Sunday, December 15, 2024

फिर लौटना होगा योग साधना और मैडिटेशन की शरण में!

 From Dr. Meena Sharma on Saturday 14th December 2024 at 12:38 Regarding Meditation

डा. मीना शर्मा की देखरेख में एक दिवसीय ध्यान शिविर 22 दिसम्बर को

 स्वस्थ और शांतिपूर्ण लाईफस्टाईल के विशेष गुर सिखाए जाएंगे 


मोहाली
:14 दिसंबर 2024: (कार्तिका कल्याणी सिंह//पंजाब स्क्रीन डेस्क)::  
दुनिया के साथ साथ हमारा जन जीवन भी बदल चुका है। हम में से ज़्यादातर लोग हमारे देश के लोगों ने भी आधुनिक फैशन के साथ साथ खानपान के तौर तरीके अपना लिए। नतीजा  है। शूगर और बीपी जैसी जो जो बिमारियां बड़ी उम्र के लोगों को भी बहुत कम सुनी जाय करती थी अब वे बिमारियां छोटे छोटे बच्चों में भी पाई जा रही हैं। तन के साथ साथ मन भी गड़बड़ा गया है। खुदकुशी का रुझान भी बढ़ रहा है। स्कूल के बच्चे आत्म हत्या तक करने लगे हैं। इसी के साथ हिंसक प्रवृतियां  रही हैं। बच्चे अब हत्यायों तक उतारू  चुके हैं। बलात्कार की घटनाएं भी आम हो।  यह सब अपनी संस्कृति और धर्म की तरफ पीठ करने का ही परिणाम है। इससे बचना है तो फिर होगा धर्म, कर्म, योग साधना और मैडिटेशन की ओर। 

इस बात को गहरे से समझ लिया जाना चाहिए कि तंत्र मंत्र और ज्योतिष को लेकर जो जो बातें और कहानियां हमें सुनने में मिलती रहती हैं वे आधारहीन भी नहीं होती हैं। उनके गहरे मकसद भी हैं और उनमें गहरे संदेश भी छिपे होते हैं। तन मन और जीवन को सारी उम्र स्वस्थ रखने की एक प्रक्रिया है उनमें। उनके जीवन के गहरे अर्थ भी होते हैं। समझ आ जाएं तो कदम कदम पर सफलता पांव चूमती है। 

जो लोग इस तरफ पीठ कर चुके हैं उनकी दिक्क्तें भी बहुत ज़्यादा बढ़ चुकी हैं। हमारी ज़िन्दगी के कष्ट हमारी गलतियों के कारण भी आते हैं। किसी भगवान का कोई कसूर नहीं होता।  गलतियों को दोहराते रहना हमारे ग्रहों को भी हमरे विपरीत खड़ा कर देता है। इस पर सोचना भी होगा और अतीत से शिक्षा लेते हुए हमें अपनी हो धरोहर के पास लौटना भी होगा। यह सब एक निश्चित विधि  लेकिन हम अपना पहला पोआव किस  उठाएं इसकी स्वतंत्रता भी हमें होती है। 

दुनिया में एक ऐसा वर्ग तकदीर को नहीं तदबीर को ही अंतिम सत्य  मानता है वह भी कई बार निराश हो जाता है। बहुत बार ऐसा भी साबित हुआ है कि तदबीर, कोशिश और स्ट्रगल भी कई बार तकदीर की लकीरों का ही हिस्सा होते हैं। इस दुविधापूर्ण माहौल के बावजूद कुछ ऐसे विशेषज्ञ सामने आए हैं जो इस दिशा में मिल रही चुनौतियों को स्वीकार करते हुए इसका पूरा मर्म सामने रखते हैं। वे ज्योतिष  ज्ञान के आधार पर ही जीवन की एक एक बात को खोल कर सामने रख देते हैं कि देख सुन कर हैरानी भी होती है। लेकिन यह हकीकत है कि ऐसा कुछ बहुत बार सामने आ चुका है जो हैरान कर देता है।  

अब तो ज्योतिष विद्या की शिक्षा बाकयदा कालेजों और विश्वविद्यालयों में दाखिल हो चुकी है। इस विषय पर बाकायदा सेमिनार होते हैं। बहुत से आयोजन भी होते हैं। जानेमाने मीडिया मंचों पर बाकायदा चर्चा भी होती है। इस तरह के आयोजन तकरीबन हर शहर में बढ़ रहे हैं। 

ज्योतिष के साथ साथ ध्यान की विधियां और इनकी ट्रेनिंग भी बढ़ रही है। जिन लोगों पर अब नींद की गोलियां भी बेअसर हो रही हैं  वे अब ध्यान की शरण में ही आ रहे हैं। जो लोग तरह तरह के नशे करके थक चुके हैं वे भी अब धर्म और मेडिटेशन में ही शांति की तलाश कर रहे हैं और उनकी तलाश खाली भी नहीं जाती। ओशो के कैंप, आर्ट ऑफ़ लिविंग, विपस्सना या  विपश्यना के शिविर और आनंदमार्ग जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठन इस दिशा में बहुत कुछ कर रहे हैं। 

इस संबंध में इस क्षेत्र की विशेषज्ञ डाक्टर मीना शर्मा ने कहा की वह मानवता को बचने के लिए इस संबंध में पहले ही बहुत से प्रयास कर चुकी हैं। उन्होंने ने कहा कि इसी सिलसिले में इसी तरह का एक और विशेष शिविर मोहाली में भी लग रहा है रविवार 22 दिसंबर 2024 को। आज के तनावपूर्ण हालात में यही लाईफ स्टाईल बचा है जो लोगों को शांतिपूर्ण जीवन जीने का सुरक्षित रास्ता बता रहा है। 

जीवन को संतुलित और शांति से परिपूर्ण बनाने का अब यही एक सशक्त माध्यम है। आज के तनावपूर्ण जीवन में, मानसिक शांति और आत्मिक संतुलन की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, यह एक दिवसीय ध्यान शिविर आयोजित किया जा रहा है।

इस शिविर का स्थान होगा-श्री वेंकटेश मन्दिर, बांके बिहारी धाम, TDI , सेक्टर 74A, मोहाली। इस शिविर की तारीख रहेगी-22 दिसंबर 2024 और समय होगा सुबह 10 से बाद दोपहर 2 बजे तक। 

इस शिविर में प्रमुख गतिविधियाँ इस प्रकार रहेंगी:

* ध्यान सत्र (Meditation Session) में मैडिटेशन के गुर सिखाए जाएंगे। यह सेशन इस मकसद के लिए आपका आधार तैयार करेगा। आपकी मज़बूत नींव बनाएगा। 

* श्वसन तकनीक (Breathing Techniques) बहुत महत्वपूर्ण जानकारी देगी। तन मन के बहुत से रोग तो इस श्वसन तकनीक से दूर होने लगते हैं। सांस लेने का सही तरीका आ जाए तो समझो ज़िन्दगी में क्रांति की शुरुआत शुरू हो जाती है। 

* माइंडफुलनेस अभ्यास (Mindfulness Practice) भी बहुते गहरे तक असर दिखाता है। ज़िन्दगी को माइंड नियंत्रित करता है लेकिन माइंड को कैसे नियंत्रित किया जाना है इस की सिखलाई डा. मीना शर्मा देती हैं अपने कैंपों में। 

शिविर में जाने के इच्छुक रजिस्ट्रेशन और अधिक जानकारी के लिए संपर्क कर सकते हैं डाक्टर मीना शर्मा से उनके मोबाईल नंबर  +91 96460-05543

अभी भी वक़्त है लौट आइए मैडिटेशन की शरण में, योगसाधना की शरण में। आरंभ करते ही मिलेगी राहत। महंगी दवाओं से भी छुटकारा मिलेगा और तन मन के दर्द  से भी। 

कैंप के आयोजक हैं: Acupoint Wellness Centre, Gobind Enclave Greens Sector 117, Mohali

इसमें कुछ इनपुट हमारे सहयोगी प्रकाशन आराधना टाईम्ज़ में से लिया गया है। 

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