Wednesday, May 18, 2011

किसने रची देश और सुरक्षा एजंसियों को बदनाम करने की साज़िश?

देश में एक महत्वपूर्ण और सम्वेदनशील राज्य के मुख्यमंत्री का हैलीकाप्टर गायब हो जाता है और हमें कुछ पता ही नहीं चलता. इस के बावजूद यहाँ बातें उठती हैं की हम भी अमेरिका जैसी कारवाई करेंगे. एक तरफ अनाज सड़ता है दूसरी तरफ लोग भूख से मरते रहते हैं लेकिन सुप्रीम कोर्ट की फटकार सुन कर भी यहाँ श्रम आने जैसी कोई बात नजर ही नहीं आती. अपराधी थानों के सामने या थानों मेंआ कर अपने विरोधी को निशाना बना जाते हैं लेकिन यहाँ न किसी के दिल को दर्द होता है और न ही दिमाग में कोई चिंता उठती है. लोगों को सरेआम गले में टायर दाल दाल कर जला दिया जाता है लेकिन २६ बरस गुजर जाने के बाद भी अपराधी सरें घुमते हैं और कहते हैं की लो कर लो जो करना है. अब इस तरह की बातों से हैरानी होनी भी बंद हो गयी है लेकिन एक खबर ने हिला कर रख दिया है. लादेन के खिलाफ  अचानक और गुपचुप हुयी अमेरिकी कारवाई से जितनी फजीहत पाकिस्तान सरकार और वहां की सुरक्षा एजंसियों  को हुयी उससे भी ज्यादा बुरी हालत लग रही है अब हमारे यहाँ.  पाकिस्तान को जिन 50 मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची सौंपी गयी है उनमें से एक मोस्ट वांटेड अपराधी यहाँ देश में ही है.. गौरतलब है कि जिसे सन 2003 में हुए बम धमाके का आरोपी बताया गया है वह वह ठाणे के ही वागले एस्टेट में रह रहा है. आपको यद् होगा कि ये धमाके मुम्बई सेंट्रल, मुलुंड और विलय परले में हुए थे. वजहल  कमर नाम के इस आरोपी ने एक टीवी चैनल को भी बताया कि वह तो यहाँ अपनी बीमार मन, पत्नी और बच्चों के साथ रह रहा है. वजहल ने मिडिया को बताया कि वह कभी पाकिस्तान नहीं गया. उसने यह भी कहा कि सन 2010 में उसे अवैध हथियार रखने के एक मामले में गिरफ्तार अवश्य किया गया था लेकिन बाद में सभी मामलों में जमानत पर रिहा कर दिया गया.  अब इस खबर की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है. पूरे देश और देश कि सुरक्षा एजंसियों का नाम मिटटी में मिलाने की साज़िश से भी इंकार नहीं किया जा सकता पर सारी हकीकत किसी व्यापक जाँच के बाद ही सामने अ पायेगी. आयो देखते हैं की यह जांच कब तक पूरी होती है. --रेक्टर कथूरिया  

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