब पर हुई पांच सिंह साहिबानो की मीटिंग में काना ढेसीयाँ डेरे के सेवादार गुरमेज सिंह द्वारा अपनी गलती मान लिए जाने पर, इस गलती के चलते उन्हें धार्मिक सजा सुनाई गयी और उधर इस मामले में भाई जसबीर सिंह पोंटा साहिब के खिलाफ भी कारवाई करते हुए धार्मिक तनखाह लगायी गयी है, इस मामले को लेकर काना ढेसीयाँ के समर्थको और सत्कार कमेटी के लोगों में तू-तू मैं-मैं हो गयी और रोष स्वरूप सत्कार कमेटी के लोगों द्वारा सच्चखंड परिसर में तलवारे खींच ली गयी
पंजाब के जिला जालंधर में पड़ने वाले कस्बे गोराया के काना ढेसीयाँ डेरे में श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी की हजूरी में करवाए गए एक समागम के दौरान, सिख कौम के प्रसिद्ध रागी सरदार जसबीर सिंह पौंटा साहिब वालों के सामने, वहां पर मौजूद संगतों द्वारा गिद्धा और भांगड़ा डाला गया जैसे किसी जगराते में होता है, इससे श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी में श्रद्धा-भावना रखने वाले और गुरु का आदर-सत्कार करने वाले लोगों के दिल और आस्था को बहुत भारी ठेस पहुंची है, सिखों के सर्वोच्च तख़्त श्री अकाल तख़्त साहिब और शरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी के अदब-सत्कार के लिए एक मर्यादा तय की गयी है और इसी के चलते श्री अकाल तखत साहिब से इस मामले में कारवाई करते हुए आज पांच सिंह साहिबानो की मीटिंग कर इस मामले काना ढेसीयाँ डेरे के सेवादार गुरमेज सिंह द्वारा अपनी गलती मान लिए जाने पर उन्हें धार्मिक सजा सुनाई गयी है, जिसके तहत 51 जपुजी साहिब के पाठ की सेवा लगायी गयी है और उधर इस मामले में भाई जसबीर सिंह पोंटा साहिब के खिलाफ भी कारवाई करते हुए उन्हें धार्मिक तनखाह लगायी गयी है.
उधर इस मामले को लेकर धार्मिक सजा सुनाये जाने के बाद जब काना ढेसीयाँ के सेवादार अपने समर्थको के साथ बाहर आये तो उनके समर्थको द्वारा जोश में आकर श्री अकाल तख्त साहिब के परिसर में जय-कारो के नारे लगा दिए गए इस मामले को लेकर काना ढेसीयाँ के समर्थको और सत्कार कमेटी के लोगों में तू-तू मैं-मैं हो गयी और रोष स्वरूप सत्कार कमेटी के लोगों द्वारा सच्चखंड परिसर में तलवारे खींच ली गयी और आमने-सामने हो गए, इस मामले में बात करते हुए सत्कार कमेटी के लोगों ने कहा, कि तनखाहीया घोषित करने के बाद जय-कारो के नारे लगाने गलत हैं और इस मामले में सिंह साहिब को सख्त एक्शन लेना चाहिए और वह इस मामले सिंह साहिब से भी मिलेंगे, उधर इस मामले में काना-ढेसीयाँ के समर्थको ने कहा, कि अगर गुरु के नाम का जय-कारा लगाना गलत है, तो इसे सिंह साहिबानो द्वारा मना कर दिया जाना चाहिए
इस मामले में जब सिंह साहिब से बात की गयी तो उन्होंने कहा, कि वह इस मामले की जाँच-पड़ताल करेंगे और इस मामले में सत्कार कमेटी के लोगों को बुला कर समझायेंगे, उन्होंने माना, कि सच्चखंड श्री हरि मंदिर साहिब के परिसर में तलवारे निकले जाना गलत है.
###
जत्थेदार बलवंत सिंह नंदगढ़ को हरियाणा में कोर्ट द्वारा जारी किये गए नॉन-बेलेबल वारंट के बारे में आज जब उनसे बात की गयी, तो उन्होंने इस मामले में मीडिया को जवाब देते हुए कहा, कि आज तक सिरसे डेरे वाले साध के खिलाफ कोई कारवाई नहीं की जाती और उन्हें सच बोलने की सजा दी जा रही है, उन्होंने कहा, कि अगर सच कहने वाले पर केस दर्ज किये जाते हैं, तो यही सही है, उन्होंने कहा, कि डेरे वाला साध हथियारों की सिखलाई दे रहा है और उसके खिलाफ सरकार कोई भी करवाई नहीं कर रही, उन्होने कहा, कि सिख कौम के साथ ऐसा किया जा रहा है, उन्होंने कहा, कि वह इस मामले में कोर्ट में नहीं जायेंगे
उधर इस मामले में बात करते हुए जत्थेदार श्री अकाल तखत साहिब ने कहा, कि जत्थेदार श्री दमदमा साहिब पर जो मामला 2007 में हुआ था और आज तक उन्हें इस बारे में कुछ पता ही नहीं है और न ही उन्हें कोई सम्मन आया है, उन्होंने कहा, कि जत्थेदार कोर्ट नहीं जायेंगे चाहे कुछ भी हो जाये.
###
जत्थेदार नंदगढ़ ने किया कोर्ट के आदेशो को मानने से इनकार
अमृतसर- (गजिंदर सिंह) हरियाणा की अदालत द्वारा जत्थेदार बलवंत सिंह नंदगढ़ के खिलाफ नॉन-बेलेबल वारंट जारी किये जाने का मामला तूल पकड़ने लगा है और इस मामले में आज जहाँ जत्थेदार बलवंत सिंह नंदगढ़ ने इस हुक्म को मानने से इनकार कर दिया, वहीँ जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब ने भी सीधे लफ्जो में इनकार करते हुए कहा, कि जत्थेदार अदालत में नहीं जायेंगे चाहे कुछ भी हो जायेजत्थेदार बलवंत सिंह नंदगढ़ को हरियाणा में कोर्ट द्वारा जारी किये गए नॉन-बेलेबल वारंट के बारे में आज जब उनसे बात की गयी, तो उन्होंने इस मामले में मीडिया को जवाब देते हुए कहा, कि आज तक सिरसे डेरे वाले साध के खिलाफ कोई कारवाई नहीं की जाती और उन्हें सच बोलने की सजा दी जा रही है, उन्होंने कहा, कि अगर सच कहने वाले पर केस दर्ज किये जाते हैं, तो यही सही है, उन्होंने कहा, कि डेरे वाला साध हथियारों की सिखलाई दे रहा है और उसके खिलाफ सरकार कोई भी करवाई नहीं कर रही, उन्होने कहा, कि सिख कौम के साथ ऐसा किया जा रहा है, उन्होंने कहा, कि वह इस मामले में कोर्ट में नहीं जायेंगे
उधर इस मामले में बात करते हुए जत्थेदार श्री अकाल तखत साहिब ने कहा, कि जत्थेदार श्री दमदमा साहिब पर जो मामला 2007 में हुआ था और आज तक उन्हें इस बारे में कुछ पता ही नहीं है और न ही उन्हें कोई सम्मन आया है, उन्होंने कहा, कि जत्थेदार कोर्ट नहीं जायेंगे चाहे कुछ भी हो जाये.
No comments:
Post a Comment