Sunday, August 04, 2024

पहले कार तोड़ी ,डंडो से पीटा फिर उल्टा पुलिस से भी प्रताड़ित करवाया

 Saturday 3rd August 2024 at 19:28 

कादियां सरपंच ने मीडिया के सामने रखा अपना सारा पक्ष 

लुधियाना3 अगस्त 2024: (गुरदेव सिंह//पंजाब स्क्रीन डेस्क)::

दलित वर्ग के विकास और इंसाफ के लिए बहुत बार बहुत से दावे किए जाते हैं लेकिन वास्तविक्ता आज भी कितनी भयानक है इसका पता इस रिपोर्ट से लगता है। हकाकेट में एक सरपंच भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा। 

पूरी कहानी सुन कर आपके रौंगटे खड़े हो जाएंगे। कादियाँ का कर्मचंद सरपंच होने के वावजूद आज इन्साफ के लिए गुहार लगा रहा है ओर पीड़ित पक्ष का आरोप है कि थाना लाडोवाल की पुलिस इंसाफ की बजाए उल्टा उन्ही पर समझौते के लिए दवाब बना रही है।

पीड़ित पक्ष ने सारा मामला मीडिया के सामने भी रखा। प्रेस वार्ता में पीड़ित पक्ष सरपंच कर्मचंद ने बताया कि वह गांव कादिया का सरपंच है। इस जघन्य घटना के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि 8 जुलाई को  गुरतेज सिंह  द्वारा उनकी कार के शीशे  तोड़े गये ओर जब इसके बारे पता लगाया तो उनके परिवार के लोग जिनमे उन्होंने अपनी गलती मानते हुए कार को ठीक कराने का वादा कर समझौता कर लिया था। 

जब कुछ दिन बाद पीड़ित पक्ष ने उनसे कार ठीक कराने के मुआवजे की बात की और गुरतेज सिंह के खिलाफ एक शिकायत 13 जुलाई को थाना लाडोवाल में जा कर दी। लेकिन इस शिकायत के बावजूद दोषियों को कोई भय नहीं लगा। बहुत ही दुख की बात है कि पुलिस ने एक भी बार दोषियों को थाने नही बुलाया और उल्टा उनके बार बार थाने के चक्कर लगवाये।

सरपंच कर्मचंद ने बताया कि 27 जुलाई को दोषी यूनियन प्रधान इन्द्रवीर सिंह,साथी गुरतेज सिंह व यूनियन किसान प्रधान कि माता गुरदेव कौर ने उनके गांव में सुबह लाठियों के साथ उन पर बुरी तरह से हमला किया ओर उनकी बुरी तरह से पीटा,जातिसूचक शब्दावली का प्रयोग कर उन्हे गालिया दी ओर उल्टा दोषी इंद्रवीर सिंह ने पुलिस बुला कर उन्ही पर थाना लाडोवाल में शिकायत दर्द करा दी। 

यहां फिर पुलिस ने दोषियों का साथ दिया ओर हमें ही थाने में आठ घंटे बिठा कर मानसिक ओर शरीरिक तौर पर प्रताड़ित किया। दोषी इंद्रवीर ने सरपंच की पत्नी जसविंदर कौर से भी गाली गलौच कर उन्हें जातिसूचक गालियां निकाली व परिवार को जान से मारने की धमकियां दी। 

पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया कि उन्हे जान से मारने कि धमकियां लगातार दी जा रही है ओर थाने में अपनी शिकायत वापिस लेने को लेकर दबाव बनाया। पुलिस भी उनपर समझौते करने को लेकर दवाब बना रही है जिससे हम बुरी तरह से सदमें में है ओर मेरा परिवार डर के कारण चिंतिंत है। 

इस स्थिति में पीड़ित परिवार ने से इसकी निष्पक्ष जांच कि गुहार लगाते हुए कहा कि दोषियों पर बनती कानूनी कार्रवाई कर के उन्हे इन्साफ दिया जाये। पीड़ित पक्ष में कई सरपंच और अन्य जत्थेबंदियां आगे आई है जिनमे बलविंदर बीतता महासचिव पंजाब बीएसपी,बुट्टा  संगोवाल प्रधान,सोमनाथ बाली प्रधान सतगुरु रविदास सधर्श समाज भारत, डा बी आर अम्बेडकर भवन वेलफेयर सोसाइटी के उप प्रधान वरिंदर कुमार सोढी,नरेश बसरा,कमल जनागल,रूल्दूराम कादियां , आनंद किशोर प्रधान सतगुरु रविदास धर्म समाज पंजाब,सरपंच चरणजीत कौर कासाबाद,महिंद्र कुमार बांसल समाजसेवी,पूर्व प्रधान कासाबाद जरनैल सिंह,सरपंच सोनी धीर भटियाँ ,बलविंदर सिंह ब्लाक समिति मैमब्र,सरपंच विजय कुमार भट्टिया कॉलोनी,चमन लाल पूर्व सरपंच,ब्लाक समिति मैंबर प्रकाश पीटर., आदि शामिल हैं। 

इन सभी ने एकजुट हो कर स्पष्ट ने कहा कि अगर पुलिस ने कार्रवाई ना की तो मजबूरन हमें इन्साफ के लिए धरना प्रदर्शन करना पड़ेगा

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