अपने दम खम पर राजनीती करने वाले बाल ठाकरे ने एक बार फिर कुछ खरी खरी कही हैं मुम्बई पर हमेशां अपना दबदबा बनाये रखने वाले बल ठाकरे ने कहा है कि राजनीति में कोई किसी का करीबी नहीं होता। महाराष्ट्र में गत दो दशकों से भाजपा के साथ गठबंधन के बावजूद शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे का कहना है हर कोई राजीनीतिक दल अपने फायदे-नुकसान का आकलन करके गठजोड की रणनीति बनाता है। आप किसी के पास करीब भी होते है लेकिन साथ ही और किसी के लिए दरवाजा भी बंद करते है। एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में ठाकरे ने कहा कि जब 20 साल आडवाणी और वाजपेयी थे तब बात कुछ और ही थी। उन्होंने कहा कि वह वक्त ही कुछ और था। जब उनसे विचारधारा के मुद्दे पर पूछा गया तो उन्होंने साफ कह्य कि राज्नीते में कोई विचारधारा नहीं होती। खरी खरी कहने के अंदाज़ को जारी रखते हुए उन्होंने अन्ना हजारे के अभियान के अभ्याँ को भी अपनी आलोचना का निशाना बनाया अन्ना हजारे के अभियान की आलोचना करते हुए बाल ठाकरे ने कहा कि वह एक राजनीतिक कार्टूनिस्ट हैं औरइस मामले के पीछे छिपे राजनीतिक विचार को बहुत अच्छी तरह समझते हैं। देश में जिस तरह का लोक तन्त्र है उस पर अपना निशाना साधते हुए उन्होंने कहा आप लोकतंत्र के चार अन्य स्तंभों के ऊपर खड़े होना चाहते हैं। आपका लोकतंत्र, मेरा लोकतंत्र नहीं है। मैं लोकतंत्र में विश्वास नहीं करता। मैं शिव शाही अर्थात शिवाजी के शासन सिस्टम में विश्वास रखता हूं, लोकशाही में नहीं। देखते हैं ठाकरे इस शिवा शाही को लागो करने और कराने के लिये क्या करते हैं?
इसी बीच सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि अगर 16 अगस्त तक लोकपाल बिल पारित नहीं किया जाता है तो मैं दोबारा जंतर-मंतर पर जाकर आमरण अनशन करूंगा। वह शनिवार को बंगलूरू में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। यहां एक सार्वजनिक बैठक में उन्होंने प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह को एक अच्छा इंसान बताया, लेकिन साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का नाम लिए बिना कहा कि असली समस्या तो रिमोट कंट्रोल में है। अन्ना हजारे ने साफ़ शब्दों में कहा कि मनमोहन सिंह बुरे व्यक्ति नहीं हैं, लेकिन जो भी समस्याएं आती हैं वह सिर्फ रिमोट कंट्रोल की वजह से आती हैं। अब देखना है कि अन्ना इस रिमोट कंट्रोल से निपटने के लिए क्या करते हैं ? अगर आप कि नजर में इस सारे मामले ला कोई और फ्लू हो या फिर कोई नयी बात तो अवश्य ख डालिए और वह भी जल्द से जल्द. आपके विचारों की इंतज़ार बनी हुयी है.
1 comment:
समाचार से अवगत हुआ।
Post a Comment