हिंदी में नए नए ब्लॉग भी तेज़ी से आ रहे हैं. एक नया ब्लॉग नज़र में आया इंदूर हिंदी समिति निज़ामाबाद,आ.प्र. जिसमें हिंदी की तरफ बहुत ही गम्भीरता से ध्यान दिया गया है. दक्षिण भारत से संचालित होने वाले इस ब्लॉग की सामग्री पर काफी मेहनत की गयी है. ज़रा देखें एक झलक:स्वाधीनता आंदोलन के तिलक तथा गांधी युगों के दौर में मद्रास को केंद्र बनाकर हिंदी प्रचार की गतिविधियाँ आरंभ होने के साथ ही दक्षिण भारत की हिंदी पत्रकारिता का उदय हुआ ।सर्वप्रथम तमिल के सुप्रसिद्ध कवि सुब्रह्मण्य भारती ने अपनी तमिल पत्रिका ‘इंडिया’ के माध्यम से तमिलभाषियों से अपील की थी कि वे राष्ट्रीयता के हित में हिंदी सीखें । इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु उन्होंने अपनी पत्रिका में हिंदी की सामग्री के प्रकाशन के लिए भी कुछ पृष्ठ सुरक्षित रखना सुनिश्चित किया था । महाकवि भारती ने अपने तमिल पत्र के माध्यम से हिंदी भाषाई प्रेम एवं हिंदी पत्रकारिता की नींव डाली थी । मद्रास (चेन्नई) से ही दक्षिण भारत के प्रथम हिंदी पत्र का प्रकाशन हुआ सन् 1921 में । इस पत्र के उदय के समय तक हिंदी प्रचार का व्यवस्थित आंदोलन भी शुरू हो चुका था और आंदोलन के कार्यकर्त्ता के रूप में उत्तर भारत से आगत श्री क्षेमानंद राहत के प्रयासों से साप्ताहिक ‘भारत तिलक’ के प्रकाशन के साथ ही दक्षिण भारत में हिंदी पत्रकारिता का उदय हुआ । इस में और भी बहुत कुछ है जिसे पढ़ने के लिए आप बस यहां क्लिक करें. यदि आपकी नज़र में भी कोई नया ब्लॉग या अच्छी खबर हो तो हमें अवश्य भेजें. --रेक्टर कथूरिया

2 comments:
सूचना के लिए धन्यवाद
sahi kah rahe hain kathuriya ji.
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