उड़िया और अंग्रेजी में नाम कमाने के बाद अब डाक्टर सरोजिनी साहू हिंदी पाठकों के दिल-ओ-दिमाग पर भी लगातार छाती जा रही है.ज़िन्दगी के दर्द, ज़िन्दगी की मजबूरियां, ज़िन्दगी के सपने और उन पर गरीबी का कफ़न...इन सब की चर्चा बेबाकी और सादगी से करने वाली डाक्टर सरोजिनी साहू के उपन्यास पक्षी-वास का जादू अभी चढ़ ही रहा था कि अब उनकी एक नयी किताब आई है रेप तथा अन्य कहानियां.उनकी इस पुस्तक को भी हिंदी के रंग में रंगा है जानेमाने अनुवादक दिनेश कुमार माली ने जो खुद भी ओडीसा की संस्कृति और उड़िया भाषा से भलिभांत अवगत हैं. माली जब अनुवाद करते हैं तो लगता है कि रचना की रूह में उतर कर करते हैं जिसका परिणाम होता है रचना भाषा का नया लबादा ओड़ कर भी अपने मूल सार और सुन्दरता को पहले की तरह ही सहेजे रहती है. डाक्टर सरोजिनी साहू की इस नयी पुस्तक का बेहद सुंदर प्रकाशन किया है राजधानी दिल्ली से हिंदी जगत के जाने माने प्रकाशक राज पाल एंड सन्ज ने.इसके पेपर बैक एडीशन की कीमत है 175/- रूपये.इससे पूर्व पक्षी-वास भी हिंदी पाठकों में बहित लोकप्रिय हुआ है. उनकी पुस्तक के अंश जल्द ही आपके सामने रखे जायेंगे. --रेक्टर कथूरिया Saturday, January 22, 2011
डाक्टर सरोजिनी साहू की नयी किताब
उड़िया और अंग्रेजी में नाम कमाने के बाद अब डाक्टर सरोजिनी साहू हिंदी पाठकों के दिल-ओ-दिमाग पर भी लगातार छाती जा रही है.ज़िन्दगी के दर्द, ज़िन्दगी की मजबूरियां, ज़िन्दगी के सपने और उन पर गरीबी का कफ़न...इन सब की चर्चा बेबाकी और सादगी से करने वाली डाक्टर सरोजिनी साहू के उपन्यास पक्षी-वास का जादू अभी चढ़ ही रहा था कि अब उनकी एक नयी किताब आई है रेप तथा अन्य कहानियां.उनकी इस पुस्तक को भी हिंदी के रंग में रंगा है जानेमाने अनुवादक दिनेश कुमार माली ने जो खुद भी ओडीसा की संस्कृति और उड़िया भाषा से भलिभांत अवगत हैं. माली जब अनुवाद करते हैं तो लगता है कि रचना की रूह में उतर कर करते हैं जिसका परिणाम होता है रचना भाषा का नया लबादा ओड़ कर भी अपने मूल सार और सुन्दरता को पहले की तरह ही सहेजे रहती है. डाक्टर सरोजिनी साहू की इस नयी पुस्तक का बेहद सुंदर प्रकाशन किया है राजधानी दिल्ली से हिंदी जगत के जाने माने प्रकाशक राज पाल एंड सन्ज ने.इसके पेपर बैक एडीशन की कीमत है 175/- रूपये.इससे पूर्व पक्षी-वास भी हिंदी पाठकों में बहित लोकप्रिय हुआ है. उनकी पुस्तक के अंश जल्द ही आपके सामने रखे जायेंगे. --रेक्टर कथूरिया
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment