Dec 29, 2019, 5:19 PM
CAA और U.P. पुलिस की गुंडागर्डी हरगिज बर्दाश्त नहीं की जाएगी
पंजाब भर से आए मुस्लिम प्रतिनिधियों के साथ प्रैस वार्ता करते शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान |
लुधियाना: 29 दिसम्बर 2019: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो)::
आज यहां ऐतिहासिक जामा मस्जिद लुधियाना में शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी की अध्यक्षता में राज्य के सभी शहरों की मस्जिदों के इमाम साहिबान, मुफ्ती साहिबान ,मुस्लिम संस्थाओं के सदस्यों, मुस्लिम बुद्धिजीवी , मुस्लिम सामाजिक व सियासी नेताओं की महत्वपूर्ण मीटिंग हुई। इस अवसर पर केंद्र सरकार की तरफ से नागरिकता कानून में किए गए संशोधन की निंदा करते हुए जहां इस काले कानून को रद्द करने कि मांग की गई, वहीं उत्तर प्रदेश, दिल्ली और कर्नाटक पुलिस की तरफ से शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे लोगों पर किए गए अत्याचार की कड़े शब्दों में निंदा की गई। बैठक में सर्वसहमती से यह प्रस्ताव पारित किया गया कि केंद्र की भाजपा सरकार की धर्म के आधार पर बांटने कि नीति और उत्तर प्रदेश पुलिस की बर्बरता के खिलाफ 3 जनवरी को पंजाब भर में काला दिवस मनाया जाएगा। इस दिन सभी लोग कली पट्टी बांध कर जुम्मा की नमाज अदा करेंगे और फिर रोष प्रदर्शन में काले झंडे लिए अपने अपने जिला अधिकारी को माननीय भारत के राष्ट्रपति महोदय के नाम ज्ञापन देंगे। शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने कहा कि काले कानून का देशव्यापी विरोध जारी रहेगा, क्योंकि भारत का संविधान धर्म निरपेक्ष है और हम किसी कीमत पर अपने देश के दस्तूर को बदलने नहीं देंगे। शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों और खास कर उत्तर प्रदेश में राज्य पुलिस ने जो गुंडागर्दी का नंगा नाच किया है उस से इंसानियत का सिर शर्म से झुक गया है व जनरल डायर जैसे ज़ालिम की रूह भी शर्मा गई होगी। योगी की पुलिस ने ना सिर्फ शांति पूर्वक प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया बल्कि अंधा धुंध गोलियां चलाईं और मुसलमानों को पाकिस्तान जाने की खुले आम धमकियां भी दी। शाही इमाम ने कहा कि हैरत कि बात है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी को पुलिस का अत्याचार नजर नहीं आया उल्टा राजनेता प्रदर्शनकारियों को उपद्रवी बता कर जुल्म करने वालों को हरी झंडी दे रहे हैं। शाही इमाम ने कहा कि नेशनल इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जमीनी हकीकत नहीं दिखा पा रहा है सरकार बार-बार प्रेस को दिशानिर्देश देकर प्रेस की आजादी पर पहरा बिठा रही है जो कि निंदनीय है। उन्होंने कहा कि कितनी शर्म की बात है कि सत्ता में बैठे लोगों को अपना बनाया गलत कानून सही सिद्ध करने के लिए रैलियां करनी पड़ती है। शाही इमाम ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं की उत्तर प्रदेश समेत उन सभी राज्य के पुलिस अफसरान के खिलाफ कानून तोडऩे और हत्या करने का मुकद्दमा दर्ज होगा, जिन्होंने बेकसूर लोगों को मारा है। वर्णयोग है कि आज जामा मस्जिद लुधियाना में हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में पंजाब भर से सैंकड़ो इमाम साहिबान के साथ-साथ पंजाब के सभी धार्मिक व सियासी संस्थाओं के नेता विशेष रूप से उपस्थित हुए।
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