Thu, Aug 22, 2019 at 3:36 PM
डीडी जैन महिला कालेज में पहुंची फ़्रांस की मिस दीप्ति चंद्र
लुधियाना: 22 अगस्त 2019: (कार्तिका सिंह//पंजाब स्क्रीन)::
समय तेज़ी से बदल रहा है और इसके साथ ही बदल रहे हैं कामकाज के तौर तरीके। अब महिला चूल्हा चौंका ही नहीं देखती घर, परिवार, देश और समाज की आर्थिक रीढ़ भी मज़बूत करती है। उसकी आमदन भी बढ़ाती है। महिला वर्ग में छुपी हुई खूबियों ने उसे व्यापारिक संस्थानों महत्वपूर्ण स्थानों तक भी पहुंचा दिया है। जो व्यापार और कारोबार पर कभी पुरुष वर्चस्व हुआ करता था लेकिन अब महिलाएं भी बराबरी पर हैं। न सिर्फ बराबरी पर बल्कि कई जगहों पर तो उनका अनुपात पुरुषों से भी अधिक है। "व्यापारिक संस्थानों में लैंगिक विविधता" पर एक विशेष चर्चा का आयोजन किया देवकी देवी जैन कालेज के महिला हरासमेंट विरोधी सेल ने। इस चर्चा में भाग लेने पहुंची फ्रांस की जानीमानी ऊधमी मिस दीप्ति चंद्र।
समय तेज़ी से बदल रहा है और इसके साथ ही बदल रहे हैं कामकाज के तौर तरीके। अब महिला चूल्हा चौंका ही नहीं देखती घर, परिवार, देश और समाज की आर्थिक रीढ़ भी मज़बूत करती है। उसकी आमदन भी बढ़ाती है। महिला वर्ग में छुपी हुई खूबियों ने उसे व्यापारिक संस्थानों महत्वपूर्ण स्थानों तक भी पहुंचा दिया है। जो व्यापार और कारोबार पर कभी पुरुष वर्चस्व हुआ करता था लेकिन अब महिलाएं भी बराबरी पर हैं। न सिर्फ बराबरी पर बल्कि कई जगहों पर तो उनका अनुपात पुरुषों से भी अधिक है। "व्यापारिक संस्थानों में लैंगिक विविधता" पर एक विशेष चर्चा का आयोजन किया देवकी देवी जैन कालेज के महिला हरासमेंट विरोधी सेल ने। इस चर्चा में भाग लेने पहुंची फ्रांस की जानीमानी ऊधमी मिस दीप्ति चंद्र।
मिस दीप्ति चंद्र फ्रांस के एक अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संगठन ई-एम एम ए की अध्यक्ष हैं। उनका मुख्यालय पैरिस में है। डी डी जैन महिला कालेज में आना हम सभी लुधियाना वालों के लिए एक गौरव की बात रहा। गौरतलब है कि विश्व के विभिन्न देशों में इस संस्थान की 17 शाखाएं हैं।
मुख्य वक्ता दीप्ति चंद्र ने अपने वक्तव्य में तक्नोलोजी के क्षेत्र में महिलाओं की स्थिति पर विशेष तौर पर चर्चा की। उन्होंने सुझाव भी दिए कि तक्नोलोजी के क्षेत्र में इस विविधता को कैसे बढ़ाया जा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह भागीदारी और विविधता जितनी अधिक बढ़ेगी कारोबार उतना ही तेज़ी से और बढ़ेगा। उल्लेखनीय है कि बहुत से रिसर्च अध्ययनों में यह बात कई बार सामने आ चुकी है। इस से प्रॉफिट भी बढ़ता है और उत्पादन भी।
कालेज की प्रिंसिपल डाक्टर सरिता बहल ने इस बात पर बल दिया कि इस तरह के लेक्चरों और चर्चा से कालेज की छात्राओं को अपनी ज़िंदगी में ऊंचे निशाने निश्चित करने का उत्साह भी मिलेगा और मार्गदर्शन भी जिसके परिणामस्वरूप तकनोलॉजी के क्षेत्र में नए कीर्तिमान भी स्थापित होंगें।
कालेज की प्रिंसिपल डाक्टर सरिता बहल ने इस बात पर बल दिया कि इस तरह के लेक्चरों और चर्चा से कालेज की छात्राओं को अपनी ज़िंदगी में ऊंचे निशाने निश्चित करने का उत्साह भी मिलेगा और मार्गदर्शन भी जिसके परिणामस्वरूप तकनोलॉजी के क्षेत्र में नए कीर्तिमान भी स्थापित होंगें।
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