वौयस औफ़ अमेरिका ने समाचार माध्यमों से संपर्क पर निषेध लगाने की करवाई को ईरान का धमकाने का प्रयास बताया है. वौयस औफ़ अमेरिका के निदेशक डैनफ़र्थ औस्टिन ने कहा कि यह शर्म की बात है कि ईरानी अधिकारी अपनी स्वयं की जनता के विचारों और शब्दों से डरते हैं. उन्हें आशा है कि ईरान, जो विचारों की स्वतंत्र अभिव्यक्ति के अधिकार में विश्वास रखता है, वीओए के साथ विचारों का आदान प्रदान जारी रखेगा जिससे ईरानी जनता और संपूर्ण विश्व के अन्य लोग ईरान में “घटनाओं को दमनकारी मोड़” लेते देख सकें. गौरतलब है कि ईरानी समाचार माध्यमों ने देश के विदेशी मामलों के गुप्तचर विभाग के उप मंत्री के हवाले से कहा कि चुनावों के बाद हुई हिंसा भड़काने में प्रतिबंधित दलों की भूमिका थी.
इसके अलावा ईरान के एक क़ानूनी विशेषज्ञ मोहम्मद सायफ़ज़ादेह ने भी कहा कि ईरान के संविधान में विदेशी प्रसारकों के साथ लोगों को बात करने से रोकने का कोई आधार नहीं है.
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